सौजन्य से :— आकाश पोरवाल सर 👏👏
केंद्रीय विद्यालय संगठन के बहुप्रशंसित और प्रतिष्ठित काव्य-संग्रह काव्यमंजरी के पंद्रहवें संस्करण में स्वरचित (मौलिक ) कविता प्रकाशन हेतु
सेवा में ,
श्रीमान् प्रधान सम्पादक ,
काव्य-मंजरी वार्षिक काव्य-संग्रह ,
केंद्रीय विद्यालय संगठन मुख्यालय,
नई दिल्ली ।
विषय - केंद्रीय विद्यालय संगठन के बहुप्रशंसित और प्रतिष्ठित काव्य-संग्रह काव्यमंजरी के पंद्रहवें संस्करण में स्वरचित (मौलिक ) कविता प्रकाशन हेतु
श्रीमान जी ,
निवेदन है कि मुझे पत्र क्रमांक - "FILE NO : 11-PUB0KM/1/2021-Publication" के द्वारा यह ज्ञात हुआ कि हमारे संगठन का प्रतिष्ठित वार्षिक काव्य-संग्रह ‘काव्य-मंजरी’ अपना पंद्रहवाँ अंक निकालने जा रहा है।
अब तक प्रकाशित चौदह अंकों ने काफ़ी सफलता अर्जित की है और आगे भी यह इसी प्रकार निरंतर उन्नति करता रहेगा ।काव्य-मंजरी की इस सफलता हेतु आपकी सम्पूर्ण टीम को बहुत-बहुत बधाइयाँ ।
इसमें प्रकाशन हेतु मैं भी अपनी मौलिक कविता प्रेषित कर रहा हूँ । कृपया रचना प्रकाशित कर अनुगृहीत करें ।
रचना के सम्बंध में विवरण व मौलिकता की घोषणा निम्नलिखित हैं:—
कविता का शीर्षक :—
कविता की भाषा हिंदी है।
फोंट यूनिकोड -12 है।
रचना एमएस-वर्ड फ़ाइल में है।
शब्द संख्या न तो ज़्यादा है , न ही कम। आप द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन किया गया है।
यह मेरी एकमात्र रचना प्रकाशन हेतु आपको प्रेषित है। अन्य कोई भी रचना पंद्रहवें संस्करण हेतु मैंने प्रेषित नहीं की है।
मैं प्रमाणित करता हूँ कि यह कविता मेरी मौलिक रचना है।यह कहीं से भी कॉपी की हुई या चुराई हुई नहीं है। अभी तक यह रचना किसी समाचार-पत्र , पत्रिका, पुस्तक आदि में भी प्रकाशित नहीं हुई है अर्थात् यह मेरा मौलिक और अप्रकाशित कार्य है।
रचना भेजने हेतु दिए गए हर निर्देश का पालन निष्ठा से किया गया है।
कृपया यह कविता प्रकाशित कर मेरी रचनाधर्मिता को एक निश्चित दिशा प्रदान करें ताकि मैं और अधिक उत्साहित होकर मौलिक सृजन करता रहूँ ।
काव्य-मंजरी के इस अंक हेतु आपको अग्रिम शुभकामना ।
धन्यवाद सहित ,
भवदीय
नाम - आकाश पोरवाल
पद- प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक "संस्कृत"
विद्यालय - केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-२ , कोच्चि।
पत्र-व्यवहार का पता :-
दूरभाष संख्या :—
ई-मेल :—
दिनांक -
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