CBSE ने बताया 2022 बोर्ड परीक्षाओं का प्लान, दो हिस्सों में सिलेबस- पूरा ब्योरा
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने तय किया है कि वो एकेडमिक ईयर 2021-22 में 10वीं और 12वीं क्लास का सिलेबस युक्तिसंगत (rationalize) करेंगे. इसलिए 2021 बैच के बोर्ड एग्जाम दो बार में लिए जाएंगे. पहले टर्म में 50% सिलेबस होगा और दूसरे टर्म में बाकी का 50% सिलेबस रहेगा.
2021-22 के लिए CBSE की खास योजना
सीबीएई ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया है कि साल 2021-22 के लिए सिलेबस को दो भागों में बांट दिया जाएगा. ये विभाजन एक व्यवस्थित प्रक्रिया के तहत किया जाएगा, जिसमें कॉन्सेप्ट और टॉपिक्स के जुड़ाव को ध्यान में रखा जाएगा. सीबीएसई हर टर्म की समाप्ति पर उस सिलेबस में से एग्जाम लेगा.
CBSE के मुताबिक ये इसलिए किया जा रहा है ताकि 10वीं और 12वीं के एग्जाम कराए जाने की संभावना बढ़ सके.
ऐसे लागू होगी योजना
स्कूल डिस्टेंस लर्निंग के जरिए ही छात्रों को पढ़ाना जारी रखेंगे.
क्लास 9वीं-10वीं के लिए इंटरनल असेसमेंट टॉपिक के खत्म होने पर किए जाएंगे. इसमें प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट वर्क शामिल रहेंगे.
सभी स्कूल एसेसमेंट के लिए छात्रों की प्रोफाइल तैयार करेंगे, जिसमें सालभर के सारे एसेसमेंट की जानकारी डिजिटल फॉर्म में होगी.
CBSE अपने आईटी प्लेटफॉर्म पर छात्रों के मार्क्स अपलोड करने की सुविधा देगा.
सीबीएसई : अगले सत्र के लिए 10वीं, 12वीं कक्षा की विशेष मूल्यांकन योजना घोषित
Monday, 05 Jul, 8.29 pm
विस्तार
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को 2021-22 सत्र के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक विशेष मूल्यांकन योजना की घोषणा कर दी है। नई योजना के तहत भविष्य में कोरोना जैसी महामारियों के दौरान भी परीक्षाएं और मूल्यांकन कार्य प्रभावित नहीं होंगे और न ही बार-बार बदलाव करने पड़ेंगे। सीबीएसई के नए मानदंडों के अनुसार, शैक्षणिक सत्र 2021-22 के पाठ्यक्रम को दो भागों में विभाजित किया जाएगा। इस योजना के साथ प्रत्येक टर्म में 50 प्रतिशत सिलेबस कवर किया जाएगा।
पहले टर्म की परीक्षा नवंबर-दिसंबर में और दूसरे टर्म के लिए परीक्षा मार्च-अप्रैल में होगी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने यह भी घोषणा की कि वह 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए अपने पाठ्यक्रम को अधिक तर्कसंगत करेगा।
बोर्ड ने कहा कि नया पाठ्यक्रम जुलाई के अंत तक अधिसूचित किया जाएगा। सीबीएसई ने 2022 में बोर्ड परीक्षाओं की अपनी योजनाओं के बारे में कहा, आंतरिक मूल्यांकन और परियोजना के काम को अधिक विश्वसनीय और वैध बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
ऐसे समझें क्या-क्या बदलेगा
शैक्षणिक सत्र को दो भागों में विभाजित किया जाएगा, प्रत्येक सत्र में 50 फीसदी पाठ्यक्रम के साथ।
नवंबर-दिसंबर में होगी पहली टर्म की परीक्षा, मार्च-अप्रैल में होने वाली दूसरी टर्म की परीक्षा।
सीबीएसई 2021-22 के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाएगा।
सीबीएसई के सत्र 2021-2022 के लिए नए पाठ्यक्रम को जुलाई अंत तक अधिसूचित किया जा सकता है।
अंकों का उचित निर्धारण निश्चित करने के लिए बोर्ड द्वारा घोषित दिशा-निर्देशों और मॉडरेशन नीति के अनुसार आंतरिक मूल्यांकन / प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट कार्य को अधिक विश्वसनीय और वैध बनाने का प्रयास किया जाएगा।
बोर्ड अधिक विश्वसनीय और वैध आंतरिक मूल्यांकन के लिए सैंपल असेसमेंट, क्वेश्चन बैंक, टीचर्स ट्रेनिंग आदि जैसे अतिरिक्त संसाधन भी प्रदान करेगा।
ये नवाचार भी होंगे
जब तक अधिकारी स्कूलों में व्यक्तिगत रूप से पढ़ाने की अनुमति नहीं देते, तब तक स्कूल ऑनलाइन मोड में पढ़ाना जारी रखेंगे।
कक्षा नौवीं - दसवीं के लिए आंतरिक मूल्यांकन (पूरे वर्ष टर्म I और टर्म II के बावजूद) में 3 पीरियोडिक टेस्ट, स्टूडेंट एनरिचमेंट, पोर्टफोलियो और प्रायोगिक कार्य / बोलने - सुनने की गतिविधियां / परियोजना कार्य शामिल होंगे।
कक्षा 11वीं - 12वीं के लिए आंतरिक मूल्यांकन (वर्ष भर में टर्म I और टर्म II की अवधि के अलावा) में टॉपिक एंड या यूनिट टेस्ट / खोजपूर्ण गतिविधियां / प्रायोगिक कार्य / प्रोजेक्ट परियोजनाएं शामिल की जाएंगी।
स्कूल द्वारा साल भर में किए गए सभी असेसमेंट के लिए छात्र का एक प्रोफाइल तैयार करेंगे और इसके एविडेंस यानी सबूतों को डिजिटल प्रारूप में सहेज कर रखा जाएगा ।
शैक्षणिक सत्र को दो भागों में विभाजित किया जाएगा, प्रत्येक सत्र में 50 फीसदी पाठ्यक्रम के साथ।
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