आप इन video को देखकर अपनी answer sheet अपने teacher के google classroom account में upload करना सीख सकते हैं ।
केंद्रीय विद्यालय क्रमांक - 4 , भुवनेश्वर
सामयिक परीक्षा-प्रथम – 2020-21
विषय-हिन्दी
कक्षा – नवीं
निर्धारित समय : 1 घंटा 30 मिनट अधिकतम अंक : 40
निर्देश : - 1. निश्चिंत होकर ख़ुशी - ख़ुशी अपना प्रश्न-पत्र पढ़ें।
2. खुले-खुले , साफ़-साफ़ उत्तर लिखें ।
3. उत्तरों के बीच में पंक्ति अवश्य छोड़ें ।
4. आपका पेपर निश्चित ही अच्छा होगा , ऐसी शुभकामना है।
प्रश्न1. निम्नलिखित गद्यांश को पढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए । 5
‘सादा जीवन, उच्च विचार’ – यह मुहावरा सुनने में कितना मनमोहक है, परन्तु इसके अनुरूप जीवन को ढालना अत्यंत कठिन है | इस मुहावरे को साकार कर जीवन में उतारने वाले डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन उन महापुरुषों की श्रेणी में आते हैं जिनकी कथनी और करनी में कोई अंतर न था | वे जो कहते थे, उसे करके ही दम लेते थे | डॉ. राधाकृष्णनने जीवन को कठिन तपस्या के रूप में लिया और स्वयं को इसकी आग में तपाकर कुंदन बना लिया | तदंतर उनकी चमक से सम्पूर्ण विश्व प्रकाशित हो उठा | वे किसी राजनीतिक दल अथवा जोशीले भाषणों के बल पर दुनिया में पूजनीय नहीं हुए, बल्कि उन्होंने इस सम्मान और ऊँचाइयों को अपनी योग्यता के बल पर प्राप्त किया | उनका जीवन एक शिक्षक के रूप में आरंभ हुआ था, लेकिन अपनी बौद्धिकता और योग्यता के बल परउन्होंने एक महान दार्शनिक और लेखक के रूप में ख्याति अर्जित की | साथ ही वे एक ओजस्वी वक्ता के रूप में भी पहचाने गए | जब डॉ. राधाकृष्णन राष्ट्रपति पद पर आसीन हुए तो उन्हें दस हजार रुपए मासिक वेतन मिलता था | लेकिन वे मात्र ढाई हजार रुपए मासिक वेतन लेते थे | उनके वेतन की शेष राशि देश की उन्नति और विकास कार्यों में खर्च होती थी | डॉ. राधाकृष्णन देश के प्रति समर्पित व्यक्ति थे |
1. डॉ. राधाकृष्णन का जीवन किस रूप में आरंभ हुआ था ?
2.डॉ. राधाकृष्णन अपने किस गुण के कारण दुनिया में पूजनीय हुए ?
3.डॉ. राधाकृष्णन जब राष्ट्रपति पद पर थे तब उनके वेतन की शेष राशि किस कार्य में खर्च होती थी ?
4.सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कैसे अपने व्यक्तित्व को कुंदन बना लिया ?
5.इस गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक है ।
प्रश्न 2. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए । 5
रेशमी कलम से भाग्य – लेख लिखने वालो
तुम भी अभाव से कभी ग्रस्त हो रोए हो ?
बीमार किसी बच्चे की दवा जुटाने में
तुम भी क्या रात भर पेट बांधकर सोए हो ?
असहाय किसानों की किस्मत को खेतों में
क्या अनायास जल में बह जाते देखा है ?
‘क्या खाएँगे? यह सोच निराशा से पागल’
बेचारों को नीरवरह जाते देखा है ?
पर, तुम नगरों के लाल, अमीरीके पुतले
क्यों व्यथा भाग्यहीनों की मन में लाओगे ?
जलता हो सारा देश, किन्तु होकर अधीर
तुम दौड़ – दौड़कर क्यों यह आग बुझाओगे ?
1. रेशमी कलम से भाग्य लिखने वाले कौन हैं ?
2. ‘पेट बांधकर सोना’ से तात्पर्य है ?
3.किसानों को असहाय क्यों कहा गया है ?
4.असहाय किसान क्या सोच कर निराशा से पागल है ?
5.कवि किस आग की बात कर रहा है ?
प्रश्न 3.निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :-
(1) ‘अतिरिक्त’ शब्द में मूल शब्द और उपसर्ग अलग कीजिए| 1
(2) ‘अधि’ और ‘परि’ उपसर्ग लगाकर दो-दो शब्द बनाइए | 2
प्रश्न 4.निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर लिखिए :-
(1) ‘अच्छाई ‘ शब्द में मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए | 1
(2) ‘ता’ प्रत्यय लगाकर दो शब्द बनाइए | 1
प्रश्न 5.निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर लिखिए:-
प्रश्न - 6. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नो के लिए सही विकल्प चुनकर लिखिए- (6)
दोनों मित्रो को जीवन में पहली बार ऐसा साबिका पड़ा कि सारा दिन बित गया और खाने को एक तिनका भी न मिला। समझ ही में न आता था,यह कैसा स्वामी है। इससे गया फिर भी अच्छा था। यहाँ कई भैंसे थी, कई बकरियाँ, कई घोड़े, कई गधे, पर किसी के सामने चारा न था, सब ज़मीन पर मुरदों की तरह पड़े थे। कई तो इतने कमज़ोर हो गए थे कि खड़े भी म हो सकते थे। सारा दिन दोनो मित्र फाटक की ओर टकटकी लगाए ताकते रहे,पर कोई चारा लेकर आता न दिखाई दिया। तब दोनो ने दीवार की नमकीन चाटनी शुरू की,पर इससे क्या तृप्ति होती ?
1. लेखक व पाठ का नाम बताइए ।
2. मित्रता की पहचान कब होती है ?
3. दोनों पशु कहाँ थे ?
4. दोनों पशुओं को गया कब अच्छा लगा?
5. भूख लगने पर हीरा-मोती ने क्या किया?
6. वहाँ और कौन - से पशु थे ?
प्रश्न - 7 . निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-
(क) ‘दो बैलों की कथा’ में छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड़ आया ? 2
(ख ) ‘‘दो बैलों की कथा’ कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति विषयक मूल्य उभर कर आए हैं ? 2
प्रश्न 8 क) आपके मित्र को बोर्ड की परीक्षा में प्रथम घोषित किया गया है । इस अवसर पर उसे बधाई-पत्र लिखिए। 5
प्रश्न - 9 निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 150 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए : 5
(क) यह सबसे कठिन समय नहीं ,
(ख) हम होंगे कामयाब ,
(ग) ख़ुशियाँ ।
€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€€
(ALL THE VERY BEST)
No comments:
Post a Comment