केन्द्रीय विद्यालय संगठन
भुवनेश्वर संभाग
अंक योजना
सत्रांत-परीक्षा: (2019-20)
विषय :हिंदी (केन्द्रिक )
प्रश्न 1.(क) नैतिक मूल्यों का पालन किए बिना किसी भी समाज की आर्थिक व सामाजिक प्रगति की नीतियाँ प्रभावी नहीं हो सकतीं।10
(ख) इसके द्वारा ही मनुष्य व पशु में अंतर होता है।
(ग) परिष्कृत जीवन-प्रणाली मनुष्य के विवेक-बुद्ध से ही निर्मित हो सकती है।
(घ) वाणी, बाहु तथा उदर पर
(ड) निकृष्ट,अवगति (च) ‘चरित्र-निर्माण प्रश्न2. क) कवि ने जीवन को कुआँ कहा है क्योंकि जीवन भी कुएँ की तरह अथाह व अगम है। दोषी व्यक्ति कुएँ के पास जाकर भी प्यासा रह जाता है।6
(ख) कवि ने कभी अपना मूल्यांकन नहीं किया। वह अपनी कमियों को नहीं देखता । इस कारण वह सभी प्रकार के प्रयासों के बावजूद प्यासा रह जाता है।
(ग) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ|
(घ) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ|
(ङ)व्यक्ति में कमी या दोष होना, जो उसके सफल होने में बाधक बनता है।
(ख) इसके द्वारा ही मनुष्य व पशु में अंतर होता है।
(ग) परिष्कृत जीवन-प्रणाली मनुष्य के विवेक-बुद्ध से ही निर्मित हो सकती है।
(घ) वाणी, बाहु तथा उदर पर
(ड) निकृष्ट,अवगति (च) ‘चरित्र-निर्माण प्रश्न2. क) कवि ने जीवन को कुआँ कहा है क्योंकि जीवन भी कुएँ की तरह अथाह व अगम है। दोषी व्यक्ति कुएँ के पास जाकर भी प्यासा रह जाता है।6
(ख) कवि ने कभी अपना मूल्यांकन नहीं किया। वह अपनी कमियों को नहीं देखता । इस कारण वह सभी प्रकार के प्रयासों के बावजूद प्यासा रह जाता है।
(ग) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ|
(घ) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ|
(ङ)व्यक्ति में कमी या दोष होना, जो उसके सफल होने में बाधक बनता है।
(च) मूर्ख
अथवा
(क)अपनी समस्त शक्तियाँ इकट्ठी करके परिश्रम करे।
(ख) पुरुषार्थ से मनुष्य अपना व समाज का भला कर सकता है। वह विश्व में सुख-शांति की स्थापना कर सकता है।
(ग)जीवन में सफलता के लिए परिश्रम आवश्यक है।
(घ)कर्म न करना।
(ङ) शीर्षक–पुरुषार्थ का महत्त्व अथवा पुरुष हो पुरुषार्थ करो।
(ख) पुरुषार्थ से मनुष्य अपना व समाज का भला कर सकता है। वह विश्व में सुख-शांति की स्थापना कर सकता है।
(ग)जीवन में सफलता के लिए परिश्रम आवश्यक है।
(घ)कर्म न करना।
(ङ) शीर्षक–पुरुषार्थ का महत्त्व अथवा पुरुष हो पुरुषार्थ करो।
(च)मनुष्योचित बल
प्रश्न 3 –प्रस्तुति1
विषय वस्तु 3
समापन 1
प्रश्न 4 प्रारम्भ और अंत 1
भाषा-शैली 1
विषय वस्तु 3
प्रश्न 5-प्रस्तुति1
विषय वस्तु 2
समापन 1
प्रश्न 6(क)संचार प्रक्रिया में संदेश प्राप्तकर्ता द्वारा दर्शाई गई प्रतिक्रिया को फीडबैक कहते हैं।1
(ख) संचार प्रक्रिया में आने वाली बाधाओं को शोर कहते हैं।1 (ग) बगाल गजट ( 1780) 1
(घ)वह पत्रकारिता जो सरकार के कामकाज पर निगाह रखती है और गड़बड़ियों का पर्दाफाश करती है 1
(घ)वह पत्रकारिता जो सरकार के कामकाज पर निगाह रखती है और गड़बड़ियों का पर्दाफाश करती है 1
प्रश्न 7. अंगूर, अनार, आप,औरत,कछुआ, पत्थर, 3
अथवा
सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ |
खंड–ग
प्रश्न 8. (क)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ख)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| 6 (ग)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ|
अथवा (क)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ख)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ग)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ|
अथवा (क)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ख)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ग)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ|
प्रश्न 9(क). सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ख)● राजस्थानी मिश्रित ब्रजभाषा में प्रभावी अभिव्यक्ति है।6
● संगीतात्मकता व गेयता है।
● अनुप्रास अलंकार है-कहै कुल।
● भक्ति रस की अभिव्यक्ति हुई है।
● कृष्ण के कई नामों का प्रयोग किया है-नारायण, अविनासी, गिरधर, नागर।
● संगीतात्मकता व गेयता है।
● अनुप्रास अलंकार है-कहै कुल।
● भक्ति रस की अभिव्यक्ति हुई है।
● कृष्ण के कई नामों का प्रयोग किया है-नारायण, अविनासी, गिरधर, नागर।
अथवा (क)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ख)‘भीतर की आग” मन की इच्छा व उत्साह का परिचायक है।
o भाषा सहज व सरल है।
o छोटे-छोटे वाक्यांश पूरे बिंब को समेटे हुए हैं।
o खड़ी बोली है।
o अतुकांत शैली है। प्रश्न 10.(क) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ख)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ|(ग)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| 4
प्रश्न 11 (क)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ (ख)सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ (ग) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (घ) ‘जामुन का पेड़” ,कृश्नचंदर 7 प्रश्न 12 (क) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ख) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ग) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (घ) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| 9 प्रश्न 13 सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ 4 प्रश्न 14 (क) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ख) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| (ग) सही उत्तर पर पूरे अंक दिये जाएँ| 8
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