आप सभी को यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि हमारे विद्यालय की पत्रिका ‘धर्मपद’ प्रकाशित हो रही है , उम्मीद है ये आपको रोचक , ज्ञानवर्धक और पठनीय लगेगी ।
रचनात्मकता ही वह तत्त्व है , जिससे लगातार मनुष्य जाति ने विकास की नई गाथाएँ गढ़ी हैं । साथ ही केंद्रीय विद्यालय संगठन भी चाहता है कि बच्चों सहित हम सभी रचनात्मक हों, इसी बात को ध्यान में रखते हुए आप सभी विद्यार्थियों , शिक्षकों व सभी कर्मचारियों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने का एक उत्तम मंच प्रदान किया गया है और निश्चय ही आप सबकी उत्साहपूर्वक भागीदारी ने इसमें चार चाँद लगा दिए हैं ।
इस श्रम भरे कार्य को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने वाले विद्यार्थी सम्पादकों और सम्पादक मंडल के समस्त सदस्यों को मैं, सम्पूर्ण स्टाफ़ और विद्यार्थियों सहित अपरिमित बधाइयाँ और धन्यवाद प्रेषित करती हूँ और आशा करती हूँ कि यह रचनात्मकता की सरिता विद्यालय में यूँ ही अनवरत प्रवाहित होती रहेगी ।
हमेशा पढ़ते रहिए …
बहुत अधिक आशीर्वाद और शुभकामनाओं के साथ ,
श्रीमती अनीता दाश
प्राचार्या
केंद्रीय विद्यालय क्रमांक -४,
भुवनेश्वर
No comments:
Post a Comment