केंद्रीय विद्यालय क्रमांक - 4, भुवनेश्वर
कक्षा - बारहवीं
विषय - हिंदी आधार
समय - एक घंटा तीस मिनट
कुल अंक - 40
मासिक परीक्षा (तृतीय ) (वाणिज्य वर्ग ) – अगस्त , 2020
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निर्देश : - 1. निश्चिंत होकर ख़ुशी - ख़ुशी अपना प्रश्न-पत्र पढ़ें।
2. खुले-खुले , साफ़-साफ़ उत्तर लिखें ।
3. उत्तरों के बीच में पंक्ति अवश्य छोड़ें ।
4. आपका पेपर निश्चित ही अच्छा होगा , ऐसी शुभकामना है।
5. आप घर से परीक्षा दे रहे हैं , परीक्षा में पवित्रता का उत्तरदायित्त्व अब आपका और घरवालों का है। आशा है कि आप अपने प्रति , हमारे प्रति और परीक्षा के प्रति ईमानदार रहेंगे ।
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1. निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए । ( उत्तर हमेशा अपनी भाषा में हों , ज्यों-का-त्यों नहीं उतारना। ज्यों-का-त्यों छोटी कक्षा के बच्चे उतारते हैं)
(4)
विविध धर्म एक ही जगह पहुँचाने वाले अलग-अलग रास्ते हैं। एक ही जगह पहुँचने के लिए हम अलग-अलग रास्तों से चलें तो इसमें दुख का कोई कारण नहीं है। सच पूछो तो जितने मनुष्य हैं, उतने ही धर्म भी हैं। हमें सभी धर्मों के प्रति समभाव रखना चाहिए। इससे अपने धर्म के प्रति उदासीनता आती हो, ऐसी बात सही नहीं, बल्कि अपने धर्म पर जो प्रेम है, उसकी अन्धत मिटती है। इस तरह सभी धर्मों के प्रति प्रेम हमें ज्ञानमय और निर्मल बनाता है। मेरी सम्मति है कि संसार के धर्मग्रंथों को आदरपूर्वक पढ़ना प्रत्येक सभ्य पुरुष और स्त्री का कर्तव्य है। अगर हमें दूसरे धर्मों का वैसा आदर करना है जैसा हम उनसे अपने धर्म का कराना चाहते हैं तो संसार के सभी धर्मों का आदरपूर्वक अध्ययन करना हमारा एक पवित्र कर्म हो जाता है। जब तक अलग-अलग धर्म मौजूद हैं, तब तक प्रत्येक धर्म को किसी विशेष बाह्य चिह्न की आवश्यकता हो सकती है; लेकिन जब बाह्य चिह्न केवल आडम्बर बन जाते हैं अथवा अपने धर्म को दूसरे धर्मों से अलग बताने के काम आते हैं तब वे त्याज्य हो जाते हैं। धर्मों के भ्रातृ-मंडल का उद्देश्य यह होना चाहिए कि वह एक हिन्दू को अधिक अच्छा हिन्दू, एक मुसलमान को अधिक अच्छा मुसलमान और एक ईसाई को अधिक अच्छा ईसाई बनने में मदद करे.
प्रश्न
(क) हमें सभी धर्मों के प्रति समभाव क्यों रखना चाहिए ?
(ख) धर्म को बाह्य चिह्नों की आवश्यकता कब पड़्ती है ?
(ग) धर्म के बाह्य चिह्न कब त्याज्य बन जाते हैं ?
(घ) धर्मों के भ्रातृ-मण्डल का क्या उद्देश्य होना चाहिए ?
प्रश्न 2. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर अनुच्छेद लिखिए। (150 शब्द) (बारहवीं के बच्चों से उम्मीद की जाती है कि वो कुछ नया , कुछ रचनात्मक , कुछ विशेष लिखेंगे ) (5)
क.) साहित्य और समाज
ख.) राष्ट्रभाषा हिंदी
ग.) स्वतंत्रता दिवस और हमारे कर्त्तव्य
घ) सूचनाओं की बाढ़ और उनका सदुपयोग
च) मेरे जीवन का उद्देश्य
3. ‘दैनिक जागरण’ ने अभी हाल ही में एक नेता का ‘स्टिंग ऑपरेशन’ किया है , जिससे उन नेता का कच्चा चिट्ठा जनता के सामने खुल गया । आप इस समाचार-पत्र के सम्पादक के नाम धन्यवाद पत्र लिखिए । 5
अथवा
सड़क को चौड़ा करने के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं । पेड़ों की कटाई न हो और सड़क भी बने ऐसी प्रार्थना करते हुए आप सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के वरिष्ठ अधिकारी को सुझावात्मक पत्र लिखें । 5
4. निम्नलिखित काव्यान्श को पढ़कर पूछे गए किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए। – ( उत्तर हमेशा अपनी भाषा में हों , ज्यों-का-त्यों नहीं उतारना। ज्यों-का-त्यों छोटी कक्षा के बच्चे उतारते हैं)
(4)
सोचिए
बताइए
आपको अपाहिज होकर कैसा लगता हैं
कैसा
यानी कैसा लगता हैं
(हम खुद इशारे से बताएँगे कि क्या ऐसा?)
सोचिए
बताइए
थोड़ी कोशिश करिए
(यह अवसर खो देंगे?)
आप जानते हैं कि कायक्रम रोचक बनाने के वास्ते
हम पूछ-पूछकर उसको रुला देंगे
इंतजार करते हैं आप भी उसके रो पड़ने का
करते हैं
(क) कवि ने दूरदर्शन के कार्यक्रम-संचालकों की किस मानसिकता को उजागर किया है?
(ख) संचालकों द्वारा अपाहिज को संकेत में बताने का उद्देश्य क्या हैं?
(ग) आपको यदि उस कार्यक्रम संचालक से प्रश्न पूछने हों तो आप कौन -से दो प्रश्न पूछेंगे ?
(घ) दूरदर्शन वाले किस अवसर की प्रतीक्षा में रहते हैं?
(च) कवि एवं कविता का नाम लिखें ।(एकदम शुद्ध उत्तर पर ही अंक देय )
5. निम्नलिखित गद्यान्श को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिये - ( उत्तर हमेशा अपनी भाषा में हों , ज्यों-का-त्यों नहीं उतारना। ज्यों-का-त्यों छोटी कक्षा के बच्चे उतारते हैं)
(6)
यहाँ एक अंतर चीन्ह लेना बहुत जरूरी है। मन खाली नहीं रहना चाहिए, इसका मतलब यह नहीं है कि वह मन बंद रहना चाहिए। जो बंद हो जाएगा, वह शून्य हो जाएगा। शून्य होने का अधिकार बस परमात्मा का है जो सनातन भाव से संपूर्ण है। शेष सब अपूर्ण है। इससे मन बंद नहीं रह सकता। सब इच्छाओं का निरोध कर लोगे, यह झूठ है और अगर ‘इच्छानिरोधस्तप: ‘ का ऐसा ही नकारात्मक अर्थ हो तो वह तप झूठ है। वैसे तप की राह रेगिस्तान को जाती होगी, मोक्ष की राह वह नहीं है। ठाठ देकर मन को बंद कर रखना जड़ता है।
प्रश्न:
6. किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दें - (8)
7. काव्यांश को पढ़कर काव्य सौंदर्य सम्बंधी प्रश्नों के उत्तर दें -(4)
कविता एक उड़ान हैं चिड़िया के बहाने
कविता की उड़ान भला चिड़िया क्या जाने
बाहर भीतर
इस घर उस घर
कविता के पंख लगा उड़ने के माने
चिड़िया क्या जाने?
प्रश्न - 8. जनसंचार के किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए :- - (4)
&&&&&&&&&&& 😊सब मंगलमय हो। पिछली परीक्षा से भी अच्छी परीक्षा हो , अधिक ज्ञान प्रदान करे । 😊 &&&&&&&&&&&
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