अर्द्धवार्षिक परीक्षा - 2017 -18
कक्षा: बारहवी
विषय : हिंदी (केंद्रिक )
अवधि : 3 घंटे आ अंक :100
सामान्य निर्देश : 1. इस प्रश्न-पत्र के तीन खंड है –क,ख,ग ।
2. सभी खंडों के उत्तर देना अनिवार्य है ।
3. प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार देने का प्रयास करें ।
खंड – क
प्रश्न 1 .निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढकर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए । 5X1= 5
तुम भारत, हम भारतीय हैं, तुम माता, हम बेटे,
किसकी हिम्मत है कि तुम्हें दुष्टता-दृष्टि से देखे |
ओ माता, तुम एक अरब से अधिक भुजाओं वाली,
सबकी रक्षा में तुम सक्षम, हो अदम्य बलशाली |
भाषा, वेश, प्रदेश भिन्न हैं, फिर भी भाई-भाई,
भारत की साझी संस्कृति में पलते भारतवासी |
सुदिनों में हम एक साथ हँसते, गाते, सोते हैं,
दुर्दिन में भी साथ-साथ जागते, पौरुष धोते हैं |
तुम हो शस्य-श्यामला, खेतों में तुम लहराती हो,
प्रकृति प्राणमयी, साम-गानमयी, तुम न किसे भाती हो |
तुम न अगर होती तो धरती वसुधा क्यों कहलाती ?
गंगा कहाँ बहा करती, गीता क्यों गाई जाती ?
(1) साझी संस्कृति का क्या भाव है ? 1
(2) भारत को अदम्य बलशाली क्यों कहा गया है ? 1
(3) सुख-दुःख के दिनों में भारतीयों का परस्पर सहयोग कैसा होता है ? 1
(4) साम-गानमयी का क्या तात्पर्य है ? 1
(5) ‘ओ माता, तुम एक अरब से अधिक भुजाओं वाली’ में कौन-सा अलंकार
है? 1
प्रश्न 2 .निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढकर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए । 15
मनुष्य नाशवान प्राणी हैं । वह जन्म लेने के बाद मरता अवश्य है । अन्य लोगों की भाँति महापुरुष भी
नाशवान हैं । वे भी समय आने पर अपना शरीर छोड़ देते हैं , पर वे मरकर भी अमर हो जाते हैं । वे अपने पीछे छोड़े
गए कार्य के कारण अन्य लोगों द्वारा याद किए जाते हैं । उनके ये कार्य चिरस्थायी होते हैं और समय के साथ-साथ परिणाम और बल में बढ़ते जाते हैं ।ऐसे कार्य के पीछे जो उच्च आदर्श होते हैं , वे स्थायी होते हैं और बदली परिस्थितियों में नए वातावरण के अनुसार अपने को ढाल लेते हैं । संसार ने पिछली पच्चीस शताब्दियों से भी अधिक में; जितने भी महापुरुषों को जन्म दिया हैं , उनमें गाँधी जी को यदि आज भी नहीं माना जाता तो भी भविष्य में उन्हें सबसे बडा माना जाएगा क्योंकि उन्होंने अपने जीवन की गतिविधियों को विभिन्न भागों में नहीं बाँटा , बल्कि जीवनधारा को सदा एक और अविभाज्य माना। जिन्हें हम सामाजिक आर्थिक और नैतिक के नाम से पुकारते हैं वे वास्तव में उसी धारा की उपधाराएँ हैं, उसी भवन के अलग-अलग पहलू हैं । गाँधी जी ने मानव जीवन के इस नव कथानक की व्याख्या न किसी हृदय को स्पर्श करने वाले वीरकाव्य की भाँति की और न ही किसी दार्शनिक महाकाव्य की भाँति ही । उन्होंने मनुष्यों की आत्मा में अपने को निम्नतम रूप में उचित कार्य के प्रति निष्ठा, किसी ध्येय की पूर्ति के लिए सेवा और किसी विचार के प्रति स्वार्पण के बीच सतत चलने वाले संघर्ष के नाटक की भाँति माना हैं। उन्होंने सदा साध्य को ही महत्व नहीं दिया , बल्कि उस साध्य को पूरा करने के लिए अपनाए जाने वाले साधनों का भी ध्यान रखा । साध्य के साथ-साथ उसकी पूर्ति के लिए अपनाए गए साधन भी उपयुक्त होने चाहिए ।
(क) सामान्य मनुष्य और महापुरुष में क्या अंतर है ? 2
(2) महापुरुषों को क्यों याद किया जाता है ? 2
(3) गाँधी जी को भविष्य में सबसे बड़ा क्यों माना जाएगा ? 2
(4) गाँधी जी ने मानव जीवन की व्याख्या किस प्रकार की थी ? 2
(5) साध्य और साधन के विषय में गाँधी जी के क्या विचार थे? 2
(6) उचित शीर्षक दीजिए ? 1
(7) “चिरस्थायी” का अर्थ स्पष्ट कीजिए । 1
(8) एक सरल वाक्य छाँटिए । 1 (झ ) -दार्शनिक एवं “अविभाज्य” में प्रयुक्त उपसर्ग एवं प्रत्यय कीजिए | 2
खंड - ख
प्रश्न 3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए - 5
(क) बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
(ख) भारतीय समाज में नारी (ग) युवा पीढ़ी और देश का भविष्य
(घ) समय का सदुपयोग
प्रश्न 4 . किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए जिसमें “आपके क्षेत्र में हो रही बिजली चोरी के विषय में
बताया गया हो। 5
अथवा
कुछ टी॰ वी॰ चैनल वैज्ञानिक चिंतन या तर्क के स्थान पर अंध विश्वाश फैलाने वाले कार्यक्रमो का प्रसारण करते हैं | इनके दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए संबन्धित अधिकारी को पत्र लिखिए | ( 5 )
प्रश्न 5 . निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए । 5X1 = 5
क) जनसंचार से आप क्या समझते हैं ?
ख) ‘लाइव टेलिकास्ट ’ से क्या आप क्या समझते हैं ?
ग) फीचरकेदोलक्षणलिखिए |
घ – मुद्रण माध्यम की कोई दो विशेषता बताइए |
ड़- भारत का पहला समाचार पत्र कौन सा था , तथा कब निकला |
प्रश्न 6. “आज के युग में दिनोंदिन कम होती नैतिकता ” पर एक फीचर लिखिए =5
प्रश्न 7. “प्रगति के पथ पर भारत ” विषय पर एक पर आलेख लिखिए । =5
खंड –ग
प्रश्न 8. निम्नलिखित में से किसी एक काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए - 2×4=8
हम दूरदर्शन पर बोलेंगे
हम समर्थ शक्तिवान
हम एक दुर्बल को लाएँगे
एक बंद कमरे में
उससे पूछेंगे तो आप क्या अपाहिज हैं?
तो आप क्यों अपाहिज हैं ?
1- ‘हम दूरदर्शन पर बोलेंगे हम समर्थ शक्तिवान’-का निहित अर्थ स्पष्ट कीजिए |
2- हम एक दुर्बल को लाएँगे– पंक्ति का व्यंग्यार्थ स्पष्ट कीजिए |
3- “आप क्या अपाहिज हैं?
तो आप क्यों अपाहिज हैं ?” पंक्ति द्वारा कवि किस विशिष्ट अर्थ की अभिव्यक्ति करने में सफल हुआ है?
4- कवि और कविता का नाम लिखिए।
अथवा
कविता एक उड़ान है चिड़िया के बहाने
कविता की उड़ान भला चिड़िया क्या जाने
बाहर भीतर
इस घर, उस घर
कविता के पंख लगा उड़ने के माने
चिड़िया क्या जाने?
कविता एक खिलना है फूलों के बहाने
कविता का खिलना भला फूल क्या जाने!
बाहर भीतर
इस घर, उस घर
बिना मुरझाए महकने के माने
फूल क्या जाने?
कविता एक खेल है बच्चों के बहाने
बाहर भीतर
यह घर, वह घर
सब घर एक कर देने के माने
बच्चा ही जाने।
1. ये पंक्तियाँ किस कविता से ली गई हैं और इसके कवि कौन हैं? 2
2. इन काव्य पंक्तियों में ‘उड़ने’ और ‘खिलने’ का कविता से क्या संबंध् हो सकता है? 2
3. कवि ‘कविता’ और ‘बच्चे’ को समानांतर क्यों माना है? 2
4. कविता के संदर्भ में ‘बिना मुरझाए महकने के माने’ क्या होते हैं? 2
प्रश्न 9- निम्नलिखित में से किसी एक काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए – 2x3=6
क - मैं जग जीवन का भार लिए फिरता हूँ ,
फिर भी जीवन मे प्यार लिए फिरता हूँ ,
कर दिया किसी ने झंकृत जिनको छूकर
मैं साँसों के दो तार लिए फिरता हूँ |
क – कवयांश का शिल्प सौन्दर्य स्पस्ट कीजिए |
ख – काव्यांश का भाव सौन्दर्य स्पस्ट कीजिए |
ग – काव्यांश की कोई दो विशेषता लिखिए |
अथवा
जाने क्या रिश्ता है, जाने क्या नाता है
जितना भी उंडेलता हूँ ,भर –भर फिर आता है
दिल में क्या झरना है ?
मीठे पानी का सोता है
भीतर वह ,ऊपर तुम
मुस्काता चाँद ज्यों धरती पर रात- भर
मुझ पर त्यों तुम्हारा ही खिलता वह चेहरा है |”
1. कविता की भाषा संबंधी दो विशेषताएँ लिखिए |
2. “दिल में क्या झरना है?
मीठे पानी का सोता है?”- -का आशय स्पस्ट कीजिए |
3. कविता का शिल्प सौन्दर्य स्पस्ट कीजिए |
प्रश्न.10 - निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए- 3 x 2= 6
क) “मैं फूट पड़ा तुम कहते छंद बनाना” का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
ख) “जन्म से ही वे अपने साथ लाते हैं कपास“- कपास से बच्चों क्या संबंध बन सकता है ?
ग) ‘कैमरे में बंद अपाहिज कविता सामाजिक संवेदन शून्यता का जीता – जागता उदाहरण हैं , कैसे ? उदाहरण द्वारा स्पस्ट कीजिए
प्रश्न 11- क - निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों केउत्तर दीजिए – 2X 4= 8
पिता का उस पर अगाध प्रेम होने के कारण स्वभावतः ईर्ष्यालु और संपत्ति की रक्षा में सतर्क विमाता ने उनके मरणांतक रोग का समाचार तब भेजा, जब वह मृत्यु की सूचना भी बन चुका था। रोने-पीटने के अपशकुन से बचने के लिए सास ने भी उसे कुछ न बताया। बहुत दिन से नैहर नहीं गई, सो जाकर देख आवे, यही कहकर और पहना-उढ़ाकर सास ने उसे विदा कर दिया। इस अप्रत्याशित अनुग्रह ने उसके पैरों में जो पंख लगा दिए थे, वे गाँव की सीमा में पहुँचते ही झड़ गए। ‘हाय लछमिन अब आई’ की अस्पष्ट पुनरावृतियाँ और स्पष्ट सहानुभूतिपूर्ण दृष्टियाँ उसे घर तक ठेल ले गईं। पर वहाँ न पिता का चिह्न शेष था, न विमाता के व्यवहार में शिष्टाचार का लेश था। दुख से शिथिल और अपमान से जलती हुई वह उस घर में पानी भी बिना पिए उलटे पैरों ससुराल लौट पड़ी। सास को खरी-खोटी सुनाकर उसने विमाता पर आया हुआ क्रोध शांत किया और पति के ऊपर गहने फेंक- फेंक कर उसने पिता के चिर विछोह की मर्मव्यथा व्यक्त की।
क) प्रस्तुत गद्यांश किस पाठ से लिया गया है? इसके रचनाकार कौन है? 2
ख) भक्तिन को उसके पिता की बीमारी का समाचार क्यों नहीं दिया गया? 2
ग) लछमिन की सास ने उससे पिता की मृत्यु का समाचार क्यों छिपाया? 2
घ) पिता के घर पहुँचकर भी लछमिन बिना पानी पिए उलटे पैरों क्यों लौट गई? 2
अथवा
ख - मैंने मन में कहा, ठीक। बाज़ार आमंत्रित करता है कि आओ मुझे लूटो। सब भूल जाओ, मुझे देखो।मेरा रूप और किसके लिए है? मैं तुम्हारे लिए हूँ? मैं तुम्हारे लिए हूँ। नहीं कुछ चाहते हो, तो भी देखने में क्या हरज़ है। अजी आओ भी। इस आमंत्रण में यह खूबी है कि आग्रह नहीं है, आग्रह तिरस्कार जगाताहै। लेकिन ऊँचे बाज़ार का आमंत्रण मूक होता है और उससे चाह जगती है। चाह मतलब अभाव। चौक बाज़ार में खड़े होकर आदमी को लगने लगता है कि उसके अपने पास काफी नहीं और चाहिए, और चाहिए। मेरे यहाँ कितना परिमित है और यहाँ कितना अतुलित है.। ओह! कोई अपने को न जाने तो बाजार का यह चौक उसे कामना से विकल बना छोड़े। विकल क्यों, पागल। असंतोष, तृष्णा और ईर्ष्या से घायल कर मनुष्य को सदा के लिए यह बेकार बना डाल सकता है।
क) प्रस्तुत गद्यांश के लेखक कौन हैं? इसे किस पाठ से लिया गया है? 2
ख) गद्यांश के आरंभ में कौन, किससे और क्या कह रहा है? 2
ग) चाह का मतलब अभाव क्यों कहा गया है? 2
घ) बाज़ार के चौक के बारे में क्या बताया गया है? 2
प्रश्न.12- निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए –3 x4 =12
(क) ‘नमक’ कहानी में छिपे संदेश को स्पष्ट कीजिए |
(ख) रात के भयानक सन्नाटे में लुट्टन की ढोलक क्या करिश्मा करती थी?
(ग) चार्ली चैप्लिन ने दर्शकों की वर्ग तथा वर्ण-व्यवस्था को कैसे तोड़ा है?- ‘चार्ली चैप्लिन यानी हम सब’ पाठ के आधार के पर बताइए |
(घ) भक्तिन नाम किसने और क्यों दिया ?पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए | (ड)बाजार दर्शन पाठ के आधार पर पैसे की व्यंग्य शक्ति को सोदाहरण समझाइए |
प्रश्न .13 ‘यशोधर बाबू दो भिन्न काल खंडों में जी रहे हैं ‘ , पक्ष या विपक्ष में सोदाहरण तर्क दीजिए | ( 5 )
प्रश्न.14निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए - 2× 5 =10
(1) ‘जूझ’ कहानी के लेखक के जीवन संघर्ष के उन बिन्दुओं पर प्रकाश डालिए जो हमारे लिए प्रेरणादायक हैं |
(2) ख – यशोधर बाबू का भरा पूरा परिवार है फिर भी वे हमेशा अपने को अकेला महसूस करते हैं | ऐसा क्यों ?
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