सामयिक परीक्षा- 3
कक्षा – 10 समय-90मिनट
विषय-हिंदी अंक-40
सामान्य निर्देश:
1) इस प्रश्न पत्र के खंड हैं क ख ग ।
ख) सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
खंड-क
1-निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर उत्तर दीजिए : 1+1+2+1=5
यदि हमारे वृक्ष स्वस्थ हैं, तो निश्चित मानिए हम भी स्वस्थ हैं हमें तो प्राणवायु उन्हीं से मिलती है । हम कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं या उन्हें देते हैं और बदले में ऑक्सीजन देते हैं। जो हमारे जीवन की हर गतिविधि के लिए आवश्यक है । हमारे स्वास्थ्य का हर बिंदु ऑक्सीजन की उपलब्धता से अनुप्राणित है भले ही या बात हमें कल्पना लोकलगती हो, लेकिन या वैज्ञानिक प्रामाणिकता भी रखती है, इसमें रत्ती भर भी संदेह करने की गुंजाइश नहीं है। यदि हम आस-पास खड़े वृक्षों की रक्षा का जिम्मा अपने कंधे पर उठा ले, तो निश्चित मानिए हमने अपने स्वास्थ्य को लंबे समय तक स्वस्थ रखने की गारंटी प्राप्त कर ली है। वृक्षों की रक्षा में ही हमारे जीवन की सुरक्षा का राज छिपा है ।कहा जाता है एक स्वस्थ मन हजारों सोने के सिंहासनों से कहीं अधिक मूल्यवान होता है क्योंकि स्वस्थ मन ही स्वस्थ देश की रचना करने में समर्थ है।
(क) इस अनुच्छेद एक शीर्षक लिखिए।
(ख) देश का निर्माण कौन कर सकता है?
(ग) मनुष्य को प्राणवायु किस से प्राप्त होती है?
(घ) जीवन की सुरक्षा का राज किस में छिपा है ?
2-निम्नलिखित पठित गघांश को पढ़कर उत्तर दीजिए : 2+1+1+1=5
सिकुड़ती आर्थिक स्थिति के कारण और अधिक विस्तारित इनका अहम, उन्हें इस बात तक की अनुमति नहीं देता था, कि वह कम से कम अपने बच्चों को तो अपनी आर्थिक विषमताओं को का भागीदार बनाएं। नवाबी आदतों अधूरी महत्वाकांक्षाओं हमेशा शीर्ष पर रहने के बाद हाशिए पर सरकते चले जाने की यातना क्रोध बनकर हमेशा मां को कांपती थरथराती रहती थी । अपनों के हाथों विश्वासघात की जाने कैसी गहरी चोट होगी । वह जिन्होंने आंख मूंदकर सबका विश्वास करने वाले पिता के बाद के दिनों को इतना शक्ति बना दिया था।
क) पाठ का नाम तथा लेखक का नाम बताइए।
ख) सिकुड़ती आर्थिक स्थिति का क्या आशय है ?
ग) लेखिका के पिता के क्रोध का शिकार सर्वाधिक कौन होता था ?
घ) पिता के साथ ऐसा क्या घटित हुआ था कि वह अपनों पर ही शक करने लगे थे ?
3-निम्नलिखित पठित पघांश को पढ़कर उत्तर दीजिए : 2+1+1+1=5
यश है यहां या न वैभव है,मान है ना
सरमाया है जितना ही दौड़ा उतना ही
भरमाया है प्रभुता का शरण बिम्ब केवल मृगतृष्णा है
हर चंद्रिका में छिपीरात कृष्णा है जो है
यथार्थ कठिन उसका तू कर पूजन
छाया मत छूना मन होगा दुख दूना ।
क) कविता का नाम तथा कवि का नाम बताइए।
ख) ‘मृगतृष्णा’ का क्या अर्थ है ?
ग) हर चंद्रिका में छिपी है एक रात____________खाली स्थान को भरिए ?
घ) छाया मत छूना से कवि का क्या आशय है ?
खंड-ख
4-निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं 3 प्रश्नों के उत्तर दीजिए:6
1) छाया मत छूना कविता में कवि ने यथार्थ पूजन के बात क्यों की है ?
2) मां ने ऐसा क्यों कहा कि लड़की होना पर लड़की जैसी दिखाई मत देना ?
3) छाया मत छूना कविता में व्यक्त मृगतृष्णा का अर्थ क्या है?
4) फसल कविता में फसल उगाने के लिए किन तत्वों की बात कहीं गई है ?
5) कन्यादान कविता में मां ने अपनी बेटी को क्या-क्या सीख दी है?
6) संगतकार कविता में कवि क्या संदेश देना चाहता है ?
5-निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं 2 प्रश्नों के उत्तर दीजिए:4
1) गन्तोकको ' मेहनतकश बादशाहों का शहर ‘क्यों कहा गया है ?
2) “कितना कम लेकर यह समाज को कितना अधिक वापस लौटा देती है” इस कथन के आधार पर स्पष्ट करें कि आम जनता की देश की आर्थिक प्रगति में क्या भूमिका है ?
3) आज की पीढ़ी के द्वारा प्रकृति के साथ किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है इसे रोकने में आपकी क्या भूमिका होनी चाहिए।
4) लेखक ने ऐसा क्यों कहा है कि “ नई दिल्ली में सब था सिर्फ नाक नहीं थी”।
खंड-ग
6-आपके शहर में पर्यावरण बचाओ पर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है इस आयोजन पर एक 50 शब्दों का विज्ञापन तैयार कीजिए।5
अथवा
आपके शहर में एक नया विद्यालय खुलने जा रहा है इस पर एक 25 से 50 शब्दों काविज्ञापन तैयार कीजिए ।
7-गत कुछ दिनों से आपके क्षेत्र में अपराध बढ़ने लगे हैं उसकी रोकथाम के लिए थाना अध्यक्ष को पत्र लिखिए।5
अथवा
अपने बड़े भाई को पत्र लिखिए जिसमें उनके द्वारा दी गई सीख पर आचरण करने का आश्वासन दिया जाए।
खंड-घ
8-निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर निबंध 150 से 200 शब्दों मेंलिखिए:5
1) प्रदूषण कारण और निवारण (विचार बिंदु ) : प्रदूषण का अर्थ, प्रदूषण के प्रकार,प्रदूषण के कारण ,प्रदूषण का निवारण ।
2) विपत्ति कसौटी कसे सोई सांचे मीत ( विचार बिंदु) : मित्र का महत्व, अच्छे मित्र की पहचान ,अच्छे मित्र के गुण ,निष्कर्ष ।
3) स्वच्छ भारत अभियान ( विचार बिंदु) : भूमिका, देश के विकास में स्वच्छता का योगदान ,अस्वच्छता के कारण व रोकने के उपाय, उपसंहार।
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