केंद्रीय विद्यालय, दुर्गापुर
(पी॰टी०2 परीक्षा 2019-20)
कक्षा -11वीं विषय - हिंदी समय - 1:30 घण्टे पूर्णांक – 50
1 . निम्नलिखित अपठित गदयांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
भिखारी की भांति गिड़गिड़ाना प्रेम की भाषा नहीं है । यहाँ तक कि मुक्ति के लिए भगवान की उपासना करना भी अधम उपासना में गिना जाता है । प्रेम कोई पुरस्कार नहीं चाहता । प्रेम में आतुरता नहीं होती । प्रेम सर्वथा प्रेम के लिए ही होता है । भक्त इसलिए प्रेम करता है कि बिना प्रेम किए वह रह नहीं सकता । जब हम किसी मनोहर प्राकृतिक दृश्य को देखकर उस पर मुग्ध हो जाते हैं तो उस दृश्य से हम किसी फल की याचना नहीं करते और न ही वह दृश्य ही हम से कुछ चाहता है ; तो भी वह दृश्य हमें बड़ा आनंद देता है । वह हमारे मन को पुलकित और शांत कर देता है । और हमें साधारण सांसारिकता से ऊपर उठाकर एक स्वर्गीय आनंद से सराबोर कर देता है इसलिए प्रेम के बदले कुछ मांगना प्रेम का अपमान करना है । प्रेम करना नंगी तलवार की धार पर चलने जैसा है क्योंकि स्वार्थ के लिए तो सभी प्रेम करते हैं ,उसे निभाते नहीं । वे पाना चाहते हैं ,देना नहीं । वे वस्तुत: प्रेम शब्द को कलंकित करते हैं ।
(1) भिखारी की भाषा और प्रेम की भाषा में क्या अंतर है ? 1
(2) भक्त ईश्वर से प्रेम क्यों करता है 1
(3) प्रेम में आतुरता होने से क्या अभिप्राय है ? 1
(4) प्रकृति प्रेम में प्रकृति और दर्शक के प्रेम संबंध कैसे होते हैं ? 1
(5) प्रेम को तलवार की धार पर चलने के समान क्यों बताया गया है ? 1
(6) कैसे लोग प्रेम को कलंकित करते हैं ? 1
प्र.2- निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा इससे संबंधित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- 1 x4=4
मानता हूँ भूल हुई, खेद मुझे इसका
सौंपे वही कार्य उसे धार्य हो जो जिसका
मानता हूँ और सब, पर हार नहीं मानता
अपनी अगति नहीं आज भी मैं जानता
आज मेरा भूक्तोज्जित हो गया स्वर्ग भी
ले के दिखा दूँगा कल मैं अपवर्ग भी |
गिरना क्या उसका उठा ही नहीं जो कभी ?
मैं ही तो उठा था, गिरता हूँ जो अभी
फिर भी उठूँगा और बढ़के रहूँगा मैं
नर हूँ पुरुष हूँ मैं चढके रहूँगा मैं |
तन जिसका हो मन और आत्मा मेरा
चिंता नहीं बाहर उजेला या अँधेरा है |
चलना मुझे है, बस अंत तक चलना ,
गिरना ही मुख्य नहीं मुख्य है संभलना |
क) वक्ता क्या मानने को तैयार नहीं है ?
ख) किसका गिरना अधिक चिंताजनक है ?
ग) वक्ता के अनुसार वह क्या है और वह क्या करके रहेगा ?
घ) वक्ता के अनुसार क्या मुख्य है और क्या नहीं ?
प्रश्न-3 न हो कमीज़ तो पाँवों से पेट ढक लगे,
ये लोग कितने मुनासिब हैं इस सफ़र के लिए।
खुदा नहीं, न सही, आदमी का ख्वाब सही,
कोई हसीन नजारा तो हैं नजर के लिए।
ये लोग कितने मुनासिब हैं इस सफ़र के लिए।
खुदा नहीं, न सही, आदमी का ख्वाब सही,
कोई हसीन नजारा तो हैं नजर के लिए।
1. पाँवों से पेट ढंकने का अर्थ स्पष्ट करें। 3
2. खुदा के बारे में कवि क्या व्यंग्य करता है? इसका आम आदमी के जीवन पर क्या असर होता है? 3
प्रश्न-4 कृषि विभाग वालो ने मामले को हार्टीकल्चर विभाग को सौंपने के पीछे क्या तर्क दिया ? 2
प्रशन-5 अध्यापक ने अच्छे अंक लाने पर भी अमित को किस तरह ट्यूशन के लिए प्रेरित किया ? 2
प्रश्न-6 गुलमोहर से कवि का आशय एक खास तरह के फूलदार वृक्ष से है या उसमे कोई सांकेतिक अर्थ निहित है ? समझाकर लिखिए । 3
प्रश्न-7 लक्ष्य प्राप्ति में इंद्रिया बाधक होती है- इसके संदर्भ में अपने तर्क दीजिए । 3
प्रश्न-8 ओ चराचर !मत चूक अवसर – इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए। 3
प्रश्न-9 स्त्री के चरित्र की बनी बनाई धारणा से रजनी का चेहरा किस मायनो में अलग हैं ?4
प्रश्न-10 यह कहना कहाँ तक युक्तिसंगत है कि कहानी में हास्य के साथ-साथ करुणा की भी अंतर्धारा है । अपने पक्ष में तर्क दे । 4
प्रश्न-11 आलो-आँधारि रचना बेबी की व्यक्तिगत समस्याओ के साथ-साथ कई सामाजिक मुद्दो को समेटे है । किन्ही दो मुख्य समस्याओ पर अपने विचार प्रकट कीजिए । 4
प्रश्न-12 अपने परिवार से तातुश के घर तक के सफर में बेबी के सामने रिश्तो की कौन सी सच्चाई उजागर होती है ? 4
प्रश्न-13 बस में छूटे अपना सामान का पता लगाने के लिए दिल्ली परिवाहन-निगम के महाप्रबंधक को प्रार्थना पत्र लिखिए । 5
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