केंद्रीय विद्यालय क्रमांक - 4, भुवनेश्वर
प्रथम आवधिक परीक्षा – 2019-20
कक्षा - ग्यरहवीं विषय – हिन्दी समय – 1:30घंटेपूर्णांक - 40
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
नोट :- निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
प्रश्न-1 किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-2+2+2=6
(क) ‘ नमक का दारोगा ’ कहानी के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए?
(ख) मीरा जगत को देखकर क्यों रोती हैं?
(ग) कहानी के अंत में अलोपीदीन के बंशीधर के नियुक्त करने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं ? तर्क सहित उत्तर दीजिए?
(घ) मियाँ नसीरुद्दीन को नानबाईयों का मसीहा क्यों कहा जाता था?
प्रश्न – 2 किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-2+2+2=6
(क) कबीर की दृष्टि में ईश्वर का क्या स्वरूप है ?
(ख)कबीर ने ऐसा क्यों कहा है कि संसार बौरा गया है ?
(ग) लेखक को लता जी के गीत का जादू कब और कैसे पताचला? (घ) लेखक ने लता की गायकी की किन विशेषताओं को उजागर किया है ?
(ड़) चित्रपट संगीत ने लोगों के कान बिगाड़ दिए – अक्सर यह आरोप लगाया जाता है। इस संदर्भ में कुमार गंधर्व की राय और अपनी राय लिखिए।
प्रश्न -3. किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिये :- 1×3 = 3
(क) जनसंचार के कोई तीन कार्य लिखिए।
(ख) आल इंडिया रेडियो की स्थापना कब हुई ?
(ग) जनसंचार किसे कहते हैं ?
(घ) समाचार क्या है?
(ड़) आज़ादी के पहले के महत्त्वपूर्ण पत्रिकाओं और समाचार-पत्र में से किन्हीं दो के नाम लिखिए।
प्रश्न -4 दिए गए पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए :- हम तौ एक एक करि जांना
दोइ कहैं तिनहीं को दोजग जिन नाहींन पहिचांनां॥
एकै पवन एक ही पानीं एकै जोति समांनां।
एकै खाक गढ़े सब भांड़ै एकै कोंहरा सांनां॥
(i) कबीर ने ईश्वर को किस रूप में जाना है ?1
(ii) पद्यांश का शिल्प/कला सौंदर्य लिखिए।2
(iii) ‘ एकै खाक गढ़े सब भांड़ै एकै कोंहरा सांनां ’- का भाव स्पष्ट कीजिए।2
प्रश्न – 5 दिए गए गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-
प्रेमचंद का साहित्य ग़रीब जनता का साहित्य है। उन्होंने जीवन को बहुत नज़दीक से देखा था। उनके उपन्यासों में निम्न और मध्यम श्रेणी के गृहस्थों के जीवन का बहुत सच्चा रूप मिलता है। इनकी कहानियों में पहली बार समाज का पूरा परिवेश उसकी कुरूपता, असमानता, छुआछूत, शोषण की विभीषिका, कमज़ोर वर्ग और स्त्रियों का दमन आदि वास्तविकता के साथ प्रकट हुई है। ग्रामीण जीवन को उन्होंने बिना किसी वाद की ओर देखे अपने उपन्यासों में चित्रित किया है। अपने पात्रों को ऐसा सजीव चित्र देते हैं कि पाठक की उससे सहानुभूति सहज ही प्राप्त हो जाती है। पुरुष-पात्रों के साथ-साथ उन्हें नारी-पात्र के चरित्र चित्रण में भी सफलता मिली है। सच तो यह है कि समाज के सभी वर्ग के पात्रों का चरित्र अपने-अपने अनुरूप समान स्थान पाता है।
प्रेमचंद का जीवन औसत भारतीय जन जैसा है। यह साधारणत्व एवं सहजताप्रेमचंद की विशेषता है। प्रेमचंद दरिद्रता में जनमे, दरिद्रता में पले औरदरिद्रता से ही जूझतेजूझते समाप्त हो गए। फिर भी वे भारत के महानसाहित्यकार बन गए थे। उन्होंने अपने को सदा मज़दूर समझा। बीमारी कीहालत में, मरने के कुछ दिन पहले तक भी अपने कमज़ोर शरीर को लिखनेपर मज़बूर करते थे। कहते थे, “मैं मज़दूर हूँ! मज़दूरी किए बिना मुझेभोजन का अधिकार नहीं है।”
(क) इस गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।1
(ख)प्रेमचंद का जीवन कैसा था?1
(ग)उनके उपन्यासों में किसका सच्चा रूप मिलता है ?1
(घ)इनकी कहानियों की क्या विशेषताएँ हैं?2
प्रश्न – 6 दिए गए पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-
|
हिन्दू के नाते उनका दुख सुनते यदि तुम्हें लाज आती।
तो सीमा के उस पार चलो सभ्यता जहाँ कुचली जाती॥
इंसान जहाँ बेचा जाता, ईमान ख़रीदा जाता है।
इस्लाम सिसकियाँ भरता है, डालर मन में मुस्काता है॥
भूखों को गोली नंगों को हथियार पिन्हाए जाते हैं।
सूखे कण्ठों से जेहादी नारे लगवाए जाते हैं॥ |
(क) कविता का उपयुक्त शीर्षक लिखिए। 1
(ख) सीमा के पार क्या होता है?2
(ग) पंद्रह अगस्त के बारे में किससे पूछने के लिए कवि कह रहा है ?2
प्रश्न - 7. किसी एक विषय पर एक लघु निबंध लिखिए -5
(अ)किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा (ब) दूरदर्शन का समाज पर प्रभाव (स) धर्म और समाज
प्रश्न – 8 भ्रूण-हत्या में हो रही वृद्धि पर चिंता प्रकट करते हुए किसी हिंदी दैनिक समाचार-पत्र के संपादक को एक पत्र लिखिए।5
अथवा
आपने विज्ञान / वाणिज्य संकाय में प्रवेश लिया है किंतु विषय कठिन होने के कारण अपना संकाय बदलकर कला संकाय लेना चाहते हैं। इस हेतु कारण सहित अपने प्राचार्य महोदय को एक प्रार्थना-पत्र लिखिए।
--------------------------------------------------------BEST OF LUCK-----------------------------------------------------
No comments:
Post a Comment