सामयिकपरीक्षा-2
कक्षा -9 समय-90 मिनट
विषय -हिंदी अंक-40
सामान्य निर्देश:
1) इस प्रश्न पत्र के खंड हैं क ख ग घ ड़ तथा च ।
2) सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
खंड-क
प्रश्न 1 निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दीजिए: 1+1+1+1+1=5
मानव जीवन की पहली पाठशाला परिवार होतीहै ।सच भी कोई बच्चा माता-पिता या परिवार के बड़ेबुजुर्गों की अंगुली पकड़कर ही दुनियादारी देखने औरउसे समझने की शुरुआत करता है। लेकिन इसको भी नहींभुला सकते हैं कि माता-पिता या परिवार से प्राप्त शिक्षासफलता की सीढ़ियां तो दिखा सकती है परंतु लक्ष्य तकपहुंचाने के लिए कुछ और भी चाहिए ।बिना सही मार्गदर्शनके केवल ज्ञान या जानकारी के बूते कामयाबी के शीर्ष तकनहीं पहुंचा जा सकता या मार्गदर्शन केवल गुरु ही दे सकतेहैं । महान दार्शनिक अरस्तु की बात हो या स्वामीविवेकानंद की इनके समग्र दर्शन और व्यक्तित्व के पीछेगुरु कृपा का आलोक ही काम कर रहा था । स्वामीविवेकानंद में तो स्वयं ही स्वीकार किया था कि यदि गुरुरुप में रामकृष्ण परमहंस जी नहीं मिले होते तो मैं साधारणनरेंद्र से कुछ ज्यादा नहीं होता । हर माता-पिता की चाहतहोती है कि उनकी संतान से शुरू कर शीर्ष पर पहुंचे अतःसमय रहते बच्चों के लिए कोई योग्य गुरु ढूंढ ना आवश्यकहै। किंतु इस गुरु का मिल जाना इस दौर की बड़ी चुनौती है। तुलसीदास जी ने श्री हनुमान चालीसा की 37 वी चौपाई“जै जै हनुमान गोसाई कृपा करहु गुरुदेव की नाई “कोबहुत आसान कर दिया है कोई अच्छा गुरु नहीं मिले तोहनुमान जी को ही गुरु और हनुमान चालीसा को मंत्र मानलीजिए गुरु रुप में हनुमान जी की जो कृपा बरसेगी वहआपका जीवन बदल देगी।
1) बच्चा किस प्रकार दुनियादारी देखने और उसे समझने की शुरुआत करता है।
ख) गुरु के मार्गदर्शन से हम कहां पहुंचे सकते हैं ?
ग) स्वामी विवेकानंद विवेकानंद ने क्या स्वीकार किया था?
घ) इस गद्यांश का एक शीर्षक लिखिए ।
ड़) मानव जीवन की पहली पाठशाला कौन होती है?
प्रश्न-2 निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 1+1+1+1+1=5
तन समर्पित ,मन समर्पित
और यह ,जीवन समर्पित
चाहता हूं देश की धरती तुझे कुछ और भी दूं
मां तुम्हारा ऋण बहुत है मैं आकर अकिचन
इतना कर रहा फिर भी निवेदन
थाल में लाया हूं सजाकर भाल जब
कर दया स्वीकार लेना वह समर्पण
गान अर्पित प्राण अर्पित
रक्त का कण कण समर्पित
चाहता हूं देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूं ।
प्रश्न:
क) कवि अपने देश के लिए क्या-क्या अर्पित करना चाहता है?
ख) कवि थाल में क्या सजा कर लाया है ?
ग) कवि की दृष्टि में किसका ऋण बहुत है?
घ) कवि कविता में किस से प्रार्थना कर रहा है?
ड़) इस पद्यांश का एक शीर्षक लिखिए ।
खंड ख
प्रश्न-3 निम्नलिखित पठित गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 1+1+1+1+1=5
उन जैसा “बर्ड् वाचर” शायद ही कोई हुआ हो ।लेकिन एकांत क्षणों में सालिम अली बिना दूरबीन भी देखे गए हैं ।दूर क्षितिज तक फैली जमीन और झुके आसमान को छूने वाली उनकी नजरों में कुछ-कुछ वैसा ही जादू था जो प्रकृति को अपने घेरे में बांध लेता है। सालिम अली उन लोगों में थे जो प्रकृति के प्रभाव में आने के बजाय प्रकृति को अपने प्रभाव में लाने के कायल होते हैं ।उनके लिए प्रकृति में हर तरफ एक हंसतीखेलती रहस्य भरी दुनिया पसरी थी यह दुनिया उन्हें बड़ी मेहनत से अपने लिए गई थी इसके गढ़ने में उनकी जीवनसाथी तहमीनाने काफी मदद पहुंचाई थी।
प्रश्न क) पाठ और लेखक का नाम लिखिए।
ख) लेखक ने बड वाचर किसे कहा है ?
ग) सालिम अली प्रकृति को अपने प्रभाव में कैसे लाते थे?
घ) सालिम अली को प्रकृति में क्या दिखाई देता था?
ड़) सालिम अली के यहां तक पहुंचने में किसका योगदान रहा है?
प्रश्न-4 निम्नलिखित पठित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 1+1+1+1+1
देखता हूं मैं स्वयंवर हो रहा है
प्रकृति का अनुराग अचल हिल रहा है
इस विजन में दूर व्यापारिक नगर में
प्रेम की प्रिय भूमि उपजाऊ अधिक है
और पैरों के तले है एक पोखर उठ रही है
इसमें लहरियां नील तल में जो उगी है
घास भूरी ले रही हैं वह भी लहरिया
एक चांदी का बड़ा सा गोल खंभा
आंख को चकमकाता है कई पत्थर किनारे
पी रहे चुपचाप पानी प्यास जाने कब बुझेगी ।
प्रश्न –
क) कवि और कविता का नाम लिखिए?
ख) कवि ने यहां स्वयंवर की बात क्यों की है?
ग) अनुराग अंचल में कवि ने कौन से अलंकार का प्रयोग किया है?
घ) नील तल में जो उगी है घास भूमि से कवि का क्या आशय है?
ड़) “एक चांदी का बड़ा सा गोल खंबा “ इस पंक्ति में कवि किसकी बात कर रहा है?
खंड-ग
प्रश्न-5 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 1+1+1+1+1=5
1) निम्नलिखित शब्दों में उपसर्ग बताइए:
1- दरअसल २-अपयश ३-अधिकार ४-अनुभूति
2) निम्नलिखित शब्दों में प्रत्यय बताइए:
१-धार्मिक २- लाचार ३- धनवान ४- सामाजिक
3) निम्नलिखित समस्त पदों का विग्रह करकेसमास का नामबताइए:
1- गिरिधर २- ऊपर - नीचे ३- धनवान ४- दशमुख
4) निम्नलिखित पंक्तियों में अलंकार बताइए:
1- मजबूत शिला सी दृढ़ छाती ।
2- दुख हैं जीवन तरुण के फूल।
1- मैं छुट्टी नहीं ले सकता हूं।
2- वाह ! क्या खूबसूरत दृश्य है।
3- शायद वह झूठ बोल रहा है।
4- काश! आज धूप खिल जाए।
खंड -घ
प्रश्न-6 निम्नलिखित प्रश्नों में से कि किन्हीं 4 प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 2+2+2=6
1) कवि का ब्रज के वन बाग और तालाब को निहारने के पीछे क्या कारण हैं ?
2) बंद द्वार की सांकल खोलने के लिए कवयित्री ललघद ने क्या उपाय सुझाया है ?
3) कविता कैदी और कोकिला के आधार पर पराअधीन भारत की जेलों में स्वतंत्रता सेनानियों को दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए ?
4) अलसी के मनोभावों का वर्णन कीजिए ।
5) मैना जड़ पदार्थ मकान को बचाना चाहती थी पर अंग्रेज उसे नष्ट करना चाहते थे क्यों ?
6) लहासा की ओर यात्रा वृतांत के आधार पर बताइए कि उस समय का तिब्बती समाज कैसा था?
खंड-ड़
प्रश्न 7 निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं 2 प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 2+2=4
प्रश्न-क) शिक्षा बच्चों का जन्मसिद्ध अधिकार है इस दिशामें मेरे संग की औरतें की लेखिका के प्रयासों का उल्लेखकीजिए ।
ख) आप अपनी कल्पना से लिखिए की परदादी नेपतोहू के लिए पहले बच्चे के रूप में लड़की
पैदा सोने की मन्नत क्यों मांगी ?
ग) लेखिका की मां के स्वाभाव की विशेषताएं बताइए ।
खंड- च
प्रश्न 8 क) आपके मित्रों को बोर्ड की परीक्षा में प्रथम घोषित किया गया है इस अवसर पर उसे बधाई पत्र लिखिए। 5
अथवा
ख ) निम्नलिखित विषय में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए: 5
1-भारत के गांव 2- मानव जीवन मेंकंप्यूटर की उपयोगिता
No comments:
Post a Comment