केन्द्रीय विदयालय संगठन –भुबनेश्वर(संभाग)
विषय –हिन्दीअवधि-3 घंटे
सामान्य निर्देश –
➢ प्रश्न पत्र चार खण्ड (क,ख,ग,घ) में विभाजित है |
➢ सभी खण्ड अनिवार्य हैं |
➢ प्रश्न पत्र में कुल पृष्ठों की संख्या 8 है |
➢ प्रश्न पत्र में कुल प्रश्नों की संख्या 14है |
➢ प्रश्नों के अंक प्रश्नों के समक्ष अंकित हैं |
(खण्ड – क)
[अपठित बोध]
प्रश्न– 1 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :8
संसार के उत्पादन साधनों में जो भी क्रांतिकारी परिवर्तन क्यों न हुए हों और मनुष्य के सोचने – समझने के तौर-तरीकों में कितनी भी उथल-पुथल क्यों न हुई हो, मनुष्य की भूख ज्यों की त्यों है । भोजन के उपकरणों और निर्माण विधि में आदिम मनुष्यों की अपेक्षा अधिक अंतर अवश्य आ गया है पर भूख आज भी वैसे ही लगती है ।शरीर की भूख ही नहीं मन की क्षुधा भी ज्यों की त्यों है ।आज भी मनुष्य यश और मान की लिप्सा में उसी प्रकार भटक रहा है जिस प्रकार वह हजारों साल पहले भटकता था ।लोग कहते हैं - इस जगत में समस्त गंदगियों से परे कोई ऐसा परात्पर ब्रह्म है जो शाश्वत है ,त्रिकाल में सत्य है ,जो सदा सर्वदा बना रहने वाला है, परंतु मैं कहता हूँ कि मनुष्य की मानसिक भूख भी बहुत कुछ शाश्वत ही है । मनुष्य की उद्दाम लालसा को ,अपराजित बुभुक्षा को और दुर्दमनीय जिजीविषा को चिर पुरातन और चिर नवीन कहने की इच्छा होती है । वैरागी कहता है कि यह भूख तुम्हारी शत्रु है ,किंतु कहने की इच्छा होती है कि इस भूख में ही मनुष्यता है ।
भूख-भूख में भी भेद है ।कुछ तो स्थूल के प्रति आकर्षण मात्र है । मनुष्य उसे पाता है और उसकी भूख मिट जाती है ,इसे शाश्वत नहीं कह सकते हैं । परंतु उससे भी सूक्ष्म भूख है जो उपलभ्य को पा जाने के बाद भी बढती रहती है । वह विचित्र भूख है । यह जो जन्म जन्मांतर के देखने से भी तृप्ति का ना मिलना है ,देखने की प्यास न मिटना है ,वह मनुष्य जीवन की गहराई में छिपा हुआ रहस्य है । सैकड़ों वर्षों से मनुष्य पूछता आ रहा है कि यह क्या है ? सहस्रों वर्षों के मनुष्य के इतिहास में यह सत्य नाना भावों और नाना रूपों में प्रकट हुआ है कि ससीम वस्तुओं से तृप्ति नहीं होती । वास्तविक तृप्ति के लिए इससे बड़ी वस्तु ,भीतर कुछ सीमातीत वस्तु चाहिए – नाल्पे सुखमस्ति ।
1- उपर्युक्त गद्यांश के लिए एक उपयुक्त शीर्षक दीजिए ।1
2- मनुष्य की भूख का वैशिष्ट्य क्या है ?2
3- पूर्वजों और आज के मनुष्य में किस तरह का अंतर आया है ?2
4- ब्रह्म के क्या लक्षण दिए गए हैं ?2
5- निम्नलिखित में स्पष्ट कीजिए : दुर्दमनीय – उपसर्ग ,मानसिक – प्रत्यय 1
प्रश्न-२ निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :7
हमें
पेड़ोंके बदले
कारखाने उगाने थे
कि हमारेहाथ बढ़ जाएँ
हमें भेटें
अपनाएँ
हम अपनों के निकटतर हो जाएँ।
हमें क्या मालूम था
कि ये सभ्यता के झंडे
जंगल हो जाएँगे; कि आदमी
आदमी को देखने को तरसेगा,
सामने देखेगा
तो भी नहीं चीन्हेगा
बहुत हुआ
तो गुर्राएगा
भौकेगा
गाली बन बरसेगा ।
क . आशय स्पष्ट कीजिए : ‘पेड़ों के बदले कारखाने उगाए थे’ । 1
ख. कारखाने उगाने का क्या उद्देश्य था ?1
ग. कारखाने लगाने के क्या दुष्परिणाम हुए ?1
घ. ‘गुर्राएगा’‘भौकेगा’ शब्दों के माध्यम से कवि किसकी, कैसी मानसिक स्थिति को प्रस्तुत करना चाहता है ?2
च. काव्यांश के कथ्य को अपने शब्दों में प्रस्तुत कीजिए । 2
खण्ड – ख
[व्यावहारिक व्याकरण]
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प्रश्न-3 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिए-3x1=3
(क)-आकाश में बादल छाए और वर्षा होने लगी। [ सरल वाक्य बनाइए ]
(ख)-मैं खाना बनाकर अपने काम पर चला गया। [संयुक्त वाक्य बनाइए ]
(घ)- मैंने कक्षा के बुद्धिमान विद्यार्थी को बुलाया | [ मिश्र वाक्य बनाइए ]
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प्रश्न-4 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिये - 4x1=4
(क) महर्षि दयानन्द द्वारा आर्यसमाज की स्थापना की गई।(कर्तृवाच्य में परिवर्तित कीजिए)
(ख) मोहन निबंध पढ़ता है।(कर्मवाच्य मे परिवर्तितकीजिए)
(ग) सरला नहीं खाएगी। (भाववाच्य में परिवर्तित कीजिए)
(घ) मुझसे उपन्यास लिखा जाएगा । (कर्तृवाच्य मे परिवर्तित कीजिए)
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प्रश्न-5निम्नलिखित में रेखांकित पद का पद-परिचय दीजिए- 4x1=4
(क) मनुष्यता पूर्णत: समाप्त हो गई है।
(ख) वह दान देकर यश प्राप्त करता है|
(ग) अरे ! तुम भी आ गए।
(घ) वसंत-ॠतु सुहावनी होती है।
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प्रश्न-6 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिए - 4x1=4
(क ) ‘भयानक रस’ का स्थाई भाव बताइए |
(ख) राम को रूप निहारति जानकी ,कंकन के नग की परछाई |
याते सबै सुधि भूल गई,कर टेकि रही पल टारती नाहीं (प्रयुक्त रस का नाम लिखिए)
(ग) अखिल भुवन चर अचर सब ,हरि मुख में लखि मातु |
चकित भई गदगद वचन,विकसित दृग पुलकात ৷(प्रयुक्त रस का नाम लिखिए )
(घ) छोड़ो मत अपनी आन सीस कट जाए
मत झुको अनय पर भले व्योम फट जाए |
दो बार नहीं यमराज कंठ धरता है
मरता है जो एक ही बार मरता है || (प्रयुक्त रस का नाम लिखिए)
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खण्ड– ‘ग’
[पाठ्यपुस्तकएवपूरकपाठ्यपुस्तक]
प्रश्न-7 निम्नलिखित गदयांश को पढ़कर दिये गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये –5
वही पुराना बालाजी का मंदिर जहां बिस्मिल्ला खाँ को नौबतखाने रियाज़ के लिए जाना पड़ता है । मगर एक रास्ता है बालाजी मंदिर तक जाने का । यह रास्ता रसूलनबाई और बतूलनबाई के यहाँ से होकर जाता है । इस रास्ते से अमीरुद्दीन को जाना अच्छा लगता है । इस रास्ते न जाने कितने तरह के बोल-बनाव कभी ठुमरी ,कभी ठप्पे , कभी दादरा के मार्फत ड्योढ़ी तक पहुँचते रहते हैं । रसूलन और बातूलन जब गाती हैं तब अमीरुद्दीन को खुशी मिलती है ।अपने ढेरों साक्षात्कारों मे खाँ साहब ने स्वीकार किया है कि उन्हे अपने जीवन के आरंभिक दिनों मे संगीत के प्रति आसक्ति इनहि गायिका बहिनों को सुनकर मिली है ।
क. बिस्मिल्ला खाँ कौन थे ? बालाजी मंदिर से उनका क्या संबंध है ?2
ख. रसूलनबाई और बतूलनबाई के यहाँ से होकर बालाजी के मंदिर जाना बिस्मिल्ला खाँ को क्यों अच्छा लगता है ?2
ग. ‘रियाज़‘ से क्या तात्पर्य है ?1
प्रश्न-8 पाठ्यपुस्तक पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये –2*4=8
क. ‘ नेता जी का चश्मा ’ पाठ का कैप्टन एक ऐसा इंसान है जिसके कार्य उसकी देश-भक्ति के प्रमाण हैं – स्पष्ट कीजिये ।
ख. ‘मोह और प्रेम मे अंतर होता है। ‘बालगोबिन भगत के जीवन के आधार पर इस कथन को सिद्ध कीजिये।
ग. ‘मेरे मालिक सुर बख्श दे|सुर में वह तासीर पैदा कर कि आखों से सच्चे मोती की तरह अनगढ़ आँसू निकल आए|’ आशय स्पष्ट कीजिए |
घ. मन्नू भण्डारी की माँ त्याग और धैर्य की पराकाष्ठा थी फिर भी लेखिका के लिए आदर्श न बन सकीं ,क्यों ?
प्रश्न 9. निम्नलिखित पदयांश को पढ़कर दिये गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये –5
माँ ने कहा पानी मे झाँककर
अपने चेहरे पर मत रीझना ।
आग रोटियाँ सेंकने के लिए है
जलने के लिए नहीं
वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह
बंधन हैं स्त्री जीवन के ।
क. लड़की का अपने चेहरे पर रीझना हानिकारक क्यो है ?2
ख. कविता में आग के माध्यम से समाज की किस समस्या की ओर संकेत किया गया है?2
ग. प्रस्तुत पद्य में किसे सीख दी गयी है ?1
प्रश्न 10. पाठ्यपुस्तक पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये –2*4=8
क. कविता में छाया शब्द का प्रयोग किस रूप में हुआ है? कवि नें उसे छूने से क्यों मना किया है ?
ख. बच्चे की दंतुरित मुस्कान का कवि के मन पर क्या प्रभाव पड़ा ?
ग. ‘उत्साह’ कविता मे ‘नव जीवन वाले’ किस को कहा गया है और क्यों?
घ. संगतकार किन-किनरूपों में गायक की मदद करते हैं?
खण्ड – घ
[लेखन]
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प्रश्न-12 निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर 450 शब्दों में एक निबंध लिखिए 10 |
(क) श्रम का महत्व
संकेत बिन्दु:- परिश्रम किसी भी समस्या का समाधान , सभ्यता का विकास , परिश्रम का फल, परिश्रम सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का सर्वश्रेष्ठ साधन, राष्ट्रों के विकास की पृष्ठभूमि मे श्रम, परिश्रम जीवन मे सुख पाने का एकमात्र उपाय ।
(ख) मोबाइल फोन : कितना सुखद ?
संकेत बिन्दु :- मोबाइल –एक सुविधा या संपत्ति , संपर्क का सस्ता और सुलभ साधन, विपत्तियाँ – अनचाहा खलल डालने का साधन ,अपराधियों के लिए वरदान,निष्कर्ष ।
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(ग) ‘मधुर वचन है औषधि,कटुक वचन है तीर ।
संकेत बिन्दु :- सूक्ति का अर्थ एवं वाणी का महत्व, विभिन्न उदाहरण ,कटुवाणी का नकारात्मक प्रभाव, मधुर वाणी का सकारात्मक प्रभाव।
प्रश्न-13.
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आपकी परीक्षा नजदीक है और लाऊडस्पीकरों का शोर प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है |अपने क्षेत्र के थानाध्यक्ष को पत्र लिखिए जिसमें इस शोर को नियंत्रित करने का अनुरोध किया गया हो|अथवा
हिन्दी की पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए विद्यालय की ओर से किए गए उपायों के बारे में अपने मित्र को बताते हुए एक पत्र लिखिए ।
प्रश्न 14.
आपकी बड़ी बहन ने संगीत सिखाने की एक संस्था खोली है । इसके लिए 25 से 50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिये ।
अथवा
अपने विद्यालय मे छात्रों के प्रवेश हेतु एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए । 5
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