*पढ़ना तो पड़ेगा ही*
प्रण लिया है
रण लिया है
जीवन लिया और मरण लिया है
साम-दाम-दंड-भेद का उपयोग करेगा ही...
परीक्षा-पल पास बच्चों, पढ़ना तो पड़ेगा ही...
पढ़ना तो पड़ेगा ही ...
माँ-पिता के उजले सपने
बस बढ़ो तुम चाहें अपने
सारे दिन मैया जुटी हैं, पिता जी भी लगे खपने
पा-माँ से प्यार है तो, किताबों में खपेगा ही ...
सपने सच जो कर दिखाने, पढ़ना तो पड़ेगा ही...
रोकता बस ख़ुद तू ख़ुद को
तू विवेका और तू ही बुद्ध हो
तेरी भुजाएँ खोलें राहें, जो कभी भी अवरुद्ध हों ...
टालमटोली ना करेगा, आलस से वो लड़ेगा ही ...
चाहिए जो ख़ुशियाँ सारी , पढ़ना तो पड़ेगा ही ...
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#परीक्षा नज़दीक है...
#सभी समर्पित शिक्षकगण की तरफ़ से विद्यार्थियों को संदेश
🏆🥇🏆🥇🏆
प्रेरणादायी कविता सर जी
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