साभार प्राप्त
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बारहवीं कक्षा
हिंदी कोर
विभिन्न Whatsapp समूहों और मित्रों से प्राप्त प्रश्न-पत्र । आप सभी को आभार । अब आप एक साथ पाँच प्रश्नपत्र अपने बच्चों को भेजकर उनका अभ्यास करवा पाएँगे ।
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प्रश्न-पत्र संख्या - 1.
केंद्रीय विद्यालय संगठन, चे
अभ्यास परीक्षा – 2020
कक्षा-बारहवीं
हिंदी (आधार)
पूर्णांक-80 समय- 3 घंटे
सामान्य निर्देश- निम्नलिखित निर्देशों का पालन कीजिए|
• इस प्रश्न-पत्र में दो खंड है –खंड ‘अ’ और ;ब’| खंड ‘अ’ में वस्तुपरक तथा खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए है |
• खंड ‘अ’ में कुल 6 प्रश्न पूछे गए है,जिनमे कुछ प्रश्नों के प्रश्नों के वैकल्पिक प्रश्न भी सम्मिलित है | दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
• खंड-‘ब’ में कुल 8 प्रश्न पूछे गए है,जिनमे कुछ प्रश्नों के वैकल्पिक प्रश्न सम्मिलित हैं| दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
खंड-‘अ’
प्रश्न-1 निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और दिए गए प्रश्नों का उत्तर दीजिए |
10 X 1 = 10
जब समाचार-पत्रों में सर्वसाधारण के लिए कोई सूचना प्रकाशित की जाती है तो उसको विज्ञापन कहते हैं। यह सूचना नौकरियों से संबंधित हो सकती है, खाली मकान को किराये पर उठाने के संबंध में हो सकती है या किसी औषधि के प्रचार से संबंधित हो सकती है। कुछ लोग विज्ञापन के आलोचक हैं। वे इसे निरर्थक मानते हैं। उनका मानना है कि यदि कोई वस्तु यथार्थ रूप में अच्छी है तो वह बिना किसी विज्ञापन के ही लोगों के बीच लोकप्रिय हो जाएगी जबकि खराब वस्तुएँ विज्ञापन की सहायता पाकर भी भंडाफोड़ होने पर बहुत दिनों तक टिक नहीं पाएँगी, परंतु लोगों कि यह सोच ग़लत है।
आज के युग में मानव का प्रचार-प्रसार का दायरा व्यापक हो चुका है। अत: विज्ञापनों का होना अनिवार्य हो जाता है। किसी अच्छी वस्तु की वास्तविकता से परिचय पाना आज के विशाल संसार में विज्ञापन के बिना नितांत असंभव है। विज्ञापन ही वह शक्तिशाली माध्यम है जो हमारी ज़रूरत की वस्तुएँ प्रस्तुत करता है, उनकी माँग बढ़ाता है और अंततः हम उन्हें जुटाने चल पड़ते हैं। यदि कोई व्यक्ति या कंपनी किसी वस्तु का निर्माण करती है, उसे उत्पादक कहा जाता है। उन वस्तुओं और सेवाओं को ख़रीदने वाला उपभोक्ता कहलाता है। इन दोनों को जोड़ने का कार्य विज्ञापन करता है।
वह उत्पादक को उपभोक्ता के संपर्क में लाता है तथा माँग और पूर्ति में संतुलन स्थापित करने का प्रयत्न करता है। पुराने ज़माने में किसी वस्तु की अच्छाई का विज्ञापन मौखिक तरीके से होता था। काबुल का मेवा, कश्मीर की ज़री का काम, दक्षिण भारत के मसाले आदि वस्तुओं की प्रसिद्धि मौखिक रूप से होती थी। उस समय आवश्यकता भी कम होती थी तथा लोग किसी वस्तु के अभाव की तीव्रता का अनुभव नहीं करते थे। आज समय तेज़ी का है। संचार-क्रांति ने जिंदगी को गति दे दी है। मनुष्य की आवश्यकताएँ बढ़ती जा रही हैं। इसलिए विज्ञापन मानव-जीवन की अनिवार्यता बन गया है।
(i) गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए।
I. मानव जीवन
II. उत्पादक और उत्पादन
III. विज्ञापन का महत्त्व
IIII. बाजार का महत्त्व
(ii) विज्ञापन किसे कहते हैं ?
I. समाचार पत्रों में सर्वसाधारण के लिए प्रकाशित सूचना विज्ञापन कहलाती है।
II. उन वस्तुओं और सेवाओं को ख़रीदने की कला विज्ञापन कहलाता है |
III. वस्तुओं के बेचने के तरीके को विज्ञापन कहते है |
IIII. वस्तु बेचने के लिए सर्वसाधारण को शिक्षित करना ही विज्ञापन कहलाता है
(iii) उत्पादक किसे कहते हैं ?
I. सामान का उपभोग करने वाले को उत्पादक कहते हैं |
II. वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने वाले को उत्पादक कहते हैं |
III. सर्वसाधारण तक वस्तुओं को पहुँचाने वालों को उत्पादक कहते हैं |
IIII. वस्तु का निर्माण करने वाला व्यक्ति या कंपनी को उत्पादक कहा जाता है।
(iv) किसी विज्ञापन का प्रमुख उद्देश्य होता है ?
I. वस्तुओं को प्रस्तुत करके मांग बढ़ाना
II. वस्तुओं को दिखाना |
III. वस्तुओं की अच्छाई बताना |
IIII. वस्तुओं को बेचने के लिए |
(v) पुराने समय में विज्ञापन का तरीका क्या था?
I. मौखिक माध्यम
II. वाचिक माध्यम
III. तकनीकी के माध्यम से
IIII. दृश्य श्रव्य माध्यम
(vi) विज्ञापन के आलोचकों के विज्ञापन के संदर्भ में क्या विचार हैं?
I. विज्ञापन के आलोचक इसे निरर्थक मानते हैं|
II. अच्छी चीज़ स्वयं ही लोकप्रिय हो जाती है|
III. खराब वस्तुएँ विज्ञापन का सहारा पाकर भी लंबे समय नहीं चलती।
IIII. उपरोक्त सभी
(vii) जिंदगी को गति देने का कार्य किसने किया है ?
I. यातायात के साधनों ने
II. संचार के साधनों ने
III. मनुष्य की विवेकशीलता ने
IIII. आधुनिकता ने
(viii) गद्यांश के अनुसार दक्षिण भारत किसके कारण प्रसिद्ध है ?
I. जरी के कारण
II. मसालों के कारण
III. मिठाइयों के कारण
IIII. मंदिरों के कारण
(ix) विज्ञापन मानव जीवन का अनिवार्य अंग बन गया है क्योंकि-
I. विज्ञापन के बिना हमारा जीवन असंभव है |
II. विज्ञापन के बिना हम अच्छा सामान नहीं खरीद सकते है |
III. मनुष्य की आवश्यकताएँ बढ़ती जा रही हैं।
IIII. उपरोक्त में से कोई नहीं |
(x) विज्ञापन की सूचना किस प्रकार की हो सकती है ?
I. खाली मकान को किराये पर उठाने के संबंध में
II. यह सूचना नौकरियों से संबंधित हो सकती है
III. किसी औषधि के प्रचार से संबंधित हो सकती है।
IIII. उपरोक्त सभी
अथवा
संवाद में दोनों पक्ष बोलें यह आवश्यक नहीं। प्रायः एक व्यक्ति की संवाद में मौन भागीदारी अधिक लाभकर होती है। यह स्थिति संवादहीनता से भिन्न है। मन से हारे दुखी व्यक्ति के लिए दूसरा पक्ष अच्छे वक्ता के रूप में नहीं अच्छे श्रोता के रूप में अधिक लाभकर होता है। बोलने वाले के हावभाव और उसका सलीका, उसकी प्रकृति और सांस्कृतिक-सामाजिक पृष्ठभूमि को पल भर में बता देते हैं। संवाद से संबंध बेहतर भी होते हैं और अशिष्ट संवाद संबंध बिगाड़ने का कारण भी बनता है। बात करने से बड़े-बड़े मसले, अंतर्राष्ट्रीय समस्याएँ तक हल हो जाती हैं।
पर संवाद की सबसे बड़ी शर्त है एक-दूसरे की बातें पूरे मनोयोग से, संपूर्ण धैर्य से सुनी जाएँ। श्रोता उन्हें कान से सुनें और मन से अनुभव करें तभी उनका लाभ है, तभी समस्याएँ सुलझने की संभावना बढ़ती है और कम-से-कम यह समझ में आता है कि अगले के मन की परतों के भीतर है क्या? सच तो यह है कि सुनना एक कौशल है जिसमें हम प्रायः अकुशल होते हैं। दूसरे की बात काटने के लिए, उसे समाधान सुझाने के लिए हम उतावले होते हैं और यह उतावलापन संवाद की आत्मा तक हमें पहुँचने नहीं देता।
हम तो बस अपना झंडा गाड़ना चाहते हैं। तब दूसरे पक्ष को झुंझलाहट होती है। वह सोचता है व्यर्थ ही इसके सामने मुँह खोला। रहीम ने ठीक ही कहा था-“सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।” ध्यान और धैर्य से सुनना पवित्र आध्यात्मिक कार्य है और संवाद की सफलता का मूल मंत्र है। लोग तो पेड़-पौधों से, नदी-पर्वतों से, पशु-पक्षियों तक से संवाद करते हैं। राम ने इन सबसे पूछा था क्या आपने सीता को देखा?’ और उन्हें एक पक्षी ने ही पहली सूचना दी थी। इसलिए संवाद की अनंत संभावनाओं को समझा जाना चाहिए।
(i) गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए।
I. बातचीत
II. बातचीत का महत्त्व
III. संवाद-एक कौशल
IIII. आध्यात्मिकता
(ii) ‘संवादहीनता’ से क्या तात्पर्य है ?
I. बातचीत न होना।
II. काम न होना
III. अध्ययन न होना
IIII. कोई नहीं
(iii) संवादहीनता से मौन भागीदारी भिन्न क्यों है ?
I. क्योंकि संवादहीनता में दोनों पक्ष मौन होते है
II. क्योंकि मौन भागीदारी में एक बोलने वाला होता है। संवादहीनता में कोई भी पक्ष अपनी बात नहीं कहता।
III. दोनों कोई अंतर नहीं |
IIII. क्योंकि संवादहीनता में एक पक्ष बोलता है तथा मौन भागीदारी में दोनों पक्ष बोलने वाले होते है |
(iv) संबंध बिगाड़ने का कारण प्रमुख कारण होता है ?
I. अशिष्ट संवाद
II. संवादहीनता
III. मौन
IIII. भागीदारी
(v) दुखी व्यक्ति से संवाद में दूसरा पक्ष कब अधिक लाभकर होता है? क्यों?
I. जब दूसरा व्यक्ति ज्यादा समझदार हो
II. जब दूसरा व्यक्ति कम समझदार हो
III. जब दूसरा व्यक्ति अच्छा वक्ता हो
IIII. जब दूसरा व्यक्ति अच्छा श्रोता हो
(vi) संवाद की सबसे बड़ी शर्त क्या है ?
I. एक-दूसरे की बातें पूरे मनोयोग से सुने |
II. संपूर्ण धैर्य से सुनी जाएँ|
III. उन्हें कान से सुनें और मन से अनुभव करें|
IIII. उपरोक्त सभी
(vii) -“सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।” पंक्ति किस कवि की है ?
I. कबीर की
II. रहीम की
III. तुलसी की
IIII. सूरदास की
(viii) संवाद की सफलता का मूल मंत्र है?
I. कम से कम संवाद करें |
II. संवादहीनता
III. ध्यान और धैर्य से सुनना |
IIII. मौन रहना |
(ix) राम जब सीता की खोज कर रहा था, तब राम सीता सूचना किसने दी ?
I. पक्षी ने
II. पशु ने
III. पेड़ ने
IIII. बन्दर ने
(x) सुनना एक ...........है ?
I. समस्या है
II. कौशल है
III. कला है
IIII. उपरोक्त सभी
प्रश्न-2 निम्नलिखित में से किसी एक काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और दिए गए प्रशों का उत्तर दीजिए |
5 x 1 = 5
अपने नहीं अभाव मिटा पाया जीवन भर
पर औरों के सभी अभाव मिटा सकता हूँ।
तूफानों-भूचालों की भयप्रद छाया में,
मैं ही एक अकेला हूँ जो गा सकता हूँ।
मेरे ‘मैं’ की संज्ञा भी इतनी व्यापक है,
इसमें मुझ-से अगणित प्राणी आ जाते हैं।
मुझको अपने पर अदम्य विश्वास रहा है।
मैं खंडहर को फिर से महल बना सकता हूँ।
जब-जब भी मैंने खंडहर आबाद किए हैं,
प्रलय-मेघ भूचाल देख मुझको शरमाए।
मैं मजदूर मुझे देवों की बस्ती से क्या
अगणित बार धरा पर मैंने स्वर्ग बनाए
(i) उपर्युक्त काव्य-पंक्तियों में किसका महत्व प्रतिपादित किया गया है?
I. मजदूर की शक्ति का महत्व
II. अमीर लोगों का महत्त्व
III. गरीब लोगों का मत्त्व
IIII. गरीबी का महत्त्व
(ii) स्वर्ग के प्रति मजदूर की विरक्ति का क्या कारण है?
I. क्योंकि वह मजदूर है
II. क्योंकि वह स्वर्ग के समान महल धरती पर बनाता है
III. क्योंकि वह ऐसे सपने नहीं देखता है
IIII. क्योंकि वह स्वर्ग को अमीरों का घर मानता है
(ii) किन कठिन परिस्थितियों में उसने अपनी निर्भयता प्रकट की है?
I. मज़दूर ने तूफानों में निर्भयता प्रकट की है
II. भूकंपों जैसी मुश्किल परिस्थितियों में भी घबराहट प्रकट नहीं की है।
III. वह हर मुसीबत का सामना करने को तैयार रहता है।
IIII. उपरोक्त सभी
(iv) मेरे ‘मैं’ की संज्ञा भी इतनी व्यापक है,
इसमें मुझ-से अगणित प्राणी आ जाते हैं।
उपर्युक्त पंक्तियों का भाव स्पष्ट करके लिखिए।
I. ‘मैं’ सर्वनाम शब्द श्रमिक वर्ग का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
II. ‘मै’ पूंजीपति वर्ग का प्रतिनिधित्त्व करता है
III. ‘मै’ देश के नेताओं का प्रतिनिधित्त्व करता है
IIII. ऊपर दिए हुए सभी
(v) अपनी शक्ति और क्षमता के प्रति उसने क्या कहकर अपना आत्म-विश्वास प्रकट किया है?
I. वह खंडहर को भी आबाद कर सकता है।
II. उसकी शक्ति के सामने भूचाल, प्रलय व बादल भी झुक जाते हैं।
III. टूटे हुए खंडहरों को महल बना सकता है
IIII. उपरोक्त सभी
अथवा
जीवन एक कुआँ है
अथाह- अगम
सबके लिए एक-सा वृत्ताकार !
जो भी पास जाता है,
सहज ही तृप्ति, शांति, जीवन पाता ह !
मगर छिद्र होते हैं जिसके पात्र में,
रस्सी-डोर रखने के बाद भी,
हर प्रयत्न करने के बाद भी-
वह यहाँ प्यासा-का-प्यासा रह जाता है।
मेरे मन! तूने भी, बार-बार
बड़ी-बड़ी रस्सियाँ बटीं
रोज-रोज कुएँ पर गया
तरह-तरह घड़े को चमकाया,
पानी में डुबाया, उतराया
लेकिन तू सदा ही –
प्यासा गया, प्यासा ही आया !
और दोष तूने दिया
कभी तो कुएँ को
कभी पानी को
कभी सब को
मगर कभी जाँचा नहीं खुद को
परखा नहीं घड़े की तली को
चीन्हा नहीं उन असंख्य छिद्रों को
और मूढ़! अब तो खुद को परख देख!
(i) कविता में जीवन को कुआँ क्यों कहा गया है
I. क्योंकि जीवन कुए की तरह अँधा होता है
II. जीवन निराशा युक्त होता है
III. जीवन कुए की तरह अथाह और अगम है
IIII. जीवन कुए की तरह संकीर्ण है
(ii) कवि का मन सभी प्रकार के प्रयासों के उपरांत भी प्यासा क्यों रह जाता है?
I. वह अपनी कमियों को नहीं देखता। दूसरों को दोष देता है |
II. तरह-तरह से घड़े को चमकाया
III. घड़ों को पानी में डुबाया
IIII. पानी पीने का प्रयास नहीं किया
(iii) ‘और तूने दोष दिया ……… कभी सबको’ का आशय क्या है?
I. हम अपनी असफलताओं के लिए दूसरों को दोषी मानते हैं।
II. हम अपनी असफलताओं के लिए अपने आप को दोषी मानते हैं।
III. हम अपनी असफलताओं के लिए किसी को दोषी नहीं मानते हैं।
IIII. उपरोक्त सभी
(iv) यदि किसी को असफलता प्राप्त हो रही हो तो उसे किन बातों की जाँच-परख करनी चाहिए?
I. अपनी कमियों के बारे में जानना चाहए
II. उन्हें सुधार करके कार्य करने चाहिए।
III. और ज्यादा मेहनत करनी चाहिए
IIII. उपरोक्त सभी
(v) ‘चीन्हा नहीं उन असंख्य छिद्रों को ‘- यहाँ असंख्य छिद्रों के माध्यम से किस ओर संकेत किया गया है ?
I. अपनी शक्तियों की ओर संकेत किया है
II. अपनी कमियों की ओर संकेत किया है
III. उपरोक्त दोनों
IIII. उपरोक्त में से कोई नहीं
कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखन
प्रश्न-3 निर्देशानुसार सही विकल्पों का चयन कीजिए | 5 x 1 = 5
(i) संचार की प्रक्रिया जब बड़े पैमाने पर होती है तब उसे कहते है ?
I. जनमाध्यम
II. मीडिया
III. जनसंचार
IIII. सम्प्रेषण
(ii) ‘संचार अनुभवों की साझेदारी है’ कथन है –
I. ऑगस्ट हिक्की
II. विल्बर श्रैम
III. महात्मा गाँधी
IIII. जुगल किशोर
(iii) निम्न में से समाचार का ककार नहीं है ?
I. क्या
II. कब
III. कर्म
IIII. कौन
(iv) किस पत्रकारिता का उत्तरदायित्त्व सरकार के कामकाज पर निगाह रखना होता है ?
I. खोजपरक पत्रकारिता
II. वॉचडॉग पत्रकारिता
III. एडवोकेसी पत्रकारिता
IIII. विशेषीकृत पत्रकारिता
(v) आधुनिक मुद्रण कला (प्रिंटिं प्रेस) का अविष्कार किसने किया ?
I. गुटेनबर्ग ने
II. किपलिंग ने
III. जोहन कैरोलस
IIII. जी मार्कोनी
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
प्रश्न-4 निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए | 5 x 1 = 5
किसबी, किसान-कुल, बनिक, भिखारी,भाट,
चाकर, चपला नट, चोर, चार, चेटकी।
पेटको पढ़त, गुन गुढ़त, चढ़त गिरी,
अटत गहन-गन अहन अखेटकी।।
ऊँचे-नीचे करम, धरम-अधरम करि,
पेट ही की पचित, बोचत बेटा-बेटकी।।
‘तुलसी ‘ बुझाई एक राम घनस्याम ही तें,
आग बड़वागितें बड़ी हैं आग पेटकी।।
(i) पेट भरने के लिए लोग क्या-क्या कार्य करते हैं ?
I. धर्म का कार्य कर रहे है
II. धर्म-अधर्म और ऊंचे-नीचे कर्म कर रहे है
III. नौकर का कार्य कर रहे है
IIII. उपर्युक्त में से कोई नहीं |
(ii) कवि के अनुसार लोग किसके कारण परेशान हैं ?
I. राजा के अत्याचार से
II. चोर लुटेरों से
III. भूख और गरीबी से
IIII. पूँजीवाद से
(iii) कवि के अनुसार, पेट की आग कौन बुझा सकता है ?
I. राम रूपी घनश्याम
II. कृष्ण रूपी घनश्याम
III. किसान
IIII. रोजगार
(iv) ‘तुलसी ‘ बुझाई एक राम घनस्याम ही तें,- प्रस्तुत पंक्ति में कौनसा अलंकार का प्रयोग किया गया है ?
I. अनुप्रास
II. उपमा
III. यमक
IIII. रूपक
(v) तुलसीदास ने समुद्र की आग से भी बड़ी आग किसे बताया है ?
I. जंगल की आग (दावानल)
II. पेट की आग (जठराग्नि)
III. सामान्य आग
IIII. उपरोक्त में से कोई नहीं
प्रश्न-5 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए | 5 x 1 = 5
यह विडंबना की ही बात है कि इस युग में भी ‘जातिवाद’ के पोषकों की कमी नहीं है। इसके पोषक कई आधारों पर इसका समर्थन करते हैं। समर्थन का एक आधार यह कहा जाता है कि आधुनिक सभ्य समाज ‘कार्य-कुशलता’ के लिए श्रम-विभाजन को आवश्यक मानता है, और चूँकि जाति-प्रथा भी श्रम-विभाजन का ही दूसरा रूप है इसलिए इसमें कोई बुराई नहीं है। इस तर्क के संबंध में पहली बात तो यही आपत्तिजनक है कि जाति-प्रथा श्रम-विभाजन के साथ-साथ श्रमिक-विभाजन का भी रूप लिए हुए है। श्रम-विभाजन निश्चय ही सभ्य समाज की आवश्यकता है, परंतु किसी भी सभ्य समाज में श्रम-विभाजन की व्यवस्था श्रमिकों का विभिन्न वर्गों में अस्वाभाविक विभाजन नहीं करती। भारत की जाति-प्रथा की एक और विशेषता यह है कि यह श्रमिकों का अस्वाभाविक विभाजन ही नहीं करती बल्कि विभाजित विभिन्न वर्गों को एक-दूसरे की अपेक्षा ऊँच-नीच भी करार देती है, जो कि विश्व के किसी भी समाज में नहीं पाया जाता |
(i) लेखक किस विडंबना की बात कर रहा है ?
I. इस युग में जातिवाद के विरोधियों का कमी नहीं है
II. इस युग में भी ‘जातिवाद’ के पोषकों की कमी नहीं है
III. श्रम विभाजन के लिए जातिवाद सही है
IIII. उपरोक्त सभी
(ii) जातिवाद के पोषक अपने समर्थन में क्या तर्क देते हैं?
I. देश की उन्नति के लिए जातिवाद आवश्यक है |
II. शैक्षिक प्रगति के लिए जातिवाद आवश्यक है |
III. आधुनिक सभ्य समाज में ‘कार्य कुशलता’ के लिए ‘श्रम विभाजन आवश्यक है |
IIII. जातिवाद से कार्य का बंटवारा हो जाता है |
(iii) लेखक किन लोगों के ऊपर व्यंग्य कर रहा है ?
I. जातिवाद के समर्थकों पर
II. शोषण करने वाले लोगों पर
III. पूंजीपति लोगों पर
IIII. आधुनिक सभ्य समाज पर
(iv) आधुनिक सभ्य समाज ‘कार्यकुशलता’ के लिए किसको आवश्यक माना है ?
I. समुदाय-विभाजन को
II. जाति-विभाजन को
III. समाज-विभाजन
IIII. श्रम-विभाजन
(v) विश्व के अन्य देशों के समाज में क्या नहीं पाया जाता है ?
I. विश्व के अन्य समाज में श्रमिकों के विभिन्न वर्गों को एक-दूसरे से नीचा नहीं दिखाया जाता।
II. विश्व के अन्य समाजों में श्रमिकों को कार्य के आधार पर नीचा नहीं दिखाया जाता है |
III. विश्व के अन्य समाजों में जाति के आधार पर नीचा नहीं दिखाया जाता है |
IIII. उपर्युक्त सभी
(वितान-भाग-2)
प्रश्न-6 निम्नलिखत प्रश्नों निर्देशानुसार सही विकल्प का चयन कीजिए | 10 x 1 = 10
(i) निम्न में से कौनसी बात यशोधर बाबू को ‘समहाउ इम्प्रापर’ लगती है ?
I. साधारण पुत्र को असाधारण वेतन मिलने पर
II. खुशहाली में रिश्तेदारों की उपेक्षा करने पर
III. केक काटने की विदेशी परंपरा पर
IIII. उपरोक्त सभी
(ii) ‘सिल्वर वैडिंग’ पाठ के आधार पर ‘जन्यो पून्यो’ (पूर्णिमा) क्या है ?
I. जनेऊ पूर्णिमा
II. (होली)बुद्ध पूर्णिमा
III. गुरु पूणिमा
IIII. उपरोक्त सभी
(iii) ‘सिल्वर वैडिंग’ पाठ की मूल संवेदना क्या है?
I. भौतिकवादी दृष्टिकोण
II. पीढीजन्य अंतराल
III. पाश्चात्य संस्कृति का अन्धानुकरण
IIII. आधुनिकता की अंधी प्रतिस्पर्द्धा
(iv) ‘जूझ’ उपन्यास की मूल विषयवस्तु क्या है ?
I. गंवई जीवन के यथार्थ का वर्णन
II. गंवई जीवन के रंगारंग परिवेश का वर्णन
III. लड़ते-जूझते किसान-मजदूर के संघर्ष की कहानी
IIII. उपर्युक्त सभी
(v) आनंद यादव के पिता सबसे पहले कोल्हू क्यों चलाते है ?
I. ताकि गुड़ के अच्छे दाम मिल सके
II. ताकि गुड़ की अच्छी गुणवत्ता प्राप्त हो सके
III. गुड़ ज्यादा बिक सके
IIII. सबसे पहले आराम मिल सके |
(vi) ‘अतीत में दबे पाँव’ के आधार पर बताइए कि वर्तमान में कौन-कौन से शहर ग्रिड शैली में बने है ?
I. जयपुर,दिल्ली,चेन्नई
II. शिकागो, इस्लामाबाद, चंडीगढ़
III. चंडीगढ़, लाहोर, काबुल
IIII. ब्रासिलिया, चंडीगढ़, इस्लामाबाद
(vii) सिन्धु घाटी सभ्यता के बारे में कौनसा कथन सत्य नहीं है ?
I. यह मातृ सत्तात्मक सभ्यता थी
II. अब इसे खेतिहर और पशुपालक सभ्यता माना जाता है
III. यह ग्रामीण सभ्यता थी
IIII. इस सभ्यता का नगर नियोजन बेमिसाल था
(viii) नागर भारत का सबसे पुराना लैंडस्केप किसे कहा गया है ?
I. हड़प्पा में स्थित मंदिर को
II. स्नानागार को
III. मोहनजोदड़ो में स्थित बौद्ध स्तूप को
IIII. मोहनजोदड़ों में स्थित ज्ञानशाला को
(ix) ‘.....मेरे लिए पोशाकों की तुलना में ज्यादा मायने रखती है|’ वितान-2 में संकलित ‘डायरी के पन्ने’रचना के अनुसार लेखिका ने इस प्रसंग में किस वस्तु का उल्लेख किया है ?
I. पुस्तकों का
II. डायरी का
III. जूतों का
IIII. स्मृतियों का
(x) ‘डायरी के पन्ने’ रचना के अनुसार मानव जाति की निरंतरता को बनाये रखने का श्रेय किसे है ?
I. ईश्वर को
II. प्रकृति को
III. स्त्री जाति को
IIII. पुरुष जाति को
भाग-‘ब’ (वर्णनात्मक प्रश्न)
(कार्यालयी हिंदी तथा रचनात्मक लेखन)
प्रश्न-7 निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 150 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए | 5
(क) बरसात का एक दिन
(ख) आधुनिक युग में कंप्यूटर का महत्त्व
(ग) कोविड-19 वैश्विक महामारी : एक चुनौती
प्रश्न-8 कोरोना वायरस के बचाव का सुझाव देते हुए किसी दैनिक समाचार-पत्र के संपादक को एक पात्र लिखिए | 5
अथवा
आपके क्षेत्र में भीषण बाढ़ के कारण मची तबाही और राहत कार्यों की अपर्याप्तता की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर तुरंत उचित कदम उठाने का अनुरोध कीजिए |
प्रश्न-9 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 30 से 40 शब्दों में लिखिए |
(i) नाटक के तत्त्वों के नाम लिखते हुए वर्णन कीजिए | 3
अथवा
कहानी के तत्त्वों के नाम लिखते हुए वर्णन कीजिए |
(ii) कविता के प्रमुख घटकों के नाम बताइए | 2
अथवा
कथानक को कहानी का केन्द्रीय बिंदु क्यों कहा जाता है ?
प्रश्न-10 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में दीजिए |
(ii) विशेष लेखन के प्रमुख क्षेत्रों का वर्णन कीजिए | 3
अथवा
समाचार किस शैली में लिखा जाता है ? स्पष्ट कीजिए |
(ii) समाचार लेखन के छह ककार क्या है ? स्पष्ट कीजिए | 2
अथवा
सम्पादकीय लेखन से आप क्या समझते है ?
(पाठ्यपुस्तक)
प्रश्न-11 निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर 50-60 शब्दों में दीजिए | 3 x 2 = 6
(i) जैहउँ अवध कवन मुहुँ लाई। नारि हेतु प्रिय भाड़ गवाई।।
बरु अपजस सहतेउँ जग माहीं। नारि हानि बिसेष छति नहीं।।
भाई के शोक में डूबे राम के इस प्रलाप-वचन में स्त्री की हानि को विशेष हानि नहीं बताया गया- इस बात से आप कहाँ तक सहमत है ? अपने शब्दों में उत्तर दीजिए |
(ii) ‘कैमरे में बंद अपाहिज’ करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरता की कविता है ? तर्क सहित उत्तर दीजिए |
(iii) ‘कविता के बहाने’ कविता में कविता और बच्चे को समानांतर रखने के क्या कारण हो सकते है ?
प्रश्न-12 निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर 30-40 शब्दों में दीजिए | 2 x 2 = 4
(i) ‘उषा’ कविता के आधार पर उषा कविता में प्रयुक्त किए गए उपमानों का वर्णन कीजिए |
(ii) फिराक की रूबाइयों में उभरे घरेलू जीवन के बिंबों का सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए |
(iii) ‘दिन जल्दी-जल्दी ढलता है’ कविता का मूल प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए |
प्रश्न-13 निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर 50-60 शब्दों में दीजिए | 3 x 2 = 6
(i) डॉ. भीमराव अंबेडकर की कल्पना का आदर्श समाज किन तीन बिन्दुओं पर आधारित है ? स्पष्ट कीजिए |
(ii) इन्दर सेना क्या थी ? जीजी ने इन्दर सेना पर पानी फेंकने को किस प्रकार सही ठहराया ?
(iii) ‘बाजार दर्शन’ पाठ में आए ग्राहकों का उल्लेख हुआ है उनके बारे में क्या बताया गया है ?
प्रश्न-14 निम्नलिखित में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर 30-40 शब्दों में दीजिए | 2 x 2 = 4
(i) लुट्टन सिंह को पहलवान बनने की प्रेरणा किससे मिली ?
(ii) सफिया के भाई ने नमक की पुडिया ले जाने से क्यों मना कर दिया ?
(iii) भक्तिन का वास्तविक नाम क्या था ? उसको ‘भक्तिन’ नाम किसने दिया ?
॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥
प्रश्न-पत्र संख्या - 2.
केंद्रीय विद्यालय संगठन,
अभ्यास परीक्षा द्वितीय (2020-21)
विषय –हिन्दी (आधार) विषय कोड (302) कक्षा -बारहवीं
अवधि- 3 घंटे पूर्णांक- 80 अंक
खंड – अ वस्तुपरक प्रश्न
अपठित गदयांश
प्रश्न–1
दिए गए अपठित गद्यांश में से किसी एक गदयांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए।
10
मेरे विचार से सफलता प्राप्त करने के लिए जिन गुणों या वृत्तियों का होना आवश्यक है वे हैं–परिश्रम, प्रसन्नता, प्रेम व पवित्रता । हम इनमें से सर्वप्रथम वृत्ति अर्थात काम करने की लगन या परिश्रम को लेते हैं । कहा गया है कि काम ही भगवान की भक्ति है इसका अभिप्राय यह है कि जब हम काम में लीन होतें है तो अपने आस –पास की सभी वस्तुओं के बारे में भूल जातें हैं, तभी काम में हमारी लगन के कारण हमें सफलता प्राप्त होती है। यह भी आवश्यक है कि परिश्रम या काम नि:स्वार्थ भाव से अर्थात बिना फल की प्राप्ति की इच्छा से किया जाना चाहिए ।
गीता का सर्वप्रसिद्ध श्लोक कर्मण्येवाधिकारस्तू मा फलेषु कदाचन” इसी सत्य का द्योतक है। हम काम अथक व निर्वाध भाव से इस प्रकार करें, जिस प्रकार सरिता या नदी हर मौसम में बिना आराम किए अपने मार्ग के पत्थरों को काटती हुई चली जाती है। सूर्य भी फल की इच्छा के बगैर हर समय अपना प्रकाश फैलाता रहता है। हमें भी मन सदैव शांत रखना चाहिए। काम को ही आराम समझते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते जाना ही सफलता का पहला रहस्य है ।
दूसरा साधन है –प्रसन्नता । जीवन में संघर्ष , बाधाएँ आती रहती हैं, परंतु धैर्यवान व्यक्ति हमेशा प्रसन्न रहता है । हमें हर समय प्रसन्न , मुस्कराते हुए रहने की आदत डालनी चाहिए। प्रभु पर अटूट विश्वास रखते हुए बिना किसी भय ,चिंता या दु:ख के अपने काम में प्रसन्नतापूर्वक जुटे रहना तथा अपने मस्तिष्क को सदैव शांत रखना ही प्रसन्न रहने की कुंजी है। प्रसन्नता को कठिनाइयों या दु:खों की बेदी पर बलिदान करना आत्मघात के समान है।
10x1=10
i
परिश्रम का क्या अर्थ है ?
क- काम करने का तरीका
ख- कार्य करने की लगन
ग- कार्य को निर्धारित करना
घ- कार्य की योजना बनाना
1
ii
भक्ति की क्या विशेषता बताई गई है ?
क- काम में हमारी लगन के कारण हमें सफलता प्राप्त होती है ।
ख- नि:स्वार्थ भाव से कार्य करना
ग- मन सदैव शांत रखना
घ- काम में लीन होना
1
iii
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” से क्या तात्पर्य है ?
क-लाभ को ध्यान में रखकर कार्य करना
ख-लाभ का ध्यान किए बिना कार्य करना
ग-बिना लाभ के कार्य नहीं करना करना
घ-इनमें से कोई नहीं
1
iv
सफलता प्राप्त करने के लिए कौन से गुण आवश्यक हैं?
क- परिश्रम
ख- प्रसन्नता
ग- पवित्रता
घ- सभी |
1
v
नदी और सूर्य को देखकर हमें क्या शिक्षा मिलती है?
क-सदैव आगे बढ्ने की
ख-परिश्रम करने की
ग-निस्वार्थ भाव से मेहनत करने की
घ- प्रसन्न रहने की
1
vi
कार्य करने का सही तरीका क्या बताया गया है?
क- मुस्कराते रहने की आदत डालनी चाहिए।
ख- प्रभु पर अटूट विश्वास रखते हुए बिना किसी भय ,चिंता या दु:ख के
अपने काम करना
ग- हमें हर समय प्रसन्न रहना चाहिए
घ- हमें भी मन सदैव शांत रखना चाहिए।
1
vii
धैर्यवान व्यक्ति की क्या विशेषता बताई गई है ?
क-निर्वाध भाव से कार्य करने की
ख-संघर्षशील
ग-प्रसन्न रहना
घ-चिंता या दु:ख में रहना
1
viii
आत्मघात के समान किसे माना गया है?
क- मुस्कराते हुए रहने की आदत
ख-खुशियों को मुसीबतों के कारण खत्म करना
ग- लाभ को ध्यान में रखकर कार्य करना
घ- काम को ही आराम समझते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते जाना
1
ix
नि:स्वार्थ शब्द का अर्थ निम्न में से है ?
क-निम्न स्वार्थ
ख-स्वार्थपूर्ण
ग-बिना स्वार्थ के
घ-बिना कार्य के
1
x
उपर्युक्त गदयांश का उचित शीर्षक दीजिए।
क- जीवन में संघर्ष
ख- फल की इच्छा
ग- सफलता
घ- भगवान की भक्ति
1
अथवा
समस्त ग्रंथों, अनुभवीजनों का कहना है कि जीवन एक कर्मक्षेत्र है | हमें कर्म के लिए जीवन मिला है | कठिनाइयाँ एवं दुख और कष्ट हमारे शत्रु हैं | जिनका हमें सामना करना है और उनके विरुद्ध संघर्ष करके हमें विजयी बनना है | अंग्रेजी के यशस्वी नाटककार शेक्सपीयर ने ठीक ही कहा है कि “कायर अपनी मृत्यु से पूर्व अनेक बार मृत्यु का अनुभव कर चुके होते हैं किंतु वीर एक से अधिक बार कभी नहीं मरते हैं |
विश्व के प्राय: समस्त महापुरुषों के जीवन वृत्त, अमेरिका के निर्माता जॉर्ज वाशिंगटन और राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन से लेकर भारत के राष्ट्रपति महात्मा गांधी और भारत के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन - चरित्र हमें यह शिक्षा देते हैं कि महानता का रहस्य संघर्षशीलता, अपराजेय व्यक्तित्व है | इन महापुरुषों को जीवन में अनेक संकटों का सामना करना पड़ा परन्तु वे घबराए नहीं, संघर्ष करते रहे और अंत में सफल हुए | संघर्ष के मार्ग पर अकेला चलना अकेले चलना पड़ता है | कोई बाहरी शक्ति आपकी सहायता नहीं करती है | परिश्रम,दृढ़ इच्छा शक्ति व लगन आदि व्यक्ति को संघर्ष करने और जीवन में सफलता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करते हैं |
समस्याएँ वस्तुतः जीवन का पर्याय है यदि समस्याएं न हों, तो आदमी प्राय: अपने को निष्क्रिय समझने लगेगा | यह समस्याएँ वस्तुतः जीवन की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करते हैं | समस्या को समझाते समय, उसका समाधान करते समय व्यक्ति का श्रेष्ठतम तत्व उभर कर आता है | धर्म, दर्शन, ज्ञान, मनोविज्ञान इन्हीं प्रयत्नों की देन है |पुराणों में अनेक कथाएँ यह शिक्षा देते हैं कि मनुष्य जीवन की हर स्थिति में जीना सीखें व समस्या उत्पन्न होने पर उसके समाधान का उपाय सोचें | जो व्यक्ति जितना उत्तरदायित्व पूर्ण कार्य करेगा, उतना ही उसके समक्ष समस्याएं आएँगी और उसके परिप्रेक्ष्य में ही उसकी महानता का निर्धारण किया जाएगा
दो महत्वपूर्ण तथ्य स्मरणीय है -प्रत्येक समस्या अपने साथ संघर्ष लेकर आती है | प्रत्येक संघर्ष के गर्भ में विजय निहित रहती है | एक प्राचार्य ने विद्यालय छोड़ने वाले अपने छात्रों को यह संदेश दिया था – “तुम्हें जीवन में सफल होने के लिए समस्याओं से संघर्ष करने का अभ्यास करना होगा |” हम कोई भी कार्य करें सर्वोच्च शिखर पर पहुँचने का संकल्प लेकर चलें | सफलता हमें कभी निराश नहीं करेगी | समस्त ग्रंथों और महापुरुषों के अनुभवों का निष्कर्ष यह है कि संघर्ष से डरना अथवा उससे विमुख होना लौकिक एवं पारलौकिक सभी दृष्टि से अहितकर है | मानव धर्म के प्रतिकूल है और अपने विकास को अनावश्यक रूप से बाधित करना है आप जागिए,उठिए, दृढ़ संकल्प और उत्साह एवं साहस के साथ संघर्ष रुपी विजय रथ पर चढ़ जाएँ और अपने जीवन के विकास की बाधाओं रूपी शत्रुओं पर विजय प्राप्त कीजिए |
i
मनुष्य के जीवन में सबसे जरूरी क्या है ?
अ कठिनाइयाँ एवं दु:ख
ब सफलता
स कर्मशीलता
द यश
1
ii
महापुरूषों का जीवन क्या संदेश देता है ?
अ संघर्षशीलता
ब अपराजेयता
स संकटों का सामना करने का
द उपर्युक्त सभी
1
iii
जीवन का पर्याय किसे कहा गया है ?
अ प्रगति को
ब समस्याओं को
स सीखने को
द सक्रियता
1
iv
मनुष्य का विकास कब रूक जाता है ?
अ लक्ष्य प्राप्ति के बाद
ब सफलता न मिलने पर
स समस्याओं से पलायन करने पर
द सर्वोच्य शिखर पर पहुँचने पर
1
v
‘विजय रथ’ को किसका रूप माना है
अ दृढ़ संकल्प
ब उत्साह एवं साहस
स सकारात्मक मानसिकता
द उपर्युक्त सभी
1
vi
गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक होगा ?
अ समस्याएँ
ब संघर्ष ही जीवन है
स मानव धर्म
द महापुरूषों का जीवन
1
vii
समस्याएँ अपने साथ क्या लाती है ?
अ दृढ़ इच्छा शक्ति
ब साहस
स संघर्ष
द सफलता
1
viii
संघर्ष के मार्ग पर किसकी सहायता मिलती है ?
अ बाहरी शक्ति से
ब मित्रों से
स स्वयं से
द महान लोगों से
1
ix
समस्त ग्रन्थों एवं महापुरूषों के अनुभवों का निष्कर्ष क्या है ?
अ संघर्ष से डरना एवं उससे विमुख न होना
ब जीवन एक कर्मक्षेत्र है
स हमें कर्म के लिए जीवन मिला है
द उपर्युक्त सभी
1
x
‘यशस्वी’ का समानार्थी होगा ?
अ प्रसिद्ध
ब परिश्रमी
स श्रेष्ठ
द उपर्युक्त सभी
1
प्रश्न–2
दिए गए अपठित पद्यांश में से किसी एक पदयांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए।
तुम भारत, हम भारतीय हैं, तुम माता, हम बेटे,
किसकी हिम्मत है कि तुम्हें दुष्टता-दृष्टि से देखे |
ओ माता, तुम एक अरब से अधिक भुजाओं वाली,
सबकी रक्षा में तुम सक्षम, हो अदम्य बलशाली |
भाषा, वेश, प्रदेश भिन्न हैं, फिर भी भाई-भाई,
भारत की साझी संस्कृति में पलते भारतवासी |
सुदिनों में हम एक साथ हँसते,गाते, सोते हैं,
दुर्दिन में भी साथ-साथ जागते,पौरुष धोते हैं |
तुम हो शस्य-श्यामला, खेतों में तुम लहराती हो,
प्रकृति प्राणमयी, साम-गानमयी, तुम न किसे भाती हो |
तुम न अगर होती तो धरती वसुधा क्यों कहलाती ?
गंगा कहाँ बहा करती, गीता क्यों गाई जाती ?
5X1=5
i
साझी संस्कृति का क्या अर्थ है?
क- अदम्य बलशाली संस्कृति
ख- भाषा,वेश,प्रदेश भिन्न होते हुए भी एक होना
ग- प्राचीन संस्कृति
घ- अभिजात्य वर्ग की संस्कृति
1
ii
भारत को अदम्य बलशाली क्यों कहा गया है?
क- भिन्न भिन्न राज्य है
ख- भाषा,वेश,प्रदेश भिन्न है
ग- एक अरब से अधिक भुजाओं की ताकत है
घ- इनमें से कोई नहीं
1
iii
‘तुम एक अरब से अधिक भुजाओं वाली’ पंक्ति का क्या अर्थ है?
क- शस्य-श्यामला
ख- प्रकृति प्राणमयी
ग- साझी संस्कृति
घ- इनमें से कोई नहीं
1
iv
सुख-दुःख के दिनों में भारतीयों का परस्पर सहयोग कैसा होता है?
क-कोई सहयोग नहीं रहता
ख-सभी अपना-अपना कार्य करते है
ग-सब की विचारधारा भिन्न है
घ-मिलजुल कर रहते है
1
v
कविता में किसका वर्णन किया गया है?
क- गंगा का
ख- प्रकृति का
ग- भारत का
घ- संस्कृति की
1
अथवा
मैं कब कहता हूँ, जग मेरी दुर्धर गति के अनुकूल बने ,
मैं कब कहता हूँ जीवन नन्दन कानन का फूल बने?
काँटा कठोर है, तीखा है, इसमें उसकी मर्यादा है,
मैं कब कहता हूँ वह घट कर प्रांतर का ओछा फूल बने।
मैं कब कहता हूँ, मुझे युद्ध में कहीं न तीखी चोट मिले
मैं कब कहता हूँ प्यार करू तो मुझे प्राप्ति की ओट मिले।
मैं कब कहता हूँ विजय करू मेरा ऊंचा प्रासाद बने
या पात्र जगत की श्रद्धा की मेरी धुंधली- सी याद बने।
पथ मेरा रहे प्रशस्त सदा क्यों विकल करे यह चाह मुझे
नेतृत्व न छिन जाए मेरा क्यों इसकी हो प्रवाह मुझे ।
मैं प्रस्तुत हूँ चाहे मेरी मिट्टी जनपद की धूल बने
फिर उसी धूली का कण-कण भी मेरा गति रोधक शूल बने।
i
कवि संसार के विषय में क्या चाहता है ?
क- संसार उसकी गति से चले
ख- संसार एक गति से चले
ग- संसार अपनी गति से चले
घ- संसार और उसकी गति में कोई समानता नहीं हो
1
ii
इस कविता में कवि चाहता कि फूल प्रांतर का ओछा फूल बने , यह कथन
क-सत्य है
ख-असत्य है
ग-आंशिक सत्य है
घ- आंशिक असत्य है
1
iii
इस कविता में कवि चाहता कि उसे युद्ध में कभी भी पराजय न मिले यह कथन -:
क--सत्य है
ख- आंशिक सत्य है
ग- असत्य है
घ- आंशिक असत्य है
1
iv
नेतृत्व छिन जाने का भय कवि को
क-प्रभावित नहीं करता
ख-कवि को डराता है
ग-कवि विकल हो जाता है
घ-इनमें से कोई नहीं
1
v
कविता के अनुसार कवि किसी भी परिस्थिति के लिए
क-सदैव तैयार है
ख-परिस्थितियों को अपने अनुकूल ढालना चाहता है
ग- कवि युद्ध से बचना चाहता है
घ- कवि अपना मार्ग प्रशस्त चाहता है
1
कार्यालयी हिन्दी और रचनात्मक लेखन
प्रश्न–3
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्प का चयन कीजिए।
5X1=5
i
हिंदी का पहला साप्ताहिक पत्र किसे माना जाता है?
1- सरस्वती
ख- उदंत मार्तंड
ग- बंगाल गज़ट
घ- नव-भारत
1
ii
उल्टा पिरामिड शैली ,में मुख्य समाचार लिखा जाता है ।
क-प्रारम्भ में
ख-मध्य में
ग-अंत में
घ- कहीं भी लिख सकते हैं ।
1
iii
एडवोकेसी पत्रकारिता किसे कहते हैं ?
क- खास मुद्दे या विचारधारा के पक्ष में जनमत बनाने
ख- सनसनीखेज समाचारों से संबंधित
ग- किसी विशेष क्षेत्र की विशेष जानकारी देते
घ- इनमें से कोई नहीं
1
iv
पत्रकारिता का मूल तत्त्व क्या है ?
क- नवीनता
ख-रेखांकन और कार्टोग्राफ़
ग- महत्त्वपूर्ण लोग
घ- नईं सूचनाएँ प्रदान करना
1
v
संचार के मूल तत्त्व कौन-सा हैं?
क-जनसंचार
2- शोर
ग- सूचना देना
घ- शिक्षित करना
1
पाठ्य -पुस्तक
प्रश्न–4
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए ।
“नौरस गुंचे पंखड़ियों की नाज़ुक गिरहें खोले हैं
या उड़ जाने को रंगो-बू गुलशन में पर तौले हैं |”
हम हों या किस्मत हो हमारी दोनों को इक ही काम मिला
किस्मत हम को रो लेवे हैं हम किस्मत को रो ले हैं|
जो मुझको बदनाम करे हैं काश वे इतना सोच सकें
मेरा पर्दा खोले हैं या अपना पर्दा खोले हैं |
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्प का चयन कीजिए।
5X1=5
i
पखुड़ियों की विशेषता है?
क-रंगीन है
ख-नव रस से भरा हुआ है
ग-बहुत कोमल है
घ-इनमें से कोई नहीं
1
ii
कविता में उड़ने को कौन तैयार है?
क-पंखुड़ियाँ
ख-कवि
ग-पक्षी और खुशबू
घ-रंग और खुशबू
1
iii
निम्न में से कविता में किस का मानवीकरण किया गया है?
क-कवि का
ख-हम का
ग-रोने का
घ-भाग्य का
1
iv
पर्दा खोलने का अर्थ है।
क- अपना काम करना
ख- दूसरों की बुराई करना
ग- अपना स्वभाव बताना
घ- इनमें से कोई नहीं
1
v
गिरहें खोलने का अर्थ है
क-गांठ खोलना
ख-पर्दा खोलना
3- उड़ना
घ- रंग बिरंगी पंखुड़ियाँ
1
प्रश्न–5
निनलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढिए ।
बाजार में एक जादू है वह आँख की राह का काम करता है वह रूप का जादू है पर जैसे चुबंक का जादू लोहे पर ही चलता है, वैसे ही इस जादू की भी मर्यादा है। जेब भरी हो, मन खाली हो, ऎसी हालत में जादू का असर खूब होता है । जेब खाली पर मन भरा न हो, तो भी जादू चल ही जाएगा।
मन खाली है तो बाजार की अनेक चीजो का निमंत्रण उस तक पहुच जाएगा। कहीं उस वक्त जेब भरी तब तो फिर वह मन किसकी मानने वाला है! मालुम होता है यह भी कर लू, वह भी कर लू। सभी सामान जरूरी ओर आराम को बढ़ाने वाला होता है। पर यह सब जादू का असर है। जादू की सवारी उतरी की पता चलता है कि फैंसी चीजों की बहुतायत आराम में मदद नहीं देती, बल्कि खलल ही डालती है।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्प का चयन कीजिए।
5X1=5
i
बाजार के जादू का प्रभाव कैसे अपना असर शुरू करता है?
क-सोचने पर
ख-देखने से
ग-बात करने से
घ-पैसे से
1
ii
जादू का असर खूब होता है जब
क- जेब भरी हो, मन खाली हो
ख- जेब खाली पर मन भरा न हो
ग- मन खाली हो
घ- जेब भरी हो
1
iIii
बाजार के जादू का प्रभाव खत्म होने पर-
क-अच्छा लगता है
ख-आराम पहुँचने वाला है
ग-शांति मिलती है
घ-समस्या बढ़ाने वाली होती है
1
iv
बाजार के जादू की तुलना किससे की गई है?
क-लोहे से
ख-खाली मन से
ग-चुंबक से
घ-आँख
1
v
उपर्युक्त पंक्तियाँ(पाठ) के लेखक का क्या नाम है?
क-महादेवी वर्मा
ख-धर्मवीर भारती
ग-रज़िया सज्जाद जाहिर
घ-जैनेन्द्र कुमार
1
पूरक पाठ्य -पुस्तक
प्रश्न-6
निम्नलिखित प्रश्नों में से निर्देशानुसार सबसे सटीक विकल्प का चयन कीजिए।
10x1=10
i
सुविधाजनक और आधुनिक होते हुए भी,अपने घर और विद्यालय के आस-पास हो रहे कुछ बदलाव बुजुर्गों को अच्छे नहीं लगते। उनको ये बदलाव अच्छे न लगने के क्या कारण हो सकते हैं ?
क- वे परंपराओं के अनुसार चलते थे।
ख- उन्हें युवा पीढ़ी पसंद नहीं है
ग-अशिक्षा के कारण
घ-उन्हे बदलाव पसंद
1
ii
सिल्वर वैडिंग’ पाठ में ‘जो हुआ होगा’ वाक्य की अर्थ छवियाँ निम्न में जो नहीं है उसे छँटिए ।
क- अकेलेपन के कारण
ख- कोई खोज खबर लेने वाला ना हो
ग- बिरादरी से घोर उपेक्षा मिली,
घ- क्षय रोग से
1
iIii
यशोधर बाबू के बच्चों की कौन-सी बातें आपत्तिजनक है?
क-महत्वाकांक्षी और प्रगतिशील होना |
ख-जीवन में उन्नति करना |
ग-समय और सामर्थ्य के अनुसार घर में बदलाव लाना
घ-रिश्तेदारों, धर्म और समाज के प्रति नकारात्मक भाव
1
iv
‘जूझ’ कहानी के आधार पर आंनदा के चरित्र की विशेषताएँ निम्न में से नहीं है।
क-पढ़ने की लालसा
ख-आत्मविश्वासी एवं कर्मठ बालक
ग- झगड़ालू
घ- वचनबद्धता
1
v
आनन्दा के पिता की भाँति आज भी अनेक गरीब व कामगार पिता अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते क्यों ? आपकी दृष्टि में इसका क्या कारण है ।
क- अशिक्षित होने के कारण
ख- बच्चों के लड़ाई झगड़े के कारण
ग- स्कूल अच्छा नहीं होने से
घ- फीस ज्यादा होने के कारण
1
Vi
‘सिन्धु सभ्यता की खूबी उसका सौन्दर्य बोध है जो राजपोषित न होकर समाज-पोषित था।‘ ऐसा क्यों कहा गया है?
क- वह सबसे पुरानी सभ्यता है
ख- जल निकासी की उचित व्यवस्था थी
ग- वहाँ हथियारों और सेना के प्रमाण नहीं मिले
घ- वहाँ व्यापार के प्रमाण मिले
1
Vii
हम सिन्धु सभ्यता को जल-संस्कृति कैसे कह सकते हैं?
क-सभी घरों में नलियां थी
ख-जल की पर्याप्त व्यवस्था थी
ग- कुओं का प्रबंध था
घ- जल निकासी की उत्कृष्ट व्यवस्था,
1
Viii
सिन्धु सभ्यता की विशिष्ट पहचान क्या है?
क- एक जैसे आकार की पक्की ईटों का प्रयोग
ख- नदी के किनारे बसा होना
ग- जल निकासी की उत्कृष्ट व्यवस्था,
घ- नगर का श्रेष्ठ नियोजन।
1
Ix
इस सभ्यता को लो-प्रोफाइल सभ्यता कहने के पीछे क्या कारण हैं?
क-भव्यता का आडंबर नहीं झलकता
ख-’टूटे-फूटे खण्डहर
ग-गरीबी के कारण
घ-सिन्धु घाटी के निवासी खेती करते थे
1
x
‘‘ऐन की डायरी एक ऐतिहासिक दौर का जीवंत दस्तावेज है, क्योंकि
क-यह विश्व युद्ध के विषय पर है
ख-इसमें निजी सुख-दुःख का विवरण है
ग-राजनैतिक स्थिति एवं युद्ध की विभीषिका का जीवंत वर्णन
घ-हिटलर के विषय में बताया गया है ।
1
खंड – ख वर्णनात्मक प्रश्न
कार्यालयी हिन्दी और रचनात्मक लेखन
(अंक 20)
प्रश्न-7
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 150 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए।
क-लॉकडाउन का समय
ख-स्कूल के पुराने दिन
ग- मेरी अपेक्षाएँ 2021 में
5
प्रश्न-8
समाज में मास्क पहनने के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए किसी दैनिक समाचार के संपादक को पत्र लिखिए ।
अथवा
अस्पताल के प्रबंधन पर संतोष व्यक्त करते हुए चिकित्सा-अधीक्षक को पत्र लिखिए |
5
प्रश्न 9
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में लिखिए।
5
i
कविता कैसे बनती है ?
3
अथवा
कथानक किसे कहते है ?
ii
नाटक साहित्य कि अन्य विधाओं से अलग है कैसे स्पष्ट कीजिए?
2
अथवा
नाटक में कौन –कौन से तत्व होते है ?
प्रश्न-10
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में लिखिए।
5
i
समाचार कैसे लिखा जाता है।
3
अथवा
संपादकीय से क्या अभिप्राय है।
ii
जनसंचार के प्रमुख कार्यों को लिखिए ?
2
अथवा
विशेष लेखन से आप क्या समझते है ?
पाठ्य-पुस्तक
(अंक 20)
प्रश्न-11
निम्नलिखित प्रश्नों में से किंही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए ।
6
i
कैमरे में बंद अपाहिज करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरता की कविता है,विचार कीजिए
3
ii
कवितवाली‘ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि तुलसीदास को अपने समाज की आर्थिक- सामाजिक समस्याओं को जानकारी थी?
3
iii
नयी कविता में कोष्ठक,विराम चिह्नों और पंक्तियों के बीच का स्थान भी कविता को अर्थ देता है। उपर्युक्त पंक्तियों में कोष्ठक से कविता में क्या विशेष अर्थ पैदा हुआ है ? उषा कविता के आधार पर समझाइए |
3
प्रश्न-12
निम्नलिखित प्रश्नों में से किंही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए ।
4
i
कविता के संदर्भ में ‘बिन मुरझाए महकने’ के माने क्या होता है ?
2
ii
कवि ने व्यक्तिगत संदर्भ में किस स्थिति को अमावस्या कहा है ?
2
iii
फिराक की रुबाईयों में आए बिंबों को स्पष्ट कीजिए ।
2
प्रश्न-13
निम्नलिखित प्रश्नों में से किंही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए ।
6
i
नदियों का भारतीय सामाजिक और सांस्कृतिक परिवेश में क्या महत्व है ? स्पष्ट कीजिए।
3
ii
नीचे लिखे अंश में निहित अर्थ स्पष्ट कीजिए –
“काले मेघा दल के दल उमड़ते हैं, पानी झमाझम बरसता है, पर गगरी फूटी की फूटी रह जाती है, बैल पियासे के पियासे रह जाते हैं|”
3
iii
-‘नमक’ पाठ में आए किरदारों के माध्यम से स्पष्ट कीजिए कि आज भी भारत और पाकिस्तान की जनता के बीच मुहब्बत का नमकीन स्वाद घुला हुआ है |
3
प्रश्न 14
निम्नलिखित प्रश्नों में से किंही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए ।
4
i
भक्तिन का वास्तविक नाम क्या था, वह अपने नाम को क्यों छुपाना चाहती थी?
2
ii
जाति-व्यवस्था को श्रम विभाजन का ही एक रूप न मानने के पीछे अबेडकर के क्या तर्क है?
2
iii
महामारी फैलने के बाद गाँव में सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य में क्या अंतर होता है ?
2
॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥
प्रश्न-पत्र संख्या — 3.
PRE BORARD EXAM - 2020-21
SUBJECT:- HINDI
CLASS :- XII
TIME : 3 HOURS MAX MARK:80
सामान्य निर्देश : निम्नलिखित निर्देशों को बहुत सावधानी से पढिए और उनका पालन कीजिए :
• इस प्रश्न पत्र में दो खंड है – खंड ‘अ’ और ‘ब’| खंड ’अ’ में वस्तुपरक तथा खंड ‘ब’ में वर्णात्मक प्रश्न पूछे गए है |
• खंड ‘अ’ में कुल 6 प्रश्न पूछे गए है | दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
• खंड ‘ब’ में कुल 8 प्रश्न पूछे गए है, जिनमें कुछ प्रश्नों के वैकल्पिक प्रश्न भी सम्मिलित है | दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए प्रश्नों के उत्तर दीजिए |
खंड –अ वस्तुपरक – प्रश्न
अपठित गदयांश
प्रश्न 1 : नीचे 2 गदयांश दिए गए है |किसी एक गदयांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए : 1 x10 = 10
गदयांश 1
लोकतंत्र में तीनों पायों – विधायिका ,कार्यपालिका और न्यायपालिका का अपना-अपना महत्व है किंतु जब प्रथम दो अपने मार्ग या उद्देश्य के प्रति शिथिल होती है या संविधान के दिशा- निर्देश की अवहलेना होती है तो न्यायपालिका का विशेष महत्व हो जाता है | न्यायपालिका ही है जो हमें आईना दिखाती है ,किंतु आईना तभी उपयोगी होता है जब उसमें दिखाई देने वाली चेहरे की विद्रुपता को सुधारने का प्रयास हो | सर्वोच्च न्यायालय के अनेक जनहितकारी निर्णयों को कुछ लोगों ने न्यायपालिका की अति सक्रियता माना ,पर जनता को लगा कि न्यायलय सही है | राजनीतिक चश्मे से देखने पर भ्रम की स्थिति हो सकती है | प्रश्न यह है कि जब संविधान की सत्ता सर्वोपरि है तो उसके अनुपालन में शिथिलता क्यों होती है? अक्सर राजनीतिक-दलगत स्वार्थ या निजी हित आड़े आ जाता है और यही भ्रष्टाचार को जन्म देता है हम कसमें खाते हैं जनकल्याण की , और कदम उठाते है आत्मकल्याण की ओर |ऐसे तत्वों से देश और समाज को सदा खतरा रहेगा | अतः जब कभी कोई न्यायालय ऐसा फैसला देता है जो समाज कल्याण के हों और राजनीतिक ठेकेदारों को उनकी औकात बताते हों तो जनता को उससे आशा की किरण दिखाई देती है | अन्यथा जनता तो अंधकार में जीने को विवश है ही |
1) लोकतंत्र में न्यायपालिका कब विशेष महत्वपूर्ण हो जाता है ?
क॰ जब संविधान के दिशा- निर्देशों की अवहेलना होती है
ख॰ जब संविधान का पालन नहीं किया जाता
ग॰ जब जनकल्याण की भावना का अभाव होता है
घ॰ जब स्वार्थ या निजी हित आड़े आ जाता है
2) आईना दिखाना का तात्पर्य क्या है ?
क॰ दर्पण मे अपना चेहरा देखना
ख॰ संविधान के दिशा-निर्देशों से अवगत करवाना
ग॰ न्यायपालिका के नीति-नियम का पालन करना
घ॰ संविधान की सत्ता सर्वोपरि है
3) भ्रष्टाचार का जन्म कब हुआ ?
क॰ जब राजनेता आपस में निजी स्वार्थ के लिए झगड़ा करते है
ख॰ जब लोग नियम-कानून को नहीं मानते
ग॰ जब स्वार्थ या निजी हित आड़े आ जाता है
घ॰ जब आपसी संबंध कटु बन जाते है
4) ‘चेहरे की विद्रुपता’ से लेखक का क्या तात्पर्य है ?
क॰ चाहरा की कुरूपता
ख॰ अपने चरित्र पर दोष होना
ग॰ अपने चरित्र के दोष को दूर करने का प्रयत्न करना
घ॰ उपरोक्त में से कोई नहीं |
5)उपर्युक्त गदयांश का उचित शीर्षक होगा –
क॰ न्यायपालिका का महत्व
ख॰ लोकतंत्र
ग॰ राजनीति
घ॰ कोई नहीं
6) जनता को आशा की किरण कब दिखाई देती है ?
क॰ जब न्यायलय उचित फैसला सुनाती है
ख॰ जब शासन का आधार न्याय पर टिका होता है
ग॰ जब राजनेता उचित शासन प्रणाली अपनाते है
घ॰ उपरोक्त कोई विकल्प नहीं
7) कौन सी सत्ता सर्वोपरि है ?
क॰ न्यायपालिका की
ख॰ संविधान की
ग॰ राजनीति की
घ॰ देश की
8) लोकतंत्र के कितने पायों का वर्णन किया गया है ?
क॰ एक
ख॰ दो
ग॰ तीन
घ॰ चार
9) नागरिकों को आईना दिखाने का काम कौन करता है ?
क॰ न्यायपालिका
ख॰ कार्यपालिका
ग॰ विधायिका
घ॰ कोई नहीं
10) देश और समाज को कैसे तत्वों से खतरा रहता है ?
क॰ जो सदा भ्रष्टाचार का साथ देते है |
ख॰ जो कसमें खाते है जनकल्याण की और कदम उठाते है आत्मकल्याण की |
ग॰ जो सदा असामाजिक कार्य में लिप्त रहते है |
घ॰ जो राजनेता भ्रष्ट होते है |
अथवा
गदयांश 2
वैज्ञानिक अनुसंधानों एवं औद्धोगिक प्रगति के पूर्व के मनोरंजन एवं आज के युग में उपलब्ध मनोरंजन में तथा इससे संबन्धित हमारी आवश्यकताओं एवं अभिरुचि में बहुत अंतर आ गया है| पहले मनोरंजन का उद्देश्य मात्र मनोरंजन होता था और यह प्रक्रिया धार्मिक एवं सामाजिक भावों से संगलग्न थी |ऐसा मनोरंजन व्यक्तित्व के गठन एवं स्वस्थ दृष्टिकोण के उन्नयन में सहायक होता था | किन्तु आज इसका महत्वपूर्ण उद्देश्य ‘अर्थप्राप्ति’ हो गया है | संभवत इसी कारण मनोरंजन का स्वरूप पूर्णत बदल गया है |
आधुनिक परिवेश में मनोरंजन का जो भी रूप उपलब्ध है ,वह हमारे व्यक्तित्व के गठन पर कुठराघात करता है , आदर्शों को झुठलाता है, अस्वस्थ अभिरुचि एवं दृष्टिकोण को प्रोत्साहन देता है या जीवन के सब्ज़बाग दिखाता है जो जीने योग्य नहीं है |यह रूप व्यक्ति ,समाज और विशेषकर हमारी भावी पीढ़ी को भ्रमित कर रहा है |
मनोरंजन से संबंध विभिन्न संस्थान – अभद्र सिनेमा ,नृत्यशालाए,फैशन परेड आदि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से व्यक्ति एवं समाज के जीवन को विकृत कर रहे है | बड़े-बड़े नगरों की नृत्यशाला एवं नाइट क्लबों में मनोरंजन के नाम पर जो गतिविधियाँ सम्पन्न होती है वे तथाकथित आधुनिक एवं प्रगतिशील विचारधारा से भले ही समर्थन हो ,किन्तु स्वस्थ भारतीय दृष्टिकोण ,रीति-रिवाज़ तथा जीवन-पद्धति पश्चिमी देशों से एकदम भिन्न है |
इस प्रकार देश में मनोरंजन के नाम पर जो भी भौंडापन उपलब्ध है – वह विघटन का स्त्रोत है ,विकार का जनक है एवं क्षतिग्रस्त जीवन का पर्याय है |
1) पहले मनोरंजन की प्रक्रिया कौन से भाव से संलग्न थी ?
क॰ सत्य और असत्य भाव
ख॰ अच्छा और बुरा भाव
ग॰ धार्मिक एवं सामाजिक भाव
घ॰ न्याय और अन्य भाव
2) व्यक्तित्व के गठन एवं स्वस्थ दृष्टिकोण के लिए किस प्रकार का मनोरंजन सहायक होता है?
क॰ फैशन परेड आदि का प्रत्यक्ष दर्शन |
ख॰ ऐसा मनोरंजन जहा मनोरंजन का उद्देश्य केवल मनोरंजन ही है |
ग॰ जब लोग अपना मनोरंजन स्वयं ही करते है |
घ॰ कोई नहीं |
3) पहले मनोरंजन का उद्देश्य क्या था ?
क॰ मनोरंजन
ख॰ वैज्ञानिक अनुसंधान
ग॰ औधोगिक क्रांति
घ॰ कोई नहीं
4) आज के दौर में मनोरंजन का मुख्य उद्देश्य क्या हो गया है ?
क॰ सामाजिक सुधार
ख॰ आर्थिक सुधार
ग॰ मानसिक सुधार
घ॰ अर्थप्राप्ति
5) भावी पीढ़ी को क्या भ्रमित कर रहा है ?
क॰ मनोरंजन का आधुनिक रूप जिसका उद्देश्य अर्थ प्राप्ति है
ख॰ आधुनिक मनोरंजन भावी पीढ़ी के व्यक्तित्व पर कुठराघात है
ग॰ ऐसा मनोरंजन लोगो को ऐसे जीवन के सब्जबाग दिखते है जो जीने योग्य नहीं है
घ ॰ उपरोक्त सभी
6) पशिचमी देशों की अंधी नकल किसे कहा गया है ?
क॰ बड़े-बड़े नगरों में नाइट क्लबों और नृत्यशालाओं की गतिविधियाँ
ख॰ सिनेमा, टेलिविजन आदि
ग॰ आधुनिक पहनावा
घ॰ कोई विकल्प नहीं
7) लेखक ने क्षयग्रस्त जीवन का पर्याय किसे माना है ?
क॰ आधुनिक मनोरंजन के
ख॰ मनोरंजन के नाम पर भौड़ापन का प्रचार करना
ग॰ सिनेमा ,नृत्यशाला आदि को
घ॰ नाइट क्लबों को
8) आधुनिक मनोरंजन से संबंधित कौन-कौन से संस्थानों का उल्लेख किया गया है ?
क॰ गीत ,सुर ,ताल, सस्तरीय संगीत आदि
ख॰ अभद्र सिनेमा , नृत्यशाला , नाइट क्लब आदि
ग॰ रेडियो टेलीविजीन आदि
घ॰ उपरोक्त में से कोई विकल्प सही नहीं
9) उपरोक्त गदयांश का उचित शीर्षक कौन सा होगा ?
क॰ मनोरंजन के आधुनिक साधन
ख॰ मनोरंजन
ग॰ मनोरंजन और भोंडापन
घ॰ आधुनिक मनोरंजन और उसका प्रभाव
10) ‘अर्थप्राप्ति’ से लेखक का क्या तात्पर्य है ?
क॰ धन प्राप्ति
ख॰ मतलब समझना
ग॰ यश प्राप्ति
घ॰ सुख प्राप्ति
प्रश्न 2॰ नीचे 2 गदयांश दिए गए है |किसी एक गदयांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए : 1 x 5 = 5
कुछ लिखके सो , कुछ पढ़के सो
तू जिस जगह जगा सवेरे उस जगह से बढ़के सो
जैसा उठा वैसा गिरा जाकर बिछौने पर
तिफ्ल जैसे प्यारे यह जीवन-खिलौने पर
बिना समझे,बिना बुझे खेलते जाना
एक जिद को जकड़ लेकर ठेलते जाना
गलत है,बेसूद है, कुछ रोचक सो, कुछ गढ़के सो
दिन-भर इबारत पेड़, पत्ती और पानी की
बंद घर की , खुले-फैले खेत धानी की
हवा की बरसात की हर खुश्क की,तर की
गुजरती दिन-भर रही जो आपकी, पर की
उस इबारत के सुनहरे वर्क से मन मढ़के सो
तू जिस जगह जगा सवेरे उस जगह से बढ़के सो
लिखा सूरज ने किरन की कलम से लेकर जो
नाम लेकर जिसे पंछी ने पुकारा वो
हवा जो कुछ गा गई ,बरसात जो बरसी
जो इबारत लहर बनकर नदी पर बरसी
उस इबारत की अगरचे सीढ़ियाँ है ,चढ़के सो
तू जिस जगह जगा सवेरे उस जगह से बढ़के सो |
1) सोने से पहले क्या कर लेना चाहिए ?
क॰ कुछ अच्छे कर्म कर लेना चाहिए |
ख॰ अपने किताबों को पढ़-लिख लेना चाहिए |
ग॰ अपने सोने की जगह को देख लेना चाहिए
घ उपरोक्त कोई विकल्प नहीं |
2) कवि ने ‘गलत’ और ‘बेसूद’ किसे कहा है ?
क॰ जीवन को यथावत जीते रहना
ख॰ कुछ प्रगति ना करना
ग॰ बिना समझ-बूझ के एक-सी जिंदगी जीते रहना
घ॰ उपरोक्त सभी
3) प्रकृति का लेख लिखने में किस-किसका योगदान है ?
क॰ हवा ,पानी , खेत
ख॰ नदी ,पेड़ ,पत्ते
ग॰ सूरज
घ॰ उपरोक्त सभी
4) ‘तू जिस जगह जगा सवेरे उस जगह से बढ़के सो |’इस पंक्ति का क्या आशय है ?
क॰ जीवन में प्रगति करना
ख॰ सवेरे जल्दी उठना चाहिए
ग॰ मनुष्य को सदा प्रयत्नशील रहना चाहिए
घ॰उपरोक्त में से कोई विकल्प नहीं
5) प्रस्तुत काव्यन्श का मूल भाव क्या है ?
क॰ सदा प्रगतिशील रहना
ख॰ सदा समय पर सोना और समय पर उठना
ग॰ अपने जीवन में सदा प्रयत्नशील रहना
घ॰ उपरोक्त कोई विकल्प सही नहीं
अथवा
शांति नहीं तब तक,जब तक
सुख–भाग न सबका सम हो
नहीं किसी को बहुत अधिक हो
नहीं किसी को बहुत कम हो |
स्वत्व माँगने से न मिले , संघात पाप हो जाएँ |
बोलो धर्मराज।शोषित वे
जिये या कि मिट जाएँ ?
न्यायोचित अधिकार माँगने
से न मिले,तो लड़ के |
जीत, या कि खुद मर के |
किसने कहा,पाप है समुचित
स्वत्व-प्राप्ति-हित लड़ना ?
उठा न्याय का खड़ग समर में
अभय मरना-मारना ?
1) शांति के लिए क्या आवश्यक है ?
क॰ सुख में सबका समान भाग
ख॰ दुख ना होना
ग॰ जीवन में सदा सुख का मिलना
घ॰ सदा प्रसन्न रहना
2) कौन-सा युद्ध उचित है ?
क॰ अपने अधिकार के लिए लड़ना
ख॰ न्याय के लिए लड़ना
ग॰ अपने सुरक्षा के लिए लड़ना
घ॰ कोई नहीं
3) न्यायोचित अधिकार माँगने से न मिलने पर क्या करना चाहिए ?
क॰ छिन लेना चाहिए
ख॰ उसे प्राप्त करने के लिए युद्ध करना चाहिए
ग॰ उसे यू ही छोड़ देना चाहिए
घ॰ कोई प्रयास नहीं करना चाहिए
4) तेजस्वी की क्या पहचान है ?
क॰ अत्यधिक ताकतवर
ख॰ युद्ध में सदा विजय प्राप्त करते है
ग॰ जीवन में सदा विजय होते है
घ॰ सदैव प्रसन्न रहते है
5) उपरोक्त पद्यन्श का उचित शीर्षक क्या होगा ?
क॰ शांति
ख॰ विजय
घ॰ अधिकार
घ॰ संघात
कार्यालयी हिन्दी और रचनात्मक लेख
प्रश्न 3 : निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए | 5 x 1 = 5
1) समूह संचार का क्या आशय है ?
क॰ दो व्यक्तियों के मध्य होने वाला संचार
ख॰ एक व्यक्ति का अपने आप से बाते करना
ग॰ दो या दो से आधिक व्यक्तियों के मध्य संचार
घ॰ संकेतो के माध्यम से संचार
2) ‘शोर’ से क्या आशय है ?
क॰ संचार प्रक्रिया में आने वाली बाधा
ख॰ लोगो का अधिक शोर करना
ग॰ किसी को कुछ समझ न आना
घ॰उपरोक्त कोई नहीं
3) ‘स्टिंग ऑपरेशन’ किस पत्रकारिता का दूसरा नाम है ?
क॰ वाचडॉग पत्रकारिता
ख॰ एडवोकेसी पत्रकारिता
ग॰ खोजपरक पत्रकारिता
घ॰ पीत पत्रकारिता
4) जन-संचार के प्रमुख माध्यम कौन-कौन से है ?
क॰ रेडियो
ख॰ टेलीविज़न
ग॰ समाचार-पत्र
घ॰ सभी
5) ‘फीडबैक’ किसे कहते है ?
क॰ संचार प्राप्त करना
ख॰ प्राप्तकर्ता द्वारा अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करना
ग॰ संचार का कूट चिन्हों में बंध जाना
घ॰ संकेतों या ध्वनि चिन्हों का उपयोग करना
पाठ्यपुस्तक
प्रश्न 4)निम्नलिखित पदयांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए
5 x 1 =5
जथा पंख बिनु खग अति दीना | मनि बिनु फनी करिबर कर हिना ||
अस मम जिवन बंधु बिनु तोही | जै जड़ दैव जियावे मोही ||
जैहऊँ अवध कवन महूँ लाई |नारी हेतु प्रिय भाई गवाइ ||
बरु उपजस सहतेऊँ जग माहीं | नारी हानी बिसेश क्षति नहीं ||
1) राम ने भाई के संबंध को किस प्रकार सिद्ध किया है ?
क॰ जीवन से बढ़कर माना है
ख॰ पत्नी पुत्र से बढ़कर माना है
ग॰ सबसे बढ़कर माना है
घ॰ सगे संबंधियों से बढ़कर माना है
2) राम लक्ष्मण के बिना कैसा अनुभव करते है ?
क॰ बहुत दुखी
ख॰ शक्तिहीन
ग॰ ग्लानि से परिपूर्ण
घ॰ कोई विकल्प नहीं
3) राम को लक्ष्मण के बिना अयोध्या में कैसी स्थिति से गुजरना पड़ेगा ?
क॰ लोग उनकी निंदा करेंगे
ख॰ लोग उन्हे ताने देंगे
ग॰ लोग उनसे संवेदना रखेंगे
घ॰ लोग उनका मज़ाक उड़ाएंगे
4) राम ने नारी के विषय मे क्या कहा ?
क॰ नारी का कोई महत्व नहीं
ख॰ भाई की तुलना में नारी की क्षति को विशेष नहीं मानते |
ग॰ नारी का उन्हे कोई मोह नहीं
घ॰ कोई विकल्प सही नहीं
5) प्रस्तुत काव्यान्श के कवि कौन है ?
क॰ तुलसीदास
ख॰ सूरदास
ग॰ कबीरदास
घ॰ रहीम
प्रश्न 5 ) निम्नलिखित गदयांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए | 1 x 5 = 5
लेकिन इस बार मैंने साफ इनकार कर दिया |नहीं फेंकना है बाल्टी भर-भर पानी इस मेढक-मंडली पर | जब जीजी बाल्टी भर कर पानी ले गई उनके बूढ़े पाँव डगमगा रहे थे, हाथ काँप रहे थे ,तब भी मैं अलग मुँह फुलाए खड़ा था |शाम को उन्होने लड्डू-मठरी खाने को दिए तो मैंने उन्हे हाथ से अलग खिसका दिया | मुँह फेरकर बैठ गया ,जीजी से बोला भी नहीं |पहले वह तमतमाई, लेकिन ज्यादा देर तक गुस्सा नहीं रहा गया | पास आकार मेरा सर अपनी गोद में लेकर बोली, “देख भेया रूठ मत | मेरी बात सुन |यह अंधविश्वास नहीं है | हम इन्हे पानी नहीं देंगे तो इंद्र भगवान हमे पानी कैसे देंगे ?” मैं कुछ नहीं बोला |फिर जीजी बोली , “ तू इसे पानी की बरबादी समझता है पर यह बरबादी नहीं है |यह पानी का अर्घ्य चढ़ाते है , जो चीज मनुष्य पाना चाहता है उसे पहले देगा नहीं तो पाएगा कैसे ?इसलिए ऋषि मुनियों ने दान को सबसे ऊंचा स्थान दिया है |”
1) लेखक ने किस चीज के लिए इंकार कर दिया ?
क॰ दान करने से
ख॰ लड्डू-मठरी खाने से
ग॰ जीजी से बाते करने से
घ॰ बाल्टी भर पानी फेकने
2) ‘मेढक मंडली’ किसे कहा गया है ?
क॰ गाँव के बदमाश बच्चों को
ख॰ उन लड़को को जो कीचड़ में लोट-पोट होकर घर घर पानी मांगते है
ग॰ जो स्कूल में पढ़ते है
घ॰ जो गली गली घूमते रहते है
3) लेखक अपनी जीजी से किसलिए रूठे हुए थे ?
क॰ जीजी ने बाल्टी भर पानी इंदर सेना पर फैका
ख॰ जीजी ने लेखक को मनपसंद खाना नहीं दिया
ग॰ जीजी अंधविश्वासी थी
घ॰ जीजी ने पानी बर्बाद किया
4) जीजी के अनुसार दान किसे कहते है ?
क॰ जो चीज मनुष्य पाना चाहता है उसे पहले दूसरों को दे दे |
ख॰ अपनी कोई भी प्यारा चीज दूसरों को दे दे |
ग॰ धन दौलत दे
घ॰ कोई भी विकल्प नहीं
5) जीजी ने इंद्र-सेना के पक्ष में क्या तर्क दिए ?
क॰ वह अंधविश्वास नहीं है
ख॰ यह बादलों को अर्घ्य चढ़ाना है
ग॰ यह बादलों के प्रति दान है
घ॰ उपरोक्त सभी विकल्प
पूरक पाठ्य पुस्तक
प्रश्न 6॰ निम्नलिखित प्रश्नो में निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए :- 1x10=10
1) यशोधर बाबू अधिकारी के रूप में दफ़्तर में कैसा व्यवहार करते थे ?
क॰ हमेशा सख्ती से पेश आते थे
ख॰ दफ़्तर के कर्मचारियों को अपने नियंत्रण में रखते थे
ग॰ सदा मस्ती मज़ाक करते थे
घ॰ उनसे एक दूरी बनाकर रखते थे
2) अध्यापक के कौन सी विशेषता ने लेखक के जीवन को बदला ?
क॰ उन्होने लेखक के जीवन में रुचि ली
ख॰ हमेशा लेखक की तारीफ करते थे
ग॰ लेखक की आर्थिक सहायता भी करते थे
घ॰ कविता को विशेष ढंग से पाठ करते थे और स्वयं लिखने के लिए प्रोत्साहित करते थे
3) सिंधु घाटी सभ्यता को जल-संस्कृति क्यों कह सकते है ?उचित विकल्प का चयन कीजिए |
क॰ नदी, कुएँ, स्नान गार और बेजोड़ निकासी व्यवस्था को देखते हुए |
ख॰ अधिक संख्या मे कुओं का पाया जाना
ग॰ अधिक पानी के इस्तेमाल के तथ्य मिलना
घ॰ उपरोक्त कोई विकल्प नहीं
4) यहूदियों के प्रति जन-भावना कैसी थी ?
क॰ लोगे उनसे बेहद प्रेम करते थे
ख॰ लोग को यहूदियों से सहानुभूति थी
ग॰ लोग उनसे डरते थे
घ॰ लोग उनसे नफ़रत करते थे
5) ऐन फ्रैंक की डायरी क्यों प्रसिद्ध है ?
क॰ इसमे यहूदियों पर ढाये जाने वाले अत्याचारों का वर्णन है
ख॰ इसमे कुछ रोमांचक तथ्य है
ग॰ इसमे कहानियाँ और कविताए है
घ॰ इसमे घायल लोगो की बातें है
6) सिंधु सभ्यता राज पोषित या धर्म पोषित न होकर समाज पोषित था | लेखक ने ऐसा क्यों कहा ?
क॰ क्योंकि वहा दैन्यदिन की प्रयोग योग्य वस्तुएं प्राप्त हुई है
ख॰ वहाँ भव्य राजमहल अथवा मंदिर और समाधि के अवशेष नहीं मिले है
ग॰ खिलौने या केश विन्यास की वस्तुएं मिली है
घ॰ वनस्पति ,पशु और पक्षियों के चित्र मिले है
7) पाठ ‘सिल्वर वैडिंग’ में किसानदा की मृत्यु के संदर्भ में ‘जो हुआ होगा’ से कहानी कार का क्या तात्पर्य है ?
क॰ लेखक मृत्यु से बहुत दुखी थे |
ख॰ लेखक को मृत्यु का कारण पता नहीं था |
ग॰ लेखक को उनकी मृत्यु से कोई अंतर नहीं पड़ा |
घ॰ लेखक को मृत्यु का कारण पता है |
8) ‘समहाउ इंप्रापर’ का प्रयोग यशोधर बाबू कब करते थे ?
क॰ जब भी उन्हे कुछ अनुचित लगता था
ख॰ हर वाक्य के अंत में
ख॰ कभी प्रयोग नहीं करते थे
घ॰ हर समय
9) ऐन फ्रैंक की रुचियाँ क्या-क्या थी ?
क॰ खाना बनाना
ख॰ पेड़-पौधे लगाना
ग॰ लिखना
घ॰ बाल सजना
10) मिस्टर डसेल किस प्रकार के व्यक्ति थे ?
क॰ बहुत ही मज़ाकिया
ख॰ अत्यंत आरामपसंद
ग॰ अत्यंत बोर ,सनकी और उबाऊ
घ॰ कोई नहीं
खंड ‘ब’ वर्णात्मक प्रश्न
प्रश्न 7॰ निम्नलिखित्त में से किसी एक विषय में 150 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए | 5
क॰ अचानक जब सुनसान सड़क पर बस खराब हुई |
ख॰ नदी के किनारे बसा हुआ हरा- भरा गाँव |
ग॰ पहली हवाई यात्रा |
प्रश्न 8॰ बढ़ते हुए कोरोना के मामलो को ध्यान में रखते हुए सामाजिक दूरी और अन्य नियमों का पालन करने का लोगो को अनुरोध करते हुए किसी प्रसिद्ध समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए |
अथवा 5
स्वस्थ्य विभाग के आध्यक्ष को पत्र लिखिए जिसमें लोगो को मुफ्त कोरोना परीक्षा और कोरोना से सावधान रहने के नीति-नियमों को लोगो को अवगत करना का अनुरोध किया गया है |
प्रश्न 9॰ निन्म्लिखित प्रश्नों के उत्तर 40-50 शब्दों में लोखिए |
क॰ कहानी लेखन के किन्ही तीन तत्वों का उल्लेख कीजिए | 3
अथवा
कविता लेखन के प्रमुख घटक कौन से है ?
ख॰ नाटक में समय का बंधन क्यों आवश्यक है ? 2
अथवा
कथानक कहानी का केन्द्रबिन्दु किस प्रकार होता है ?
प्रश्न 10 निन्म्लिखित प्रश्नों के उत्तर 40-50 शब्दों में लोखिए |
क॰ उल्टा पिरामिड शाली किसे कहते है ? 3
अथवा
संपादकीय लेखन क्या है ?
ख॰ कार्टून कोना किसे कहते है ? 2
प्रश्न 11॰ निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए |
3x2=6
क॰ केमरे में बंध अपाहिज का केन्द्रीय भाव स्पष्ट कीजिए |
ख॰ ‘उषा’ कविता में गाँव का वर्णन किस प्रकार किया गया है ?
ग॰ ‘सहर्ष स्वीकार है’ कविता में कवि प्रकाश के स्थान पर अंधकार की कामना क्यों करते है ?
प्रश्न 12॰ निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए |
2+2=4
क॰ दिन का पथिक जल्दी-जल्दी क्यों चलता है ?
ख॰ अपाहिज व्यक्ति को बार बार अपना दुख बताने के लिए कहने के पीछे दूरदर्शनवालो की क्या परिकल्पना है ?
ग॰ कल युग का प्रभाव किन-किन पर पड़ा है ?
प्रश्न 13॰ निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए
3x2=6
क॰ बच्चों की टोली इंद्र भगवान से बारिश करवाने के लिए किस प्रकार प्रार्थना करती है ?
ख॰ भक्तिन नाम किसने और क्यों दिया ?
ग॰ ‘नमक’ कहानी में साफिया के मन में क्या द्वंद्व था ?
प्रश्न 14॰ निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए | 2+2=4
क॰ लुट्टन पहलवान की ढोलक रात भर क्यों बजती रहता था ?
ख॰ बाजार किन लोगो को अपनी और आकर्षित करता है ?
ग॰ श्रम विभाजन के पक्ष में अंबेडकर के क्या विचार थे ?
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॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥
प्रश्न-पत्र संख्या — 4
केन्द्रीय विद्यालय संगठन ,
कक्षा- 12वीं (2020-21)
पूर्व परिषदीय परीक्षा
निर्धारित समय- 3 घं. अंक-80
सामान्य निर्देश :-
❖ सभी प्रश्नों के अंक सामने दिए हुए हैं ।
❖ दिये गये निर्देशों का पालन करें तथा स्वच्छता पर ध्यान दें |
❖ इसमें कुल दो खंड ( अ एवं ब) हैं तथा कुल चौदह प्रश्न हैं । सभी प्रश्नों के उत्तर यथासंभव क्रमानुसार व दिए गए निर्देशों के अनुसार ही लिखिए ।
खंड-क
प्र.1
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर लिखिए
10*1=10
लोकतंत्र के तीन स्तंभ-विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका हैं। जब प्रथम दो अपने मार्ग या उद्देश्य के प्रति शिथिल होते हैं तो न्यायपालिका का विशेष महत्व हो जाता है। न्यायपालिका ही है जो हमें आईना दिखाती है, किन्तु आईना तभी उपयोगी होता है जब उसमें दिखाई देने वाले चेहरे की विद्रूपता को सुधारने का प्रयास हो। सर्वोच्च न्यायालय के अनेक जनहितकारी निर्णयों को कुछ लोगों ने न्यायपालिका की अतिसक्रियता माना पर जनता को लगा की न्यायालय सही है।
प्रश्न यह है कि जब संविधान की सत्ता सर्वोपरि है तो उसके अनुपालन में शिथिलता क्यों होती है? राजनीतिक दलगत स्वार्थ या निजी हित आड़े आ जाते हैं और यही भ्रष्टाचार को जन्म देता है। हम कसमें खाते हैं जनकल्याण की और कदम उठाते हैं आत्मकल्याण के। ऐसे तत्वों से देश और समाज को सदा खतरा रहता है। अतः जब कोई न्यायालय ऐसे फैसले देता है जो समाज कल्याण के हों और राजनीतिक ठेकेदारों को उनकी औकात बताते हों तो जनता को उसमें आशा की किरण दिखाई देती है अन्यथा वह अंधकार में जीने को तो विवश ही है।
क.
गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक लिखो ?
क-लोकतंत्र
ख-न्यायपालिका का महत्व
ग-संविधान और हमारा समाज
घ-लोकतंत्र के प्रमुख स्तंभ
1
ख.
भ्रष्टाचार का जन्म कब और कैसे होता है?
क-राजनैतिक स्वार्थ
ख-दलगत स्वार्थ
ग-निजी स्वार्थ
घ-उपरोक्त सभी
1
ग.
लोकतंत्र मे न्यायपालिका कब विशेष महत्वपूर्ण हो जाती है ?
क-जब समाज में भ्रष्टाचार बढ़ जाता है
ख-कार्यपालिका और विधायिका अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक से नही करते
ग-जब स्वार्थ बढ़ जाता है
घ-भ्रष्टाचार की वृद्धि होने पर
1
घ-
चेहरे की विद्रूपता’ से क्या तात्पर्य है? यह संकेत किसके प्रति है?
क-समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार
ख-न्यायपालिका की अतिसक्रियता
ग-संविधान के अनुपालन में शिथिलता
घ-चेहरा खराब हो जाना
1
ड.
न्यायपालिका कैसे आईना दिखाती है?
क-अपने उचित फैसलों से न्यायपालिका मार्ग दिखाती है
ख-जनहित में अपने फैसले देकर
ग-भ्रष्टाचार को सीमित करके
घ-संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करके
1
च.
जनता को आशा की किरण कहाँ और क्यों दिखाई पड़ती है?
1- जब कोई न्यायालय ऐसे फैसले देता है जो समाज कल्याण के हों
2- राजनीतिक ठेकेदारों को उनकी औकात बताने वाले फैसले
3- दोषियों को सजा दे कर
4- ‘क’ व ‘ख’ दोनों
1
छ.
कुछ लोग न्यायालय को अतिसक्रिय क्यों मानते हैं ?
क-न्यायालय के त्वरित फैसलों के कारण
ख-जनहितकारी फैसलों के कारण
ग-शीघ्र न्याय
घ-कार्यपालिका व विधायिका के कार्यों में हस्तक्षेप
1
ज.
देश व समाज को किस से खतरा है ?
क-न्यायपालिका की अतिसक्रियता से
ख-विधायिका की शिथिलता से
ग-कार्यपालिका की अक्षमता से
घ-दलगत स्वार्थ भावना और निजी हित से
झ.
देश की जनता अंधकार में रहने को क्यों विवश है ?
क. कार्यपालिका की अक्षमता से
ख. विधायिका की शिथिलता से
ग. न्यायपालिका की कार्यपद्धति से
घ-‘क’ व ‘ख’ दोनों
ज्ञ.
‘भ्रष्टाचार’ का विलोम होगा-
क-सदाचार
ख-शिष्टाचार
ग-कदाचार
घ-दुश्मन
प्र.2
नीचे लिखे काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िये और प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
4*1=4
चन्दा तारों सी सहज कांति, नदियों में है मुस्कान भरी
है पवन झकोरों में दुलार, खेतों में है दौलत बिखरी,
पग-पग मेरा विश्वास भरा
तप से है यह जीवन निखरा,
प्रखर कर्म का पाठ सतत
पढ़ती मै भारत माता हूँ||
मै वज्र सदृश विपदाओं को भी अनायास सह लेती हूँ,
सुधा दान कर औरों को,मै विष पीकर मुस्काती हूँ
धीरज का पाठ पढ़ाती हूँ
गौरव का मार्ग दिखाती हूँ,
मै सहज बोध, मै सहज शक्ति
सुविवेकी भारत माता हूँ||
मूर्तियाँ बना डाली सजीव,अनगढ़ पत्थर को काट-काट
बंधुता प्रेम को फैलाया; अपना ही अंतर बाँट-बाँट
जिसके गीतों से जगत मुग्ध,
जिसके नृत्यों पर जगत मुग्ध,
जिसकी कविता धारा अविरल-
बहती वह भारत माता हूँ||
क.
’खेतों में है दौलत बिखरी’’ से क्या आशय है?
क-खेतों का उपजाऊपन
ख-हरियाली
ग-खेतों की लहलहाती फसलें
घ-किसान का कठिन परिश्रम
1
ख.
भारत माँ को सुविवेकी क्यों कहा गया है?
क-सभी भारवासियों की माँ होने के कारण
ख-सभी का पालन-पोषण करने से
ग-सभी भारतीयों को गौरव,धीरज व शक्ति की शिक्षा देने से
घ-रत्न-प्रसविनी होने से
1
ग.
भारत माता ने अपना ह्रदय किस रूप में बांटा है?
क-संपूर्ण समाज में भाईचारा व प्रेम की भावना के प्रसार से
ख-सभी को त्याग व प्रेम की शिक्षा देकर
ग-फलों व सब्जियों को उगाकर
घ-सभी के प्रति समता का भाव रखकर
1
घ.
भारत माता हम भारतीयों को कौन से मूल्यों को सीखाना चाहती है ?
क-गौरव
ख-धैर्य
ग-प्रेम
घ-उपरोक्त सभी
1
अथवा
काली घटा का घमंड घटा
नभमंडल तारक-वृंद खिले,
उजियाली निशा, छविशाली दिशा,
अति सोहे धरातल फूले फलें ।
निखरे सुथरे वन पंथ खुले
तरू पल्लव चंद्रकला से धुले,
वन शारदी चंद्रिका-चादर ओढे
लसै समलंकृत कैसे भले।
क.
काली घटा के घमंड घटने का क्या कारण है?
क-आकाश में बादलों के हट जाने से
ख-चंद्रमा के आकाश में उगने से
ग-शरद ऋतु के आगमन से
घ-चांदनी के फैलने से
1
ख.
शरद ऋतु की चांदनी रात के सौंदर्य का वर्णन कीजिए।
क-धरती चंद्रमा के प्रकाश से परिपूर्ण हो गई है
ख-पेड़-पौधे चंद्रमा के प्रकाश से नहा गए हैं
ग-चंद्रमा के प्रकाश से सारी दिशा प्रकाश से भर गई है
घ-उपरोक्त सभी
1
ग.
तरू पल्लव चंद्रकला से धुले, इस पंक्ति का अर्थ है-
क-पेड़ के सुंदर पत्ते
ख-चाँदनी से धुले हुए पेड़ों के पत्ते बहुत सुंदर लग रहे हैं
ग-चंद्रमा की चाँदनी से संपूर्ण प्रकृति नहा गई है
घ-पेड़ के पत्ते बहुत सुंदर लग रहे हैं
1
घ.
‘काली घटा का घमंड घटा’ इस पंक्ति में प्रयुक्त अंलंकारों के नाम लिखो ?
क-अनुप्रास व रुपक अलंकार
ख-यमक अलंकार
ग-अनुप्रास अलंकार
घ- अनुप्रास व यमक अलंकार
1
प्र.3.
निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखो-
5*1=5
क.
पेज थ्री पत्रकारिता से क्या तात्पर्य है?
क.समाचार पत्र का तीसरा पन्ना
ख.पक्षधर पत्रकारिता
ग-सनसनीखेज पत्रकारिता
घ-फिल्म जगत के लोगों के जीवन से जुड़ी पत्रकारिता
1
ख.
फ्रीलांसर पत्रकार किसे कहते हैं ?
क-अंशकालिक पत्रकार
ख-पूर्णकालिक पत्रकार
ग-किसी भी समाचार पत्र के साथ एक नियत समय तक कार्य करने वाला
घ-बिना धन लिए कार्य करने वाला
1
ग.
समाचार लेखन की उल्टा पिरामिड शैली क्या है ?
क-समाचारों को लिखने की पद्धति
ख-समाचारों को महत्व के घटते हुए क्रम में लिखना
ग- समाचारों को महत्व के बढ़ते हुए क्रम में लिखना
घ-समाचार सही व सटीक तरीके से लिखने का तरीका
1
घ.
संचार की प्रक्रिया में फीडबैक या प्रतिपुष्टि क्या है ?
क-संदेश देना
ख-संदेश प्राप्त करना
ग-संदेश मिलने के बाद प्राप्तकर्ता द्वारा दी जाने वाली प्रतिक्रिया
घ-संचार की प्रक्रिया में आने वाली बाधा
1
ड.
हिंदी में प्रकाशित होने वाला प्रथम समाचार पत्र व उसका प्रकाशन वर्ष क्या है?
1- द बंगाल गजट-1780 ई.
2- आज -1902ई.
3- उद्न्त मार्तंड-1826 ई.
4- हिंदी प्रदीप-1877 ई.
1
पाठ्य-पुस्तक
प्र.4.
निम्नलिखित काव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
5*1=5
प्रात नभ था बहुत नीला शंख जैसे
भोर का नभ
राख से लीपा हुआ चौका
अभी गीला पड़ा है.
बहुत काली सिल ”जरा से लाल केसर से
कि जैसे धुल गई हो
स्लेट पर या लाल खड़िया चाक
मल दी हो किसी ने
नील जल में या किसी की
गौर झिलमिल देह
जैसे हिल रही हो।
और जादू टूटता है इस उषा का अब
क.
प्रातःकालीन आकाश की तुलना किससे की गई है?
क-रसोईघर
ख-काली सिल
ग-नीला शंख
घ-नीला पानी
1
ख.
कवि ने इस काव्यांश में किन उपमानों का प्रयोग किया है ?
क-लाल केसर
ख-काली सिल
ग-स्लेट
घ-उपरोक्त सभी
1
ग.
उषा का जादू टूटने से कवि का क्या आशय है ?
क-रात हो जाना
ख-सूर्यास्त
ग-सूर्योदय
घ-संध्या
1
घ-
निम्न विकल्पों में से किस पंक्ति में मानवीकरण अलंकार है-
1- स्लेट पर या लाल खड़िया चाक मल दी हो किसी ने
ख-नील जल में या किसी की गौर झिलमिल देह जैसे हिल रही हो।
ग-और जादू टूटता है इस उषा का अब
घ- बहुत काली सिल ”जरा से लाल केसर से
1
ड़-
‘’राख से लीपा हुआ चौका अभी गीला पड़ा है” इस पंक्ति का अर्थ है ?
क-घर की गृहणी ने रसोईघर को पानी में राख मिलाकर स्वच्छ किया है
ख- रसोईघर अभी भी गीला है
ग-सुबह के आसमान में ओस व नमी के कारण गीलापन है
घ- रसोईघर साफ हो चुका है
1
प्र.5-
निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
5*1=5
हम आज देश के लिए करते क्या हैं? माँगे हर क्षेत्र में बड़ी-बड़ी हैं पर त्याग का कहीं नामो-निशान नही है। अपना स्वार्थ आज एक मात्र लक्ष्य रह गया है। हम चटखारे लेकर इसके या उसके भ्रष्टाचार की बातें करते हैं, पर क्या कभी हमने जाँचा है कि अपने स्तर पर अपने दायरे में हम उसी भ्रष्टाचार के अंग तो नही बन रहे हैं? काले मेघा दल के दल उमड़ते हैं, पानी झमाझम बरसता है पर गगरी फूटी की फूटी रह जाती है, बैली पियासे के पियासे रह जाते है! आखिर कब बदलेगी यह स्थिति ।
क.
देश की वर्तमान स्थिति के बारे में लेखक के क्या विचार हैं ?
क-वर्तमान समय में सभी स्वार्थी हो गए हैं
ख-समाज में सर्वत्र भ्रष्टाचार व्याप्त है
ग-सभी को अपने स्वार्थ से मतलब है देश की प्रति अपने कर्तव्यों से किसी को कोई मतलब नही
घ-उपरोक्त सभी
1
ख.
आशय स्पष्ट कीजिए- 'पानी झमाझम बरसता है पर गगरी फूटी की फूटी रह जाती है, बैल पियासे के पियासे रह जाते है!
क-बरसात होने के बाद भी जानवर प्यासे ही रह जाते हैं
ख-गगरी फूटी होने के कारण जानवर प्यासेहैं
ग-जोरों का पानी बरस रहा है
घ-सरकार द्वारा बहुत सारी योजनायें बनाए जाने के बाद भी उसका लाभ गरीबों को नही मिल पाता
1
ग.
लोग चटखारे लेकर क्या करते हैं ?
क-आपस में बातें करते हैं
ख-एक-दूसरे का मजाक उड़ाते हैं
ग-दूसरे द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की बातें करते हैं
घ-अपना सुख-दुख एक-दूसरे से कहते हैं
1
घ.
लेखक ने इस गद्यांश में क्या संदेश दिया है ?
1- प्रेम का
2- आपसी सद्भाव का
3- भाईचारे का
4- देश व समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के पालन का
1
ड़.
‘स्वार्थ’ का पर्यायवाची शब्द है-
क-परमार्थ
ख-नि:स्वार्थ
ग-स्वहित
घ-पदार्थ
1
पूरक पाठ्य-पुस्तक
10*1=10
प्र.6.क
‘सिंधु घाटी सभ्यता एक लो-प्रोफाईल सभ्यता है’ लेखक ने ऐसा क्यों कहा है ?
क-इस सभ्यता में कोई दिखावा या बाह्याडंबर नही था
ख-खुदाई के दौरान कोई भी बड़ा मंदिर,समाधि या पिरामिड न मिलने से
ग-छोटे हथियार व राजा का छोटा मुकुट मिलने से
घ-उपरोक्त सभी
1
ख.
जूझ’ कहानी के शीर्षक के औचित्य पर विचार करते हुए यह भी बताइए कि यह शीर्षक लेखक के चरित्र की किस केंद्रीय विशेषता को उजागर करता है ?
क-मेहनती
ख-परिश्रमी
ग-प्रतिकूल परिस्थितियों में भी संघर्ष करने की क्षमता
घ-स्वार्थी
1
ग.
'सिल्वर वैडिंग कहानी के आधार पर यशोधर बाबू के चरित्र की प्रमुख विशेषता क्या थी ?
क-कंजूस
ख-दकियानूस
ग-अतीत के मोह में वर्तमान से दूर
घ-ईमानदार
1
घ.
डायरी के पन्ने’पाठ के आधार पर महिलाओं के प्रति ऐन फ्रैंक के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
क-महिलाएं केवल बच्चे पैदा करने की यंत्र नही हैं
ख-बच्चों को जन्म देने से महिलाओं का स्वास्थ्य व सौंदर्य दोनों ही नष्ट हो जाते हैं
ग-समाज महिलाओं को पर्याप्त सम्मान नही देता
घ-उपरोक्त सभी
1
ड़.
ऐन की डायरी अगर एक ऐतिहासिक दौर का जीवंत दस्तावेज है ,तो साथ ही उसके निजी सुख दुःख और भावनात्मक उथल-पुथल का भी | इन पृष्ठों में दोनों का फर्क मिट गया है| इस कथन का क्या आशय है ?
क-यह डायरी एक ऐतिहासिक दस्तावेज बन गई है
ख-यह डायरी ऐन के निजी सुख-दुख के बारे में बताती है
ग-द्वितीय विश्व युद्ध के समय में लिखी गई डायरी निजी होते हुए भी ऐतिहासिक बन गई है क्योंकि इसमें बहुत सी ऐतिहासिक घट्नाओं का वर्णन है
घ-द्वितीय विश्वयुद्ध का प्रमाणिक दस्तावेज होना
1
च.
ऐन फैंक की डायरी मूलत: किस भाषा में लिखी गई है ?
क-जर्मन
ख-डच
ग-अंग्रेजी
घ-फ्रेंच
1
छ.
सिंधु घाटी सभ्यता को जल-संस्कृति क्यों कहा जाता है ?
क-सिंधु नदी के किनारे बसी होने के कारण
ख-बेजोड़ निकासी व्यवस्था के कारण
ग-नगर में 700 कुएँ मिलने से
घ-उपरोक्त सभी
1
ज.
किन तथ्यों के आधार पर कहा जा सकता है कि सिंधु घाटी सभ्यता ताकत से नही बल्कि समझ व अनुशासन पर आधारित थी ?
क-बड़े हथियार न मिलने की वजह से
ख-राजा का मुकुट बहुत छोटा मिला है
ग-नगर में 700 कुएँ मिलने से
घ-‘क’ व ‘ख’ दोनों
1
झ.
‘सिल्वर वैडिंग’ कहानी की मूल समस्या क्या है ?
क-यशोधर बाबू की पुरानी सोच
ख-बच्चों की विद्रोही भावना
ग-पीढ़ीगत अंतराल
घ-आधुनिक युग में समाप्त होते जीवन मूल्य
1
ज्ञ.
बालक आनंद अपने मराठी शिक्षक से प्रभावित क्यों था ?
1- मराठी शिक्षक का प्रभावशाली व्यक्तित्व
2- उनका बोलने का तरीका
3- कविता गायन की शैली तथा कवियों से जुडे संस्मरण सुनाना
4- मराठी शिक्षक का व्यवहार
1
खंड ‘ब’ वर्णनात्मक प्रश्न
कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखन
प्र.7.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 150 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखो -
5
1- क्या नहीं कर सकती नारी
2- भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियाँ
ग-बिन पानी सब सून
घ- पढ़ा लिखा युवा वर्ग और बेकारी
प्र.8-
आपके क्षेत्र की सड़के टूट-फूट गई हैं जिससे आने-जाने वालो को बहुत कठिनाई हो रही है। सड़कों की दुर्दशा पर चिंता व खेद प्रकट करते हुए नगरपालिका के अध्यक्ष को पत्र लिखिए।
अथवा
5
आपके क्षेत्र की सड़के टूट-फूट गई हैं जिससे आने-जाने वालो को बहुत कठिनाई हो रही है। सड़कों की दुर्दशा पर चिंता व खेद प्रकट करते हुए नगरपालिका के अध्यक्ष को पत्र लिखिए।
प्र.9-
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 40 से 50 शब्दों में लिखो --------------
5
क-
नाटक की रचना में संवाद के महत्व को स्पष्ट कीजिए ?
अथवा
कहानी की रचना में पात्रों की भूमिका को स्पष्ट कीजिए ?
3
ख-
कविता की रचना प्रक्रिया में शब्द ज्ञान क्यों महत्वपूर्ण है ?
अथवा
कहानी में कथानक क्या है, उदाहरण देकर स्पष्ट करो ?
2
प्र.10-
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 40 से 50 शब्दों में लिखो --------------
5
क-
विशेष लेखन को उदाहरण देकर समझाइए ?
अथवा
फीचर क्या है इसके भेदों के बारे में बताओ ?
3
ख-
समाचार लेखन की उल्टा पिरामिड शैली क्या है ?
अथवा
विशेष लेखन को उदाहरण देकर समझाओ ?
2
पाठ्य-पुस्तक
अंक(20)
प्र.11-
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 50 से 60 शब्दों में लिखो --------------
6
क-
फिराक गोरखपुरी की रूबाइयों से उभरने वाले वात्सल्य के किन्ही दो चित्रों को अपने शब्दों में चित्रित कीजिये |
3
ख-
‘कविता के बहाने’ कविता में ‘कविता’ और ‘बच्चे’ को समानांतर रखने के क्या कारण हो सकते है?
3
ग-
‘कैमरे में बंद अपाहिज़’ कविता करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरता की कविता है। विचार कीजिए।
3
प्र.12
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर उत्तर 30 से 40 शब्दों में लिखो ----------------
4
क-
पेट की आग का शमन ईश्वर(राम) भक्ति का मेघ ही कर सकता है- तुलसी का यह काव्यसत्य क्या इस समय का भी युग-सत्य है? तर्कसंगत उत्तर दीजिए।
2
ख-
स्पष्ट करें की ‘उषा’ कविता गाँव की सुबह का गतिशील शब्दचित्र है ?
2
ग-
शोक में डूबे वातावरण में हनुमान के अवतरण का क्या प्रभाव पड़ा ?
2
प्र.13-
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 50 से 60 शब्दों में लिखो -----
6
क-
'काले मेधा पानी दे के आधार पर लिखिए कि जीजी ने इंदर सेना पर पानी फेंके जाने को कैसे सही ठहराया?
3
ख-
नमक कहानी में भारत पाकिस्तान की जनता के आरोपित भेदभावों के बीच मुहब्बत का नमकीन स्वाद घुला हुआ है कैसे ?
3
ग-
लेखक के मत से दासता की व्यापक परिभाषा क्या है ? श्रम विभाजन और जाति प्रथा के आधार पर लिखिए |
3
प्र.14-
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर उत्तर 30 से 40 शब्दों में लिखो --
4
क-
जाति-प्रथा को श्रम विभाजन का ही एक रूप न मानने के पीछे भीमराव अम्बेडकर के क्या तर्क थे?
2
ख-
लुट्टन पहलवान ने ऐसा क्यों कहा होगा कि मेरा गुरु कोई पहलवान नहीं यही ढोल है ?
2
ग-
भक्तिन के चरित्र की कोई दो विशेषताएं लिखो ?
2
॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥॥
5. प्रश्न-पत्र संख्या — 5.
केन्द्रीय विद्यालय
विषय- हिंदी (आधार) सत्र : 2020-21 (विषय कोड- 302)
कक्षा- बारहवीं निर्धारित समय-3 घंटे
अधिकतम अंक - 80
सामान्य निर्देश:
➔ निम्नलिखित निर्देशों का पालन कीजिए:
• इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-खंड 'अ' और 'ब'| खंड 'अ' में वस्तुपरक तथा खंड 'ब' में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं।
• खंड 'अ' में कुल 6 प्रश्न पूछे गए हैं, जिनमें कुछ प्रश्नों के वैकल्पिक प्रश्न भी सम्मिलित हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए आवश्यकतानुसार ही प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
• खंड 'ब' में कुल 8 प्रश्न पूछे गए हैं, जिनमें कुछ प्रश्नों के वैकल्पिक प्रश्न भी सम्मिलित हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए आवश्यकतानुसार ही प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड – अ वस्तुपरक-प्रश्न
अपठित गद्यांश अंक - (10)
प्रश्न 1. | निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए: 10x1=10
दुनिया शायद अभी तक के सबसे बड़े संकट से जूझ रही है। मौजूदा दौर की महामारी ने हर किसी के जीवन में हलचल मचा दी है। इस पर महामारी ने जीवन की सहजता को पूरी तरह बाधित कर दिया है। भारत में इतनी अधिक आबादी है कि इसमें किसी नियम कायदे को पूरी तरह से अमल में लाना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है। इसमें महामारी के संक्रमण को रोकने के मकसद से पूर्णबंदी लागू की गई और इसे कमोबेश कामयाबी के साथ अमल में भी लाया गया। लेकिन यह सच है कि जिस महामारी से हम जूझ रहे हैं, उससे लड़ने में मुख्य रूप से हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता की ही बड़ी भूमिका है। लेकिन असली चिंता बच्चों और बुजुर्गों की हो जाती है। इस मामले में ज़्यादातर नागरिकों ने जागरुकता और सहजबोध की वजह से जरूरी सावधानी बरती है। लेकिन इसके समानान्तर दूसरी कई समस्याएँ खड़ी हुई हैं। मसलन आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, उसने बहुत सारे लोगों के सामने संकट और ऊहापोह की स्थिति पैदा कर दी है। एक तरफ नौकरी और उसकी तनख्वाह पर निर्भर लोगों की लाचारी यह है कि उनके सामने यह आश्वासन था कि नौकरी से नहीं निकाला जाएगा, वेतन नहीं रोका जाएगा, वहीं उनके साथ हुआ उल्टा। नौकरी गई, कई जगहों पर तनख्वाह नहीं मिली या कटौती की गई और किराए के घर तक छोड़ने की नौवत आ गई। इस महामारी का दूसरा असर शिक्षा जगत पर पड़ा है, उसका तार्किक समाधान कैसे होगा, यह लोगों के लिए समझना मुश्किल हो रहा है। खासतौर पर स्कूली शिक्षा पूरी तरह से बाधित होती दिख रही है। यों इसमें किए गए वैकल्पिक इंतज़ामों की वजह से स्कूल भले बंद हों, लेकिन शिक्षा को जारी रखने की कोशिश की गयी है। स्कूल बंद होने पर बहुत सारे शिक्षकों को वेतन की चिंता प्राथमिक नहीं थी, बच्चों के भविष्य की चिंता उन्हें सता रही है। हालांकि एक ख़ासी तादाद उन बच्चों की है, जो लैपटॉप या स्मार्ट फोन के साथ जीते हैं, लेकिन दूसरी ओर बहुत सारे शिक्षक ऐसे भी हैं, जिन्हें कम्प्यूटर चलाना नहीं आता। उन सबके सामने चुनौती है ऑनलाइन कक्षाएँ लेने की। सबने हार नहीं मानी और तकनीक को खुले दिल से सीखा। इस तरह फिलहाल जो सीमा है, उसमें पढ़ाई-लिखाई को जारी रखने की पूरी कोशिश की जा रही है।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए:|
(I) उपरोक्त गदयांश किस विषयवस्तु पर आधारित है?
I. बेरोजगारी
||. शिक्षा की समस्या
III. आर्थिक संकट
IV. महामारी का प्रभाव |
(II) पूर्णबन्दी लागू क्यों की गई?
I. संक्रमण को रोकने के लिए।
II. लोगों की आवाजाही रोकने के लिए।
III. नियम लागू करने के लिए।
IV. लोगों द्वारा नियम मानने के कारण|
(iii) हमें बच्चों और बुजुर्गों की चिंता क्यों है?
I. कमजोर और अक्षम होने के कारण|
II. प्रतिरोधक क्षमता के अभाव के कारण|
III. अधिक बीमार रहने के कारण|
IV. बीमारी का अधिक प्रभाव पड़ने के कारण
(iv) स्कूली शिक्षा को जारी रखने की कोशिश क्यों की जा रही है।
I. प्राइवेट स्कूल के दवाब के कारण|
||. शिक्षा जारी रखने के लिए।
III. बच्चों के भविष्य की चिंता के कारण|
IV. शिक्षकों के वेतन के लिए।
(v) ऑनलाइन शिक्षा एक चुनौती कैसे है?
1. शिक्षक की अकुशलता के कारण
II. तकनीकी रूप से असुविधा व योग्यता नहीं होना|
III. साधन नहीं होने के कारण|
IV. अभिभावकों की रुचि नहीं होना|
(vi) शिक्षकों ने तकनीक को खुले दिल से क्यों सीखा?
I. ऑनलाइन पढ़ाने की मजबूरी के कारण|
II. अपनी सैलरी के कारण|
III. बच्चों की शिक्षा की चिंता के कारण|
IV. अभिभावकों के भय से|
(vii) महामारी के समय में भी शिक्षकों ने शिक्षक होने का बोध कराया है- कैसे?
1. बच्चों की शिक्षा की चिंता द्वारा|
||. अपनी नौकरी की चिंता द्वारा|
III. अपनी सैलरी की चिंता द्वारा।
IV. तकनीक न सीखने की हिम्मत द्वारा| |
(VIII) जीवन की सहजता के बाधित होने से आप क्या समझते हैं?
1. जीवन में कठिनाई उत्पन्न हो जाना|
II. जीवन में संकट उत्पन्न हो जाना|
III. जीवन में संघर्ष का बढ़ जाना|
IV. जीवन में आराम नहीं होना|
(ix) भारत में नियम-कानून लागू करना चुनौती क्यों है?
I. लोग अधिक होने से।
II. अनपढ़ होने से
III. नियम नहीं मानने से
IV. नियम-कानून की समझ नहीं होने से| |
(X) लोगों के जीवन में उहापोह की स्थिति कैसे आ गई?
I. महामारी आ जाने से|
II. आर्थिक गतिविधियां ठप हो जाने से|
III. नौकरी चले जाने से
IV. तख्वाह नहीं मिलने से|
अथवा
गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए:
एकांत ढूँढने के कई सकारात्मक कारण हैं । एकांत की चाह किसी घायल मन की आह भर नहीं, जो जीवन के काँटों से बिंध कर घायल हो चुका है, एकांत सिर्फ उसके लिए शरण मात्र नहीं। यह उस इंसान की ख्वाइश भर नहीं, जिसे इस संसार में फेंक दिया गया हो और वह फेंक दिये जाने की स्थिति से भयभीत होकर एकांत ढूंढ रहा हो। हम जो एकांत में होते हैं, वही वास्तव में होते हैं। एकांत हमारी चेतना की अंतर्वस्तु को पूरी तरह उघाड़ कर रख देता है। अंग्रेजी का एक शब्द है-'आइसोनोफिलिया। इसका अर्थ है अकेलेपन, एकांत से गहरा प्रेम। पर इस शब्द को गौर से समझें तो इसमें अलगाव की एक परछाई भी दिखती है। एकांत प्रेमी हमेशा ही अलगाव की अभेद्य दीवारों के पीछे छिपना चाह रहा हो, यह जरूरी नहीं। एकांत की अपनी एक विशेष सुरभि है और जो भीड़ के अशिष्ट प्रपंचों में फंस चुका हो, ऐसा मन कभी इसका सौंदर्य नहीं देख सकता। एकांत और अकेलेपन में थोड़ा फर्क समझना जरूरी है। एकांतजीवी में कोई दोष या मनोमालिन्य नहीं होता। वह किसी व्यक्ति या परिस्थिति से तंग आकर एकांत की शरण में नहीं जाता। न ही आततायी नियति के विषैले बाणों से घायल होकर वह एकांत की खोज करता है। अंग्रेजी कवि लॉर्ड बायरन ऐसे एकांत की बात करते हैं। वे कहते हैं कि ऐसा नहीं कि वे इंसान से कम प्रेम करते हैं, बस प्रकृति से ज्यादा प्रेम करते हैं। बुद्ध अपने शिष्यों से कहते हैं कि वे जंगल में विचरण करते हुए गैंडे की सींग की तरह अकेले रहें। वे कहते हैं-'प्रत्येक जीव जन्तु के प्रति हिंसा का त्याग करते हुए, किसी की भी हानि की कामना न करते हुए, अकेले चलो-फिरो, वैसे ही जैसे किसी गैंडे का सींग।' हक्सले 'एकांत के धर्म' या 'रिलीजन ऑफ सोलीट्यूड' की बात करते हैं। वे कहते हैं जो मन जितना ही अधिक शक्तिशाली और मौलिक होगा, एकांत के धर्म की तरफ उसका उतना ही अधिक झुकाव होगा; धर्म के क्षेत्र में एकांत, अंधविश्वासों, मतों और धर्मांधता के शोर से दूर ले जाने वाला होता है। इसके अलावा एकांत धर्म और विज्ञान के क्षेत्र में नई अंतर्दृष्टियों को भी जन्म देता है। ज्यां पॉल सात्र इस बारे में बड़ी ही खूबसूरत बात कहते हैं। उनका कहना है- 'ईश्वर एक अनुपस्थिति है। ईश्वर है इंसान का एकांत। क्या एकांत लोग इसलिए पसंद करते हैं कि वे किसी को मित्र बनाने में असमर्थ हैं? क्या वे सामाजिक होने की अपनी असमर्थता को छिपाने के लिए एकांत को महिमामंडित करते हैं? वास्तव में एकांत एक दुधारी तलवार की तरह है। लोग क्या कहेंगे इसका डर भी हमें अक्सर एकांत में रहने से रोकता है। यह बड़ी अजीब बात है, क्योंकि जब आप वास्तव में अपने साथ या अकेले होते हैं, तभी इस दुनिया और कुदरत के साथ अपने गहरे संबंध का अहसास होता है। इस संसार को और अधिक गहराई और अधिक समानुभूति के साथ प्रेम करके ही हम अपने दुखदाई अकेलेपन से बाहर हो सकते हैं।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए:
| उपरोक्त गदयांश किस विषयवस्तु पर आधारित है?
1.भीड पर
||. एकांत पर
III. जीवन पर
IV. अध्यात्म पर
(ii) एकांत हमारे जीवन के लिए क्यों आवश्यक है?
I. परेशानी से भागने के लिए।
II. आध्यात्मिक चिंतन के लिए।
III. स्वयं को जानने के लिए।
IV. अशांत मन को शांत करने के लिए।
(iii) बायरन मनुष्य से अधिक प्रकृति से प्रेम क्यों करते थे?
1. प्रकृति की सुंदरता के कारण|
||. मनुष्य से घृणा के कारण|
III. एकांत प्रेम के कारण|
IV. अकेलेपन के कारण|
(iv) दुखद अकेलेपन से कैसे बाहर आया जा सकता है?
1. संसार से प्रेम करके
||. सच्चे दोस्त बनाकर
III. संसार की वास्तविकता को समझ कर
IV. संसार से मुक्त होकर
(v) एकांत की खुशबू को कैसे महसूस किया जा सकता है?
I. संसार से अलग होकर
||. भीड़ में नहीं रहकर
III. एकांत से प्रेम करके|
IV. अकेले रहकर
(vi) गैंडे के सींग की क्या विशेषता होती है?
।. वह किसी को हानि नहीं पहुंचाता|
II. वह सींग नहीं वरन अकेले चलने का अपररूप होता है।
III. गैंडे अकेले रहते हैं इसलिए सींग भी अकेला रहता है।
IV. अपनी दुनिया में मस्त रहना|
(vii) धर्म के क्षेत्र में एकांत का क्या योगदान है?
I. समर्पण की भावना|
II. पूजा और साधना|
III. धर्मांधता को अपनाना
IV. धर्म के वास्तविक स्वरूप की पहचान
(viii) नई अंतर्दृष्टि से आप क्या समझते है?
I. नई खोज
II. नया काम
III. नई संकल्पना
IV. नया जीवन |
(ix) ईश्वर एक अनुपस्थिति है- कैसे?
I. ईश्वर कभी दिखाई नहीं देते।
II. ईश्वर कभी उपस्थित नहीं होते।
III. एकांत में ही ईश्वर महसूस होते हैं|
IV. ईश्वर होते ही नहीं हैं। |
(x) एकांत में रहने का अर्थ है ?
I. दोस्त नहीं बना सकना|
II. संसार को जानने का अवसर मिलना|
III. अपने प्रिय लोगों को जानने का अवसर मिलना|
IV. संसार और प्रकृति की सुंदरता को देखना|
प्रश्न 2. निम्नलिखित में से किसी एक पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए:5*1=5
दूर-दूर से आते हैं घन
लिपट शैल में छा जाते हैं
मानव की ध्वनि सुनकर पल में
गली-गली में मंडराते हैं
जग में मधुर पुरातन परिचय
श्याम घरों में घुस आते हैं,
है ऐसी ही कथा मनोहर
उन्हें देख गिरिवर गाते हैं!
ममता का यह भीगा अंचल
हम जग में फ़िर कब पाते हैं
अश्रु छोड़ मानस को समझा
इसीलिए विरही गाते हैं ।
सुख-दुःख के मधु-कटु अनुभव को
उठो हृदय, फुहियों से धो लो,
तुम्हें बुलाने आया सावन,
चलो-चलो अब बंधन खोलो
पवन चला, पथ में हैं नदियाँ,
उछल साथ में तुम भी हो लो
प्रेम-पर्व में जगा पपीहा,
तुम कल्याणी वाणी बोलो!
आज दिवस कलरव बन आया,
केलि बनी यह खड़ी निशा है;
हेर-हेर अनुपम बूंदों को
जगी झड़ी में दिशा-दिशा है!
बूंद-बूंद बन उतर रही है
यह मेरी कल्पना मनोहर,
घटा नहीं प्रेमी मानस में
प्रेम बस रहा उमड़-घुमड़ कर
भ्रान्ति-भांति यह नहीं दामिनी,
याद हुई बातें अवसर पर,
तर्जन नहीं आज गूंजा है
जड़-जग का गूंजा अभ्यंतर!
इतने ऊँचे शैल-शिखर पर
कब से मूसलाधार झड़ी है;
सूखे वसन, हिया भीगा है
इसकी चिंता हमें पड़ी है!
बोल सरोवर इस पावस में,
आज तुम्हारा कवि क्या गाए,
निम्रलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए:
(1)उपरोक्त काव्यांश का वर्ण्य-विषय क्या है?
I. प्रकृति।
||. बादल |
III. पावस ऋतु।
IV. जन-जीवन |
(ii) कवि बार-बार किससे प्रश्न कर रहा है?
I. बादल से |
||. प्रकृति से|
III. पहाड़ से|
IV. नदी से
(iii) मानव की ध्वनि सुनकर पल में गली-गली में मँडराते हैं- पंक्ति में निहित अलंकार है?
I. उपमा
||. उत्प्रेक्षा
III. मानवीकरण
IV. अनुप्रास|
(iv) 'सूखे वसन, हिया भीगा है' का अर्थ है ?
1. पैर भीगे है किन्तु हाथ सूखे हैं।
II. अभ्यन्तर हृदय भीग गया है किन्तु कपड़े सूखे हैं।
III. तन ऊपर से भीग गया है किन्तु मन सूखा ही रह गया है।
IV. मैदान भीगे हैं परन्तु पहाड़ों पर मूसलाधार वृष्टि हो रही है।
(v) केलि बनी यह खड़ी निशा है' का अर्थ है ?
1. रजनी उपहास व क्रीडा कर रही है।
II. राका केले के वृक्ष की भांति रास्ता रोके खड़ी है।
III. रात्रि अपनी छटा के चरम पर पहुंच कर खड़ी है। |
IV. विभावरी फूलों के हार की भांति खड़े हो स्वागत कर रही है।
अथवा
पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ें:
मैं तो सांसों का पंथी हूं
साथ आयु के चलता
मेरे साथ सभी चलते हैं
बादल भी, तूफान भी
कलियां देखीं बहुत, फूल भी
लतिकाएं भी तरु भी
उपवन भी, वन भी, कानन भी
घनी घाटियां, मरु भी
टीले भी, गिरि-शृंग-तुंग भी
नदियां भी, निर्झर भी
कल्लोलिनियां, कुल्याएं भी
देखे सरि-सागर भी
इनके भीतर इनकी-सी ही
प्रतिमाएं मुस्कातीं
हर प्रतिमा की धड़कन में
अनगिनत कलाएं गातीं
अनदेखी इन आत्माओं से
परिचय जनम-जनम का
मेरे साथ सभी चलते हैं
जाने भी, अनजान भी
सूर्योदय के भीतर मेरे
मन का सूर्योदय है
किरणों की लय के भीतर
मेरा आश्वस्त हृदय है
मैं न सोचता कभी कौन
आराध्य, किसे आराधू
किसे छोड़ दें और किसे
अपने जीवन में बांधू
दृग की खिड़की खुली हुई
प्रिय मेरा झांकेगा ही
मानस-पट तैयार, चित्र
अपना वह आंकेगा ही
अपनो को मैं देख रहा हूं
अपने लघु दर्पण में
मेरे साथ सभी चलते हैं
प्रतिबिंबन, प्रतिमान भी
दूर्वा की छाती पर जितने
चरण-चिह्न अंकित हैं
उतने ही आंसू मेरे
सादर उसको अर्पित हैं
जितनी बार गगन को छूते
उन्नत शिखर अचल के
उतनी बार हृदय मेरा
पथ में एकाकीपन मिलता
वही गीत है हिय का
पथ में सूनापन मिलता है
वही पत्र है प्रिय का
दोनों को पढ़ता हूं मैं
दोनों को हृदय लगाता
दोनों का सौरभ-कण लेकर
फिर आगे बढ़ जाता
मेरा रक्त, त्वचा यह मेरी
और अस्थियां बोलें
मेरे साथ सभी चलते हैं |
आदि और अवसान भी।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए:अंक (5) 5x1=5
(i) साँसों का मुसाफिर किसे कहा गया है?
I. कवि
II. मनुष्य
III. प्रकृति
IV. जीवन
(ii) देखे सरि-सागर भी- पंक्ति में 'सरि-सागर' का अर्थ है?
I. समस्त सागर ।
||. सरिता-गागर।
III. नदी-नीरनिधि।
IV. सुर-सागर
(iii) 'मन का सूर्योदय' से आप क्या समझते है?
|. खिन्नता।
||. प्रसन्नता।
III. आसन्नता ।
IV. भिन्नता। |
(iv) अपनों को मैं देख रहा हूँ अपने लघु दर्पण में- पंक्ति में लघु दर्पण किसे कहा गया है?
I. हृदय
II. आँखें
III. मस्तिष्क
IV. जीवन
(v) जीवन में एकांत को कवि किस रूप में देखता है?
I. हृदय का रूप
||. आँखों के सपने।
III. लघुता के रूप में
IV. महानता के रूप में|
कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखन
प्रश्न 3. निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए: अंक (5) 5x1=5
| किसी भी प्रकार के माध्यमों के लेखन के लिए किसे ध्यान में रखना होता है?
I. माध्यमों को।
II. लेखक को
III. जनता को
IV. बाजार को|
(ii) आधुनिक माध्यमों में सबसे पुराना माध्यम है?
I. अखबार
II. रेडियो
III. टेलीविजन
IV. सिनेमा
(iii) नेट साउंड किस माध्यम से संबन्धित है?
I. इंटरनेट
II. टेलीविजन
III. रेडियो
IV. सिनेमा
(iv) हिन्दी में नेट पत्रकारिता का आरंभ हुआ.................... से
I. भास्कर
||. जागरण
III. वेब दुनिया।
IV. प्रभा साक्षी
(v) समाचार लेखन के कितने ककार होते हैं?
I. चार
II. पाँच
III. छह
IV. तीन
पाठ्य-पुस्तक (10)
प्रश्न 4. निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए:5x1=5
अर्ध राति गइ कपि नहिं आयउ| राम उठाइ अनुज उर लायऊ||
सकहु न दुखित देखि मोहि काऊ| बंधु सदा तव मृदुल सुभाऊ||
मम हित लागि तजेहु पितु माता| सहेहु बिपिन हिम आतप बाता||
सो अनुराग कहाँ अब भाई| उठहु न सुनी मम बच बिकलाई||
जौं जनतेउँ बन बंधु बिछोहू पितु बचन मनतेउँ नहिं ओहू||
सुत बित नारि भवन परिवारा| होहिं जाहिं जग बारहिं बारा||
अस बिचारि जियँ जागहु ताता| मिलइ न जगत सहोदर भ्राता||
जथा पंख बिनु खग अति दीना| मनि बिनु फनि करिबर कर हीना।।
अस मम जिवन बंधु बिनु तोहि| जौं जड़ दैव जिआवै मोही||
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए:
(1) राम लक्ष्मण के किस स्वभाव का स्मरण करते हैं?
सही विकल्प छाँटिए:
I. भाईचारा
||. कोमल|
III. प्रेममयी
IV. सेवा-भाव
(ii) राम के अनुसार लक्ष्मण ने उनके हित के लिए क्या-क्या सहन किया?
सटीक विकल्प छाँटिए:
I. जंगल में भूख, प्यास, कमज़ोरी|
II. जंगल में सीता-हरण, युद्ध, शक्ति|
III. जंगल में जाड़ा, ताप, आंधी-तूफ़ान|
IV. जंगल में काँटे, जंगली-जानवर, कीट-पतंगे|
(iii) इस संदर्भ में किस क्षति को राम ने बड़ी क्षति माना है?
I. पत्नी को खो देना
||. तात का ना आना|
III. भाई को खो देना|
IV. कपि का ना आना
(iv) लक्ष्मण की अनुपस्थिति में राम को अपना जीवन कैसा प्रतीत होता है?
सटीक विकल्प का चयन कीजिए:
1. निरर्थक
II. अपमानित
III. लाचार
IV. कठोर
(v) राम यदि जानते कि वनागमन के क्या परिणाम होंगे, तब वे क्या नहीं करते?
सही विकल्प का चयन कीजिए:
I. रावण से युद्ध न करते|
II. लक्ष्मण को वन में साथ न लाते|
III. माँ के वचन का पालन न करते|
IV. पिता के वचन का पालन न करते|
प्रश्न 5. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए:5*1=5
इसी प्रकार स्वतंत्रता पर भी क्या कोई आपत्ति हो सकती है? गमनागमन की स्वाधीनता, जीवन तथा शारीरिक सुरक्षा की स्वाधीनता के अर्थों में शायद ही कोई 'स्वतंत्रता' का विरोध करे। इसी प्रकार संपत्ति के अधिकार, जीविकोपार्जन के लिए आवश्यक औज़ार व सामग्री रखने के अधिकार जिससे शरीर को स्वस्थ रखा जा सके, के अर्थ में भी 'स्वतंत्रता' पर कोई आपत्ति नहीं हो सकती| तो फिर मनुष्य की शक्ति के सक्षम एवं प्रभावशाली प्रयोग की भी स्वतंत्रता क्यों न | प्रदान की जाए? जाति-प्रथा के पोषक, जीवन, शारीरिक-सुरक्षा तथा संपत्ति के अधिकार की स्वतंत्रता को तो स्वीकार कर लेंगे, परंतु मनुष्य के लक्षण एवं प्रभावशाली प्रयोग की स्वतंत्रता देने के लिए जल्दी तैयार नहीं होंगे, क्योंकि इस प्रकार की स्वतंत्रता का अर्थ होगा अपना व्यवसाय चुनने की स्वतंत्रता किसी को नहीं है, तो उसका अर्थ उसे 'दासता' में जकड़कर रखना होगा, क्योंकि 'दासता' केवल कानूनी पराधीनता को ही नहीं कहा जा सकता| 'दासता' में वह स्थिति भी समिल्लित है जिससे कुछ व्यक्तियों को दूसरे लोगों के द्वारा निर्धारित व्यवहार एवं कर्तव्यों का पालन करने के लिए विवश होना पड़ता है| यह स्थिति कानूनी पराधीनता न होने पर भी पाई जा सकती है| उदाहरणार्थ, | जाति प्रथा की तरह ऐसे वर्ग होना संभव है, जहाँ कुछ लोगों को अपनी इच्छा के विरुद्ध पेशे अपनाने पड़ते हैं।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए:
(1) दासता में कौन-सी अवधारणा समिल्लित नहीं है?
सही विकल्प का चयन कीजिए:
I. स्वाधीनता के साथ जीना|
||. कानूनी पराधीनता का होना|
III. इच्छा के विरुद्ध कार्य करना।
IV. दूसरों द्वारा निश्चित कार्य करना।
(ii) मनुष्य के प्रभावशाली प्रयोग से लेखक का तात्पर्य है: सही विकल्प छाँटिए:
I. उसे शारीरिक स्वतंत्रता प्रदान की जाए।
||. उसे अपनी इच्छा से कार्य करने की स्वतंत्रता दी जाए।
III. उसे अपनी मर्जी से जाति के चयन का अधिकार मिले|
IV. उसे शारीरिक-सुरक्षा तथा संपत्ति का अधिकार दिया जाए। |
(iii) जाति-प्रथा के पोषक यदि मनुष्य के लक्षण एवं प्रभावशाली प्रयोग की स्वतंत्रता दें, तब इसका क्या परिणाम होगा? सही विकल्प छाँटिए:
I. दासता को बढ़ावा मिलेगा।
II. स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलेगा|
III. कानूनी-पराधीनता बढ़ जाएगी|
IV. लोकतांत्रिक मूल्य सुदृढ़ होंगे|
(iv) 'स्वतंत्रता' पर किसी को कोई आपत्ति क्यों नहीं है? सही विकल्प छाँटिए:
I. इससे समाज में दासता समाप्त हो जाएगी।
||. क्योंकि स्वतंत्रता सभी को जाति विरोधी लगती है।
III. क्योंकि सभी को स्वतंत्र और सुरक्षित रहना प्रिय है|
IV. इसके साथ भी जातिवाद और शोषण की प्रक्रिया बनी रहती है|
(v) जाति-प्रथा के पोषक से लेखक का क्या तात्पर्य है? सही विकल्प का चयन कीजिए:
I. जाति के चयन को बढ़ावा देने वाले।
II. जातिगत भेदभाव को प्राथमिकता देने वाले|
III. जातिगत भेदभाव के व्यवहार को समाप्ति देने वाले|
IV. जाति को कानूनी मान्यता दिलाने की कोशिश करने वाले|
पूरक पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न 6. निम्नलिखित प्रश्नों में निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए:10x1=10
(i) कहानी 'सिल्वर वैडिंग' में किशनदा की मृत्यु के संदर्भ में 'जो हुआ होगा' से कहानीकार का क्या तात्पर्य रहा है ? सटीक विकल्प का चयन कीजिए:
I. लेखक मृत्यु से बहुत दुखी है|
II. लेखक को मृत्यु का कारण पता है।
III. लेखक मृत्यु के कारण से अपरिचित है|
IV. लेखक को मृत्यु से कोई अंतर नहीं पड़ता है|
(ii) "सिंधु-सभ्यता साधन-संपन्न थी, पर उसमें भव्यता का आडंबर नहीं था।" प्रस्तुत पंक्ति से तात्पर्य है: 'अतीत में दबे पाँव' पाठ के आधार पर सटीक विकल्प का चयन कीजिए:
1. इस सभ्यता में राजा प्रजा की तरह सादगी से रहता था|
||. इस सभ्यता में साधन बहुत थे जो देखने में आकर्षक थे|
III. इस सभ्यता में सभी प्रकार के साधन थे किंतु दिखावा नहीं था|
IV. इस सभ्यता में सभी लोग संपन्न थे और वे दिखावा नहीं करते थे|
(iii) किशनदा के रिटायर होने पर यशोधर बाबू उनकी सहायता नहीं कर पाए थे क्योंकि: कहानी
सिल्वर वैडिंग' से सही विकल्प छाँटिए..
।. यशोधर बाबू की पत्नी किशनदा से नाराज़ थीं|
(II) क्योंकि यशोधर बाबू के घर में किशनदा के लिए स्थान का अभाव था।
III. यशोधर बाबू का अपना परिवार था जिसे वे नाराज़ नहीं करना चाहते थे|
IV. किशनदा को यशोधर बाबू ने अपने घर में स्थान देना चाहा था जिसे किशनदा ने स्वीकार नहीं किया|
(iv) 'अतीत में दबे पाँव' पाठ के अनुसार- "सिंधु-सभ्यता की खूबी उसका सौंदर्य-बोध है जो राज-पोषित या धर्म-पोषित न होकर समाज-पोषित था|" ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि:
सही विकल्प छाँटिए:
1. सिंधु घाटी सभ्यता में सौंदर्य के प्रति चेतना अधिक थी|
II. सिंधु घाटी सभ्यता में राजा से बड़ा स्थान लोगों के कार्यों को था|
III. सिंधु घाटी सभ्यता में धर्म का महत्त्व न था, अतः समाज सर्वोपरि था|
IV. सिंधु घाटी सभ्यता में अमीर-गरीब न थे, अतः समाज में समानता थी। |
(V)"टूटे-फूटे खंडहर, सभ्यता और संस्कृति के इतिहास के साथ-साथ धड़कती ज़िंदगियों के अनछुए समयों के भी दस्तावेज़ होते हैं।" – 'अतीत में दबे पाँव' पाठ के अनुसार इस कथन का भाव हो सकता है: सटीक विकल्प का चयन कीजिए:
I. ऐतिहासिक इमारतों में बीते हुए जीवन के चिह्न महसूस होते हैं।
II. ऐतिहासिक इमारतों, कला, खान-पान इत्यादि में सदा जीवंतता होती है।
III. पुरातन इमारतों के अध्ययन मात्र से इतिहास की व्याख्या संभव हो पाती है|
IV. इतिहास की समझ हेतु केवल सभ्यता और संस्कृति को जानना आवश्यक होता है|
(vi) 'जूझ' पाठ के अनुसार कविता के प्रति लगाव से पहले और उसके बाद अकेलेपन के प्रति लेखक की धारणा में क्या बदलाव आया? सही विकल्प छाँटिए:
I. अकेलापन डरावना है।
||. अकेलापन उपयोगी है|
III. अकेलापन अनावश्यक है|
IV. अकेलापन सामान्य प्रक्रिया है|
(vii) 'डायरी के पन्ने पाठ की पंक्ति- "प्रकृति-प्रदत्त प्रजनन-शक्ति के उपयोग का अधिकार बच्चे पैदा करें या न करें अथवा कितने बच्चे पैदा करें- इस की स्वतंत्रता स्त्री से छीन कर हमारी विश्व व्यवस्था ने न सिर्फ स्त्री को व्यक्तित्व-विकास के अनेक अवसरों से वंचित किया है बल्कि जनाधिक्य की समस्या भी पैदा की है।" इस कथन के सटीक औचित्य का चयन कीजिए:
I. नारियों की स्वतंत्रता के हनन से जनसंख्या वृद्धि की समस्या बढ़ी है।
II. नारी की प्रजनन शक्ति ही उसके जीवन का सार है।
III. शिक्षित और कामकाजी नारी को व्यक्तिगत निर्णय स्वतः लेने चाहिए
IV. प्रजनन जैसे संघर्षपूर्ण कार्य का निर्णय नारी स्वतः करे
(viii) कहानी 'सिल्वर वैडिंग' के अनुसार- "यशोधर बाबू की पत्नी समय के साथ ढल सकने में सफल होती हैं लेकिन यशोधर बाबू असफल रहते हैं।" यशोधर बाबू की असफलता का क्या कारण था? सही विकल्प का चयन कीजिए:
I. किशनदा उन्हें भड़काते थे|
(ii) पत्नी बच्चों से अधिक प्रेम करती थी।
III. पीढ़ी के अंतराल के कारण
IV. वे परिवर्तन को सहजता से स्वीकार नहीं कर पाते थे|
(ix) "काश, कोई तो होता जो मेरी भावनाओं को गंभीरता से समझ पाता। अफ़सोस, ऐसा व्यक्ति मुझे | अब तक नहीं मिला..." 'डायरी के पन्ने पाठ की पंक्ति में इस कथन का भाव है: सही विकल्प छाँटिए:
1. एन.फ्रेंक किसी संवेदनशील व्यक्ति की खोज में थी।
II. एन. फ्रेंक अकेलेपन से त्रस्त थी और उसे कोई समझ नहीं पा रहा था।
III. एन.फ्रेंक एक तहखाने में कैद थी और उसे कोई समझ नहीं पा रहा था|
IV. एन. फ्रेंक सबके मज़ाक की पात्र थी और उसे कोई समझ नहीं पा रहा था|
(x) ‘जूझ' पाठ के अनुसार- "पढ़ाई-लिखाई के संबंध में लेखक और दत्ता जी राव का रवैया सही था।" क्योंकि: सही विकल्प छोटिए:
I. लेखक खेती-बाड़ी नहीं करना चाहता था|
II. दत्ता जी राव जानते थे कि खेती-बाड़ी में लाभ नहीं है।
III. लेखक का पढ़-लिख कर सफल होना बहुत आवश्यक था|
IV. लेखक का पिता नहीं चाहता था कि वह आगे की पढ़ाई करे|
खंड 'ब' वर्णनात्मक प्रश्न
कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखन (20)
प्रश्न7.निम्रलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 150 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए: 5
I. अचानक जब हमारी मेट्रो रूक गई
II. मसूरी के रास्ते बस का खराब होना
III. नदी किनारे बरसात में घिर जाना
प्रश्न 8. कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए अपने कॉलोनी की सुरक्षा के लिए नियमित सेनीटाइज़ की मांग करते हुए अपने नगर निगम के अधिकारियों को पत्र लिखिए।5
अथवा
आपदा की स्थिति में खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमत की समस्या के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए किसी
दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।
प्रश्न 9. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में लिखिए:|
(i) कविता की रचना के लिए शब्द कितना आवश्यक है?3
अथवा |
कहानी में कथानक क्या है? उदाहरण देकर समझाइए।
(ii) नाटक साहित्य की अन्य विधाओं से अलग कैसे है?2
अथवा
कहानी रचना की विशेषताएं स्पष्ट कीजिये|
प्रश्न 10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में लिखिए:
(i) विशेष लेखन को उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिये?3
अथवा
फीचर को आत्मनिष्ठ लेखन कहने के कारणों को स्पष्ट कीजिये
(ii) संपादकीय लेखन क्या है?
अथवा
समाचार कैसे लिखा जाता है? 2
पाठ्य-पुस्तक संख्या (20)
प्रश्न 11. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए:
(i) 'कवितावली'- के कवितों के आधार पर सिद्ध कीजिए कि तुलसीदास को अपने युग की आर्थिक विषमताओं की अच्छी समझ थी|3
(ii) 'कैमरे में बंद अपाहिज'- कविता का केंद्रीय भाव अपने शब्दों में प्रकट करें| 3
(iii) 'कविता के बहाने'- कविता के प्रतिपाद्य के बारे में अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत कीजिए। 3
प्रश्न 12. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए:
(i) 'उषा'- कविता गाँव की सुबह का गतिशील चित्रण है। कैसे? 2
(ii) | भाव सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए..2
जो मुझको बदनाम करें हैं काश वे इतना सोच सकें|
मेरा परदा खोले हैं या अपना परदा खोले हैं।।
(iii) बच्चे किस बात की आशा में नीड़ों से झाँक रहे होंगे? 'एक गीत'- कविता के आधार पर लिखिए।। 2
प्रश्न 13. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए:
(i) डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के भाषण के अंश 'श्रम विभाजन और जातिप्रथा' तथा 'मेरी कल्पना का आदर्श समाज' आपने पढ़े हैं| जातिप्रथा की समस्या के उन्मूलन का उपाय लोकतांत्रिक मूल्य हैं। सिद्ध कीजिए। 3
(ii) पाठ 'काले मेघा पानी दे' तथा कहानी 'पहलवान की ढोलक' ग्रामीण जीवन को उकेरती हैं। दोनों पाठों की आंचलिक जीवन शैली पर विचार प्रस्तुत कीजिए। 3
(iii) निबंध 'बाज़ार दर्शन' के मुख्य पात्र भगत जी और कहानी 'नमक' की नायिका सफ़िया बेगम के चरित्र के मानवीय गुणों में समानताएँ हैं। किन्हीं दो समानताओं को रेखांकित कीजिए। 3
प्रश्न 14. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए:
(i) लुट्टन पहलवान ढोलक क्यों बजाता था? 2
(ii) बाज़ार के जादू के चढ़ने-उतरने का मनुष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है? 'बाज़ार दर्शन'- पाठ के आधार पर उत्तर लिखिए। 2
(iii)भक्तिन अपना वास्तविक नाम लोगों से क्यों छुपाती थी?भक्तिन को यह नाम किसने और क्यों दिया? 2
साभार प्राप्त
👏👏👏👏👏
वाचन कौशल शानदार video https://youtu.be/WJ8yWDau8ZE
nice blog sir
ReplyDeleteबहुत सुंदर 👌, सराहनीय 🙏💐
ReplyDeleteबहुत अच्छा
ReplyDeleteAwesome
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