*नई शिक्षा नीति लागू करने सम्बंधी सुझाव*
1. किसी भी व्यवस्था को सुचारु रूप से लागू करने के लिए उसका व्यापक प्रचार -प्रसार आवश्यक होता है, अतः नई शिक्षा नीति के लिए अनेक वेबिनार , प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद , चर्चा , कार्यशाला आदि का युद्ध स्तर पर आयोजन किया जाए ।
2. बहुत बार कार्य इस कारण भी अपने उद्देश्य तक नहीं पहुँच पाते कि वहाँ समुचित मानव शक्ति का अभाव रहता है। अतः योजनानुसार मानव शक्ति की व्यवस्था होगी तो निश्चित ही लक्ष्यभेद हो सकेगा ।
3. वर्तमान युग की आवश्यकताओं के देखते हुए साफ़ ज़ाहिर है, कि तकनीकी ज्ञान भविष्य में विशेषतम भूमिका निभाने वाला है, अतः उल्लेखनीय नीति को लागू करने हेतु सम्बंधित कार्मिकों को समुचित नहीं , बल्कि विशिष्ट तकनीकी महारत हो ।
4. कर्मठ , समर्पित , साहसी और देशप्रेम की भावना से भरे व्यक्तियों ने ही कभी हार न मानकर स्थितियों को बदलकर रख दिया है। बिंदु संख्या 27.2 में क्रियान्वयन सम्बंधी जो सात मार्गदर्शी सिद्धांत दिए हैं , उनमें से पहला सिद्धांत इसी ओर ज़ोर दे रहा है।
5. कार्यों को प्राथमिकतानुसार बाँटकर चरणबद्ध तरीक़े से किया जाए तो यह आसान हो जाता है और पूर्ण भी । अतः एक साथ सबकुछ न करके निरंतरता के आधार पर कार्य किया जाए ।
6. जो भी कुछ किया जा रहा है, बीच -बीच में उसकी समीक्षा की जाने की व्यवस्था अवश्य हो ।
7. क्योंकि शिक्षा समवर्ती सूची का विषय है, अतः इसके इम्पलीमेंटेशन में केंद्र -राज्य सम्बंधी समन्वय की आवश्यकता होगी ।
8. हर बड़े संस्थान से लेकर छोटे तक , यहाँ तक की हर विद्यालय में 'नई शिक्षा नीति क्रियान्वयन समिति' का गठन ।
~ त्रिज शर्मा
वाह ,बिल्कुल सही सुझाव।
ReplyDeleteनई शिक्षा नीति देश को आत्मनिर्भर बनाने की तरफ एक ठोस कदम है जो देश के भावी नागरिको को job oriented शिक्षा देगा । अब बच्चों पर किसी विशेष stream को चुनने का दबाव नही होगा बल्कि अपनी रुचि और टैलेंट के अनुसार किसी भी फील्ड में जाने का मार्ग खुला है । नई शिक्षा नीति स्टूडेंट्स के अंदर नया उत्साह और जोश भरेगी ।
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